Kaali Kitab Book/काली किताब पुस्तक
Kaali Kitab (काली किताब पुस्तक) is an important book, Kaali Kitab Book is not easily available, this book is written by Baba Audharanath Tapaswi Ji, this Kaali Kitab Book is published by Randhir Prakashan, Haridwar, in 2015, this book contains 832 pages.
Kaali Kitab Book Content list:
According to the content list of the book, the contains are mentioned in a beautiful manner so that any reader can make it and practice accordingly. The matters are, Before Sadhana, tools of worship, Tantra terminology, Tantric experiments, Wonderful experiments, Paralysis experiments, Agni experiments, leprosy, For destruction, Death yoga, Dental poisons, Water death, Bhairavi forms, Gemstone secrets, Moti gem, Sapphire, Coral, Clothing, Divine and Gems, Relation of the planet to gems, Gems holding method, Regarding the origin of gems, Different forms, Effect of gems? How long, in the absence of pure gems ?, Healing of various diseases with gems, simple tantric use – mantra for a happy life, for progress, for destruction, for peace, for honor, for a Vashikaran Yantra, amulets, kamakhya Sidhdhi, mangalacharan sloka, yatra vidhan, yatra thoughts, pranam mantra, Spoken mantra, Kumari Puja, Nyas Vidhi, again, freedom from fear barriers, animal fauna related, which is described in detail in Kaali Kitab Book Is an important part.
Kaali Kitab Book Benefits:
- By reading this Book, you will get important information about Tantra Mantra.
- By reading the Kaali Kitab Book, you will get information about the importance of gems.
- By reading the Kaali Kitab Book, you can change your life.
Kaali Kitab Book Description:
The Tantra has its own vocabulary. The terminology used by Acharya Chanakya in Tantra Shastra. Has explained it. Its compilation is presented for this purpose. Without understanding this terminology, there cannot be knowledge of the Tantra. They have a very deep meaning. When they are used on the upcoming pages, then they will be able to understand it easily and will use it. Man’s livelihood is called Artha. A land containing human beings is also called Artha, the scripture which describes the measures to obtain and protect such land is called ‘Arthashastra’. The summary of the Arthashastra is given here for the knowledge and in a advanced studies.
काली किताब पुस्तक/Kaali Kitab Book
काली किताब एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, काली किताब पुस्तक/Kaali Kitab Book आसानी से उपलब्ध नहीं होती, यह पुस्तक बाबा औढरनाथ तपस्वी जी के द्वारा लिखी हुई है, इस काली किताब पुस्तक को रणधीर प्रकाशन, हरिद्वार, ने 2015 में प्रकाशित किया है, इस पुस्तक में 832 पृष्ठ(पेज) है।
काली किताब पुस्तक/Kaali Kitab Book की विषय सूचि:
काली किताब पुस्तक में विषय सूचि अनुसार– मन्त्र तन्त्र- साधना से पूर्व, पूजा के उपकरण, तन्त्र शब्दावली, तांत्रिक प्रयोग, अद्भुत प्रयोग, पराघात प्रयोग, अग्नि प्रयोग, कोढ़, विनाश हेतु, मृत्यु योग, दंत विष, जल मृत्यु, भैरवी रूप, रत्न रहस्य, मोती मणि, नीलम, मूंगा, वस्त्र, दैवज्ञ और रत्न, रत्नों से ग्रह का सम्बन्ध, रत्न धारण विधि, रत्नों की उत्पत्ति के सम्बन्ध में, विभिन्न रूप, रत्नों का प्रभाव कब तक?, शुद्ध रत्नों के अभाव में?, रत्नों से विविध रोगों की चिकित्सा, सरल तांत्रिक प्रयोग- सुखी जीवन के लिए मन्त्र, प्रगति हेतु, नष्टधन हेतु, सुख शान्ति हेतु, सम्मान हेतु, वशीकरण यंत्र, ताबीज, कामाख्या सिद्धि, मंगलाचरण श्लोक, यात्रा विधान, यात्रा विचार, प्रणाम मन्त्र, स्पर्श मन्त्र, कुमारी पूजा, न्यास विधि, पुन:, भय बाधाओं से मुक्ति, पशु जीव जन्तु सम्बन्धी के बारे में विस्तार रूप से बताया गया है, जोकि काली किताब पुस्तक के महत्वपूर्ण अंग है।
काली किताब पुस्तक/Kaali Kitab Book के लाभ:
- काली किताब पुस्तक को पढ़ने से आपको तन्त्र मन्त्र के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होगी।
- काली किताब पुस्तक को पढ़कर आपको रत्नों के महत्व के बारे में जानकारी मिलेगी।
- काली किताब पुस्तक को पढ़कर आप अपने जीवन में बदलाव ला सकते है।
काली किताब पुस्तक/Kaali Kitab Book का विवरण:
तन्त्र में अपनी शब्दावली होती है। आचार्य चाणक्य ने तन्त्र शास्त्र में जिस शब्दावली का प्रयोग किया जाता है। उसकी व्याख्या की है। इसका संकलन इसी उद्देश्य में प्रस्तुत है। इस शब्दावली को समझे बिना तन्त्र का ज्ञान नहीं हो सकता है। इनका बड़ा गूढ़ अर्थ है। आगामी पृष्ठों पर जब इनका प्रयोग होगा तो इसे सरलता से समझ सकेंगे तथा इसका प्रयोग करेंगे। मनुष्य की जीविका को अर्थ कहते है। मनुष्य से युक्त भूमि को भी अर्थ कहते है इस प्रकार की भूमि को प्राप्त करने और उसकी रक्षा करने वाले उपायों का निरूपण करने वाला शास्त्र ‘अर्थशास्त्र’ कहलाता है।
Kaali Kitab Book Details:
Book Publisher: Randhir Prakashan
Book Author: Baba Audharnath Tapasvi
Language: Hindi
Weight: 1.137 kg Approx.
Pages: 255 Pages
Size: “22” x “15” x “6” cm
Edition: 2015
Shipping: Within 4-5 Days in India
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