Vaedik Mantra Book/वैदिक मन्त्र पुस्तक
Vaedik Mantra (वैदिक मन्त्र पुस्तक) is an important book, Vaedik Mantra Book is not easily available, this book is written by Pt. Ramesh Chandra Sharma Ji, this Vaedik Mantra Book is published by Mayuresh Prakashan, Kishangarh, Rajasthan, this book has 64 pages.
Vaedik Mantra Book Content list:
According to the content list of the Vaedik Mantra Book, the contents are duly expressed in a simple language for the convenience of the readers. The matters are mentioned here under. Prathamodhyaya:, Navagraha Mantra, Pratidhi Deity Mantra, Adhidevata Mantra, Bhadra Sukta, Panchalokpal Mantra, Nakshatra Sthapanam, Dhruvadi Sthapana Mantra, Vedadisthan Mantra, Dasadikapala Mantra, Purnahuti Mantra, Vasodwara, Vaishranavar Stuti, Yajmanobhishek Mantra, Shreydanam, Matrika Mantra, Purusha Sukta, Shiva Sukta, Shri Sukta, Shiva Puja Mantra, Pujan Mantra, Extensions about Punyahavachan has been told in a detailed way, which is an important part of the Vaedik Mantra Book.
Vaedik Mantra Book Benefits:
- Reading Vedic Mantra book provides important information about Vedic Mantras.
- You can understand the importance of mantras by reading the Vedic Mantra book.
- You can make changes in your life with the Vedic Mantra book.
Vaedik Mantra Book Description:
In ancient times, a book called Dandaka became popular for collecting Vedic mantras. Just as sticks are helpful for helpless and old men, similarly this book has been named Dandaka for the ritualistic scholars as being helpful like “Dand”. In the prevailing dandaka, the division of mantras has been done in 16 chapters, but nowhere is there any mention about the use of mantra. For this, I have done their department as per the requirement and have proved it for them. To complete the deeds of daily worship, I have completed the book by attaching the appendix section and duly presenting all the essential organs. This book is the key to ritual worship. With the help of this book, any Brahmin can perform any action by memorizing mantras very easily like penetrating. You can leave your scholarly impression on Yajaman and other experienced scholars by doing deeds without books, by knowing knowledge of handicrafts. According to the present time, this book of mantra collection will help the scholars in performing all kinds of deeds to fulfill the lack of lack of scholarly knowledge and lack of action.
वैदिक मन्त्र पुस्तक/Vaedik Mantra Book
वैदिक मन्त्र एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, वैदिक मन्त्र पुस्तक/Vaedik Mantra Book आसानी से उपलब्ध नहीं होती, यह पुस्तक पं. रमेश चन्द्र शर्मा(मिश्र) जी के द्वारा लिखी हुई है, इस वैदिक मन्त्र पुस्तक को मयूरेश प्रकाशन, किशनगढ़, राजस्थान ने प्रकाशित किया है, इस पुस्तक में 64 पृष्ठ(पेज) है।
वैदिक मन्त्र पुस्तक/Vaedik Mantra Book की विषय सूचि:
वैदिक मन्त्र पुस्तक में विषय सूचि अनुसार- प्रथमोध्याय:, नवग्रह मन्त्र, प्रत्यधि देवता मन्त्र, अधिदेवता मन्त्र, भद्र सूक्तम, पंचलोकपाल मन्त्र, नक्षत्र स्थापनम, ध्रुवादि स्थापन मन्त्र, वेदादिस्थापन मन्त्र, दशदिक्पाल मन्त्र, पूर्णाहुति मन्त्र, वसोद्वारा, वैश्र्वानर स्तुति, यजमानोभिषेक मन्त्र, श्रेयदानम, मातृका मन्त्र, पुरुष सूक्तम, शिव सूक्तम, श्रीसूक्तम, शिव पूजनोपयोगी मन्त्र, पूजन मन्त्र, पुण्याहवाचन के बारे में विस्तार रूप से बताया गया है, जोकि वैदिक मन्त्र पुस्तक के महत्वपूर्ण अंग है।
वैदिक मन्त्र पुस्तक/Vaedik Mantra Book के लाभ:
- वैदिक मन्त्र पुस्तक को पढ़ने से वैदिक मन्त्रों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है।
- वैदिक मन्त्र पुस्तक को पढ़कर आप मन्त्रों के महत्व को समझ सकते है।
- वैदिक मन्त्र पुस्तक से आप अपने जीवन में बदलाव कर सकते है।
वैदिक मन्त्र पुस्तक/Vaedik Mantra Book का विवरण:
वैदिक मन्त्र संग्रह हेतु प्राचीन समय में दण्डक नामक पुस्तक प्रचलित हुई। जिस प्रकार असहाय एवं वृद्ध पुरुष के लिए लाठी सहायक होता है उसी प्रकार यह पुस्तक कर्मकांडी विद्वानों के लिए “दण्ड” के समान सहायक होने से इसका नाम दण्डक रखा गया है। प्रचलित दण्डक में 16 अध्यायों में मन्त्रों का विभाग किया गया है, परन्तु कहीं भी मन्त्र के उपयोग के बारे में उल्लेख नहीं है। इस हेतु मैंने उनका विभाग कामनानुसार करके उनका हेतु सिद्ध किया है। दैनिक पूजन के कर्म को सम्पूर्ण करने के लिए मैंने परिशिष्ट भाग संलग्न कर सभी आवश्यक अंग मन्त्रों को विधिवत प्रस्तुत कर पुस्तक को परिपूर्ण किया है। यह पुस्तक कर्मकाण्ड पूजन कर्म की कुंजी है। इस पुस्तक की सहायता से मन्त्रों को कंठस्थ करके कोई भी कर्म साधारण ब्राह्मण भी मर्मज्ञ के समान बहुत सरलता से करा सकता है। हस्तक्रिया का ज्ञान कर कंठस्थ मन्त्रों से, बिना पुस्तक के कर्म कराकर आप यजमान व अन्य अनुभवी विद्वानों पर अपनी विद्वता की छाप छोड़ सकते है। वर्तमान समय के अनुसार विद्वानों की अल्पता व क्रिया की अल्पज्ञता की कमी को पूरा करने के हेतु मन्त्र संग्रह की यह पुस्तक विद्वानों को सभी प्रकार के कर्म कराने में सहायक होगी।
Vaedik Mantra Book Details:
Book Publisher: Mayuresh Prakashan
Book Author: Pt. Rameshchandra Sharma
Language: Hindi
Weight: 088 gm Approx.
Pages: 64 Pages
Size: “22” x “14” x “0.5” cm
Shipping: Within 4-5 Days in India
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