Ratn Pehniye Book/रत्न पहनिये पुस्तक
Ratn Pehniye (रत्न पहनिये पुस्तक) is an important book, Ratn Pehniye Book is not easily available, this book is Written by Y.N. Jha Ji, Ratn Pehniye Book is published by Mahamaya Publications, Jalandhar, it has 152 pages.
Ratn Pehniye Book Content list:
According to the content list of the Ratn Pehniye Book, the contents are duly expressed in a simple language for the convenience of the readers. The matters are mentioned here under. Introduction to gems, ancient recognition of gems, various stories of the origin of gems, gem-origin story from the body of King Bali, methods of gemstones, gems harvesting, caution in gem making, method of weighing gems, places of gems, tailamani, Rhinestone Gem, Suryamukhi Mohra, Sulemani Mohra, Mohini Mohra, Nakshatri Mohra, Effect of Gems on Human Life, Gemstone Holding Table on the basis of name sign, get wealth Shall gems, Kanam Kundali of twelve houses, sun beloved gemstone carnelian, buying gemstone carefully, very important part of the Ratn Pehniye Book.
Ratn Pehniye Book Benefits:
- Ratn Pehniye Book, you can understand the specialty of gems by reading the book.
- Ratn Pehniye Book, you can know the recognition of gems from the book.
Ratn Pehniye Book Description:
Every human in the world is sent and availed momentarily to know the important events and troubles of his life, the coming days of happiness and wealth, etc., which Astrology only resolves. In the astrological scriptures of the world, only those “seven planets” have been recognized which keep our life going. Through thousands of years of experience and experiments, the astrologers of the world have proved that the celestial planets have the greatest impact on human life. All the behavior, nature, wisdom, force, life and death etc. of human beings are created and controlled by the influence of celestial planets. In such a situation, if a person wears a “gem” related to it, in order to increase the power of any less powerful planet related to his life, then this gem is definitely beneficial for you.
For this reason, Raja Maharajas and Dhanikas have been using these gems in crowns, necklaces, rings and jewelry since earlier times. In the presented book, according to the Indian texts and astrologers, the relation of various types of gems with the relation and influence of human life is compiled, as well as the history, introduction, qualities, defects, types of gems, to fulfill the curiosity of the readers. Location, examination method, effect of gems, use of ash consumed in medicine, which zodiac, constellation, one should wear.
रत्न पहनिये पुस्तक/Ratn Pehniye Book
रत्न पहनिये एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, रत्न पहनिये पुस्तक/Ratn Pehniye Book आसानी से उपलब्ध नही होती, यह पुस्तक वाई.एन. झा जी के द्वारा लिखी गयी है, इस रत्न पहनिये पुस्तक को महामाया पब्लिकेशन्स, जालन्धर, ने प्रकाशित किया है, इस पुस्तक में 152 पृष्ठ(पेज) है।
रत्न पहनिये पुस्तक/Ratn Pehniye Book की विषय सूचि:
रत्न पहनिये पुस्तक में विषय सूचि अनुसार- रत्नों का परिचय, रत्नों की प्राचीन मान्यता, रत्नों के उत्पति की विभिन्न कथाएँ, राजा बलि के शरीर से रत्न-उत्पति कथा, मणियों की पद्धतियाँ, रत्नों की कटाई, नग निर्माण में सावधानी, रत्न तौलने की विधि, रत्नों के प्राप्ति स्थान, तैलमणि, स्फटिक मणि, सूर्यमुखी मोहरा, सुलेमानी मोहरा, मोहिनी मोहरा, नक्षत्री मोहरा, मानव जीवन पर रत्नों का प्रभाव, नाम-राशि के आधार पर रत्न धारण सारणी, धन प्राप्ति हेतु रत्न, कनम कुंडली के द्वादश भाव, सूर्य का प्रिय रत्न माणिक्य, रत्न खरीदते समय सावधानी, जोकि रत्न पहनिये पुस्तक/Ratn Pehniye Book के महत्वपूर्ण अंग है।
रत्न पहनिये पुस्तक/Ratn Pehniye Book के लाभ:
- रत्न पहनिये पुस्तक को पढने से आप रत्नों की विशेषता को समझ सकते है।
- रत्न पहनिये पुस्तक से रत्नों की मान्यता को जान सकते है।
रत्न पहनिये पुस्तक/Ratn Pehniye Book का विवरण:
संसार का प्रत्येक मानव अपने जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं एवं परेशानियों, सुख-सम्पदा के आने वाले दिन आदि को जानने के लिए पल-पल प्रेषण और लालायित रहता है, जिसका निराकरण ज्योतिष शास्त्र ही कराता है। दुनिया के ज्योतिष शास्त्रों में मुख्य रूप से उन “सात ग्रहों” को ही मान्यता दी गयी है जो हमारे जीवन को निरंतर संचालित करते रहते हैं। सहस्त्रों वर्षों के अनुभव एवं प्रयोगों द्वारा संसार के ज्योतिषाचार्यों ने यह सिद्ध कर चुके है कि मानव जीवन पर आकाशीय ग्रहों का सर्वाधिक प्रभाव पड़ता है। मनुष्य का रंग-रूप, स्वभाव, विद्या-बुद्धि, बल, जीवन-मरण आदि सभी व्यवहार आकाशीय ग्रहों के प्रभाव से निर्मित एवं नियंत्रित होते रहते हैं। ऐसी स्थिति में यदि कोई मनुष्य अपने जीवन से सम्बंधित किसी अल्प सामर्थ्यवान ग्रह की शक्ति को बढ़ाने के लिए, उससे सम्बंधित “रत्न” को धारण करता है तो वह रत्न अवश्य ही आपके लिए लाभकारी-सिद्ध होता है।
इसी कारण से पूर्व समय से ही राजे महाराजे तथा धनिक वर्ग इन रत्नों का प्रयोग मुकुटों, गले के हारों, अंगूठियों तथा आभूषणों में करते आये हैं। प्रस्तुत पुस्तक में भारतीय ग्रन्थ एवं ज्योतिषयों के मतानुसार विभिन्न प्रकार के रत्नों का मानव जीवन से संबंध तथा प्रभाव विषय को संकलित किया गया है, साथ ही पाठकों की जिज्ञासा की पूर्ति के लिए रत्नों का इतिहास, परिचय, गुण, दोष, रत्नों के प्रकार प्राप्ति स्थान, परीक्षा विधि, रत्नों का प्रभाव औषध में भस्म प्रयोग, किस राशि, नक्षत्र, वाले को धारण करना चाहिए।
Ratn Pehniye Book Details:
Book Publisher: Mahamaya Publications
Book Author: Pt. Y.N. Jha
Language: Hindi
Pages: 152 Pages
Size: “18” x “12” cm
Weight: 176 gm Approx
Shipping: Within 4-5 Days in India
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