Kamakhya Ki Tantrik-Sadhana Book/कामाख्या की तांत्रिक-साधना पुस्तक: Maa Kamakhya Ki Tantrik Sadhana Book is an important book, in which information about tantra sadhana is hidden.
Kamakhya Ki Tantrik-Sadhana Book About:
Kamrup Kamakhya is in the state of Assam. The ancient name of Assam was Kamakhya. In Kamrup, the cunt of Sati was dropped; hence its name was unfounded. Whatever area in the world belongs to Bhagwati, there Kamakhya is above. This is the place where the Goddess becomes under menstruation cycle and proves her presence. In the Tantrokt Goddess Suktam, it is clearly said: the seeker of Kamakhya Goddess conquers the whole world and subdues it. He conquers the whole world with his mantra; there is nothing impossible in the Universe for him. – Kamakhya Ki Tantrik-Sadhana Book
According to the Tantrokt goddess Suktam, it is advisable to do the worship of Kamakhya by Panchamkar. Puja without Panchtattva is considered to be only auspicious, Goddess becomes happy through Panchtattva. In Kamakhya Puja, there are specific rules for different types of posture used in the performance, chanting, worship, etc. which are mandatory for a seeker. This book is very useful for the curious scholars of Tantra Vidya, Aghoris. Without the nature, the whole universe is nirankar; it is in all virtues, from Brahma to all are in feminine forms. Swaaha with Agnidev: is rife in form. Without Swaaha the deities do not accept their share. In the form of dainty with Yajna, in the form of Swadha with ancestors, in the form of Swasti with air, in the form of Swarupa with the eulogy, in the continuous confirmation of the Ganapati, in forgiveness with the Yama, in the form of Rati with Cupid, in the form of sati with truth, as well as in the form of perfection with virtue and in the form of mischief with lie. -Kamakhya Ki Tantrik-Sadhana Book.
In tantric terms, the harmony of Shiva Shakti is called Kaul and the goddess with such a totality is called the Kaulini. Bagalamukhi, Kali, Tripuri Sundari, Dhumavati, Matangi etc. -The mantra of Das Mahavidya is called Mahamantra. -Kamakhya Ki Tantrik-Sadhana Book.
कामाख्या की तांत्रिक-साधना पुस्तक/Kamakhya Ki Tantrik-Sadhana Book
माँ कामाख्या की तांत्रिक साधना, यह एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, जिसमें तन्त्र साधना के बारे में बताया गया है।
कामाख्या की तांत्रिक-साधना पुस्तक के बारे में:
कामरूप कामाख्या का स्थान आसाम प्रदेश में है। आसाम का ही प्राचीन नाम कामाख्या था। कामरूप में सती की योनी भाग गिरा था, इसलिए इसलिए इसका नाम कामाख्या हुआ। संसार में जितने भी क्षेत्र भगवती के है, उनमे कामाख्या सर्वोपरी है। यही एक ऐसा स्थान है जहाँ देवी रजस्वला होकर अपनी उपस्थति बतलाती है। तंत्रोक्त देवी सूक्तंम में स्पष्ट कहा गया है- कामाख्या देवी का साधक सम्पूर्ण जगत को जीतकर अपने अधीन कर लेता है। वह अपने मंत्रबल से सारे विश्व को जीत लेता है उसके लिए त्रिभुवन में कुछ भी असाध्य नहीं रहता है। तंत्रोक्त देवी सूक्तंम के अनुसार कामाख्या का पूजन पंचमकार से करना उचित है। पंचतत्व के बिना की गयी पूजा केवल अभिचार समझी जाती है,पंचतत्व के द्वारा देवी पल भर में प्रसन्न हो जाती है। कामाख्या पूजन में अलग-अलग प्राकर के आसन, मंत्रजाप, पूजन में प्रयुक्त होने वाले पत्र पुष्प के विशिष्ट नियम होते है,जिनका पालन करना एक साधक के लिए अनिवार्य है। -Maa Kamakhya Ki Tantrik Sadhana Book.
तंत्र विद्या के जिज्ञासुओ के लिए, तांत्रिको, अघोरियो के लिए यह पुस्तक अत्यंत उपयोगी है। प्रक्रति के बिना सारा जगत निरंकार है वह सर्वगुणानुसार ब्रह्मा से लेकर सारे स्त्री रूप व्याप्त है। अग्निदेव के साथ स्वाहा: रूप में व्याप्त है। स्वाहा: के बिना देवता अपना भाग ग्रहण नही करते है। यज्ञ के साथ दक्षिणारूप में, पितरो के साथ स्वधा रूप में वायु के साथ स्वस्ति रूप में, यम के साथ क्षमा रूप में, कामके साथ रति के रूप में, सत्य के साथ सती के रूप में, पुण्य के साथ प्रतिठा के रूप में अधर्म के साथ मिथ्या के रूप में उपस्थित है। तांत्रिक शब्दों में शिव शक्ति के सामजस्य को कौल कहते है और ऐसे कुल से युक्त देवी को कौलिनी कहा गया है। बगलामुखी, काली, त्रिपुरीसुन्दरी, धूमावती, मातंगी इत्यादि –दस महाविद्यायो के मंत्र को महामंत्र कहते है। -Maa Kamakhya Ki Tantrik Sadhana Book.
Maa Kamakhya Ki Tantrik Sadhana Book Details:
Book Publisher: Randhir Prakashan
Book Author: Tantrik Behal
Language: Hindi
Weight: 203 gm Approx.
Pages: 128 Pages
Size: “21” x “14” x “1” cm
Edition: 2016
Shipping: Within 4-5 Days in India
Shop: Books | Yantra | Rosary | Rudraksha | Gemstones | Rings | Kavach | Lucky Charms | Online Puja | Puja Items | Gutika | Pyramids | FengShui | Herbs | View All
Avneet Kaur –
Best book i have come across about maa kamakhya