Prithvi Mein Gadadhan Kaise Payen Book/पृथ्वी में गड़ाधन कैसे पायें पुस्तक: This Book is an important book of hidden money, in which information about Money.
Prithvi Mein Gadadhan Kaise Payen Book About:
“The Tantra is the mission for everyone”. The Tantra is for welfare; this is my definitive idea. It is natural for every sensible person to say that “Today’s science has become most advanced and it fulfills all the needs of our daily lives, tantric also fulfills our basic needs like the science do. And if you cannot fulfill it, then what is the benefit from the tantra? ” There can be many answers to this question, and in fact, the first benefit is that after the practice of tantra, the benefits are endless and lasting, so most people like to resort to the tantra. Along with this, one of the bitter truths is that both successful and unsuccessful of the tantra Sadhana remain suspicious. Success and failure in the system depend on the seeker. There is a story in this context.
There was a tantric, who achieved many accomplishments. After some time a new seeker came to him and said- “I have no time. How to get the achievement soon, tell a solution for it? “” It will take only thirty years.”Tantric said. -Prithvi Mein Gadadhan Kaise Payen Book.
“Hey why so much time?” He asked.
“I got a mistake, in order to say, you will take sixty years. It will take 30 years to speed up and take additional thirty years to remove doubt. “Tantric replied. He listened to this and returned home. He came home and thought again- “If you have to spend 60 years to get everything then there is no harm. He came back to Tantric and was ready to do Sadhana for 60 years. It was not enough for twenty years even now that the achievement was achieved. – Prithvi Mein Gadadhan Kaise Payen Book.
When asked about the distinction of “How did the work that happened in such a long time been completed in such a short time?”, Tantric said that both the utility and the doubt are obstacles in the path of meditation. If faith and believe accumulate, then there is no more time taken in the achievement. Everyone has the same right over technocracy. All are free to use the tantra. The only difference is that I have seen and visited all those places and keeping the experience I have received, in front of you. Assuming that if I remove my experience then I have nothing left.
पृथ्वी में गड़ाधन कैसे पायें पुस्तक/Prithvi Mein Gadadhan Kaise Payen Book
यह एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, जिसमे तंत्र शास्त्र के बारे में जानकारी दी गई है।।
पृथ्वी में गड़ाधन कैसे पायें पुस्तक के बारे में..
“तन्त्र सबके लिए” मिशन है। तन्त्र जन कल्याण के लिए है; यह मेरा निश्चित विचार है। हर समझदार व्यक्ति केमन में यह बात उठना स्वाभाविक है कि-“आज का विज्ञान जितना उन्नत हो गया है और जिस तरह हमारे दैनिक जीवन की प्रत्येक आवश्यकताओं की पूर्ति करता है, उसी प्रकार तन्त्र विज्ञान से भी पूर्ति सम्भव है क्या?
और अगर पूर्ति नहीं का सकता, तब फिर तन्त्र से क्या लाभ है?” इस प्रश्न के अनेक उत्तर हो सकते हैं और वास्तव में हैं भी, सबसे पहला लाभ तो यह है की तन्त्र साधना के बाद लाभ अवश्य और चिरस्थायी होता है, इसलिए ही अधिकांश लोग तन्त्र का सहारा लेना पसन्द करते हैं। इसके साथ ही एक एक कटु सत्य यह है की तन्त्र साधना का सफल और असफल होना दोनों ही संदिग्ध रहते हैं। तन्त्र में सफलता और असफलता दोनों ही साधक पर निर्भर करती हैं।
इस संदर्भ में एक कथा प्रस्तुत है। एक तान्त्रिक थे। उन्होंने अनेक सिद्धियाँ प्राप्त कीं। कुछ समय बाद एक न्य साधक उनके पास आकर बोला-“मेरे पास समय नहीं है। सिद्धि शीघ्र कैसे प्राप्त हो, इसके लिए कोई उपाय बतलाइए?””सिर्फ तीस वर्ष लगेंगे।“ तान्त्रिक ने कहा।
“अरे इतना समय किसलिए?” उसने पूछा।
“मुझसे गलती हो गयी कहने में, तुम्हें साठ वर्ष का समय लगेगा। शीघ्रता करने में तीस वर्ष और सन्देह दूर करने में अतिरिक्त तीस वर्ष लगेंगे।“ तान्त्रिक ने उत्तर दिया। यह सुनकर वह घर लौट आया। घर आकर उसने फिर सोचा-“सब कुछ प्राप्त करने के लिए अगर 60 वर्ष भी लगाने पड़ें तो कोई हर्ज नहीं। वह तान्त्रिक के पास फिर आया तथा 60 वर्ष तक साधना करने को तैयार हो गया। अभी बीस वर्ष भी पुरे नहीं हो पाये थे कि उसको सिद्धि प्राप्त हो गई। “इतने अधिक समय में होने वाला कार्य इतने कम समय में कैसे पुर्ण हो गया?” इसका भेद साधक द्वरा पूछे जाने पर तान्त्रिक ने बतलाया कि उतावली और संदेह दोनों ही साधना मार्ग में बाधक हैं। अगर विश्वास और श्रद्धा जम जाये तो सिद्धि में अधिक समय नहीं लगता।
तन्त्र विज्ञान पर सबका एक जैसा अधिकार है। तन्त्र के उपयोग हेतु सभी स्वतन्त्र हैं। अन्तर केवल इतना है कि मैंने घूम-घूमकर उन सब जगहों को देखा है और जो अनुभव मैंने प्राप्त किये हैं, वह आपके समक्ष रख रहा हूँ। यह मानकर चलें कि अगर मेरा अनुभव निकाल दें तो मेरे पास कुछ भी शेष नहीं है।
Prithvi Mein Gadadhan Kaise Payen Book Details:
Book Publisher : Randhir Pakashan
Book Author: Tantrik Behal
Language: Hindi
Pages: 204 Pages Book
Size: “18” x “12” x “1” cm.
Weight : 175 gm(Approx)
Edition: 2014
Shipping: Within 4-5 Days in India
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Riddhima –
बहुत अच्छी पुस्तक है