Bhut Damar Tantram Book
Bhut Damar Tantram Book (भूत डामर तंत्रम् पुस्तक) provides a detailed description of the practices and mantras associated with Bhairav-Bhairavi through their dialogue, including the Sadhana techniques of Bhutani, Dakshini, Kinnari, Nagini, and Yogini, among others. By performing these rituals, one can certainly attain accomplishment. However, it must be noted that without a guru, acquiring knowledge is impossible.
No knowledge can be attained without a guru. Therefore, practitioners should advance on this path only after receiving initiation from a guru. Following the guru’s path with dedication ensures that practitioners will achieve success in their Sadhana.
The contents of the book also discusses some essential aspects related to Bhairav. People conducted a comparative study of various forms of Bhairav along with the ten Mahavidyas. Additionally, other names of Bhairav are in the book, which will be extremely useful for readers.
Such topics are there in the book for the first time, making it unique and novel. Its language style is very simple and comprehensible. For these reasons, its utility has increased for all readers. It is a collectible and readable book for all discerning readers.
Publisher and Writer of the Bhut Damar Tantram Book:
The publisher of this book is Chaukhamba Krishnadas Academy, written by Pt. Harihar Prasad Tripathi.
Where to buy the Bhut Damar Tantram Book?
The Bhootdamartantram Book contains accurate and authentic information. However, anyone who wants to take advantage of this book can order it online from our Astro Mantra store.
भूत डामर तंत्रम् पुस्तक
इस पुस्तक के अंतर्गत भैरव-भैरवी संवाद के माध्यम से भूतनी, दक्षिणी, किन्नरी, नागिनी तथा योगिनी आदि की साधना-विधि तथा उनके जपमंत्र का विस्तृत रूप से वर्णन किया गया है ৷ जिसके अनुष्ठान द्वारा साथ अवश्य ही सिद्धि हस्तगत कर सकता है। परन्तु यहाँ इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि गुरु के अभाव में ज्ञानार्जन असम्भव है। कोई भी विद्द्या गुरु के बिना अर्जित नहीं की जा सकती। अतः साधकों को गुरु से दीक्षा लेकर ही इस मार्ग पर अग्रसर होना चाहिए। गुरु-मार्ग का अवलम्बन निष्ठापूर्वक साधना में संलग्न होने पर साधकों के लिए सिद्धि का प्राप्त होन सुनिश्चित रहता है।
पुस्तक के परिशिष्ट भाग में भैरव से सम्बन्धित कुछ आवश्यक बात की विवेचना भी की गयी है। दस महाविद्याओं के साथ भैरव के विभिन्न रूपों की तुलनात्मक दृष्टि से अध्ययन किया गया है। इसके साथ ही भैरत के अन्यान्य नामों का भी उल्लेख है जो पाठकों के लिए अत्यन्त उपयोगी सिद्ध होंगे। इस प्रकार के विषयों का समावेश पुस्तक में प्रथम बार किया गया है। अतः इस पुस्तक को अनुपम एवं नवीनतम कहने में कोई अत्युक्ति नहीं है। इसकी भाषाशैली अत्यन्त सरल तथा बोधगम्य है। अतः उक्त कारणों से समस्त पाठकों के लिए इसकी उपयोगिता बढ़ गयी है। यह सभी सुधी पाठकों के निमित्त संग्रहणीय तथा पठनीय पुस्तक है ।
भूत डामर तंत्रम् पुस्तक के प्रकाशक और लेखक:
चौखम्बा कृष्णदास एकादेमी ने इस पुस्तक को प्रकाशित किया है इसकाऔर लेखक पंडित हरी प्रसाद त्रिपाठी है ।
भूत डामर तंत्रम् पुस्तक कहाँ से खरीदें?
भूतडामरतंत्रम् पुस्तक में सटीक और प्रामाणिक जानकारी है। हालाँकि, जो कोई भी इस पुस्तक का लाभ उठाना चाहता है, वह इसे हमारे एस्ट्रो मंत्रा स्टोर से ऑनलाइन मंगवा सकते है।
Bhut Damar Tantram Book Details:
Book Prakashan: Chaukhamba Prakashan Books
Book Author: Pt. Harihar Prasad Tripathi
Language: Hindi & Sanskrit
Weight: 130 gm Approx.
Pages: 127 Pages
Size: “21.5” x “13.5” x “1” cm
Edition: 2014
ISBN: 978-81-218-0151-6
Shipping: Within 4-5 Days in India
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