Mantra Ramayan Book/मन्त्र रामायण पुस्तक : Mantra Ramayan Book is an important book, in which information about ramayan mantra.
Mantra Ramayan Book About:
After taking advantage of some of the verses of Shri Ramcharit Manas, after taking advantage of the successful experiment by various seekers, it became a strong curiosity that every male female in India has full authority over it, so that the experience was that manuscript Should be provided with the method.
In this work Bhai Shree Randhir ji also provided good support and this book has come in your hands. About ten years ago, I took an observation of all the texts related to Ramayana, in which Ramayana created by Sanskrit and Tulsidas, appeared in many different forms. If Kaka Bhusundi Ramayana has given peace to the heart, then there will be question marks on many events of the amazing Ramayana of Balmiki.
It is believed that Sri Ramcharit Manas is the heart of Shiva. You must have realized that whenever you see the picture or statue of Shri Shiva, then it seems to be worshiping. Seeing this, Parvati Devi had questioned Shiva and the answers given by Lord Shiva in the form of Ramcharit Manas. – Mantra Ramayan Book.
When we say that there is the heart of psalms and hymns, such as the heart of Lord Hanuman, Hanuman Hridaya, Yogini’s heart rhyme is found, it is understood that this text or poem itself is the same god as if it was called Hanuman Heart, The text itself is Hanuman.
If this is called Yogini heart, then this psalm is itself Yogini, this is probably the reason that this lesson has a clear effect within it. When Shri Ramcharit Manas is considered to be the heart of Shiva, then it becomes clear that Sri Ramcharit Manas is Shiva itself. Shiva is also considered as Adi Guru because most of the prevalent practices in India have been provided by Shiva himself.
By worshiping Lord Shri Ram on Thursday, on the Garland of Lotus daily in the morning and evening, and continuously chanting the mantra at 108 times during the evening, keep running the system smoothly for 21 days. In this way, the use of mantra is received by the grace of the Lord and misfortune ends. – Mantra Ramayan Book.
मन्त्र रामायण पुस्तक/Mantra Ramayan Book
मन्त्र रामायण, यह एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, जिसमें रामायण मन्त्र के बारे में जानकारी दी गई है।
मन्त्र रामायण पुस्तक के बारे में..
श्री रामचरित मानस के कुछ श्लोकों का मन्त्रात्मक विचार कर विभिन्न साधकों के द्वारा इनका सफल प्रयोग करके लाभ उठाने के पश्चात् यह प्रबल जिज्ञासा उत्पन्न हुई कि भारत के प्रत्येक नर नारी का इसके ऊपर पूर्ण अधिकार है अतः यह अनुभव किये गये मन्त्रात्मक श्लोक भारतीय जनमानस को पूर्ण विधि के साथ प्रदान कर दिए जाने चाहिए। इस कार्य में भाई श्री रणधीर जी का भी अच्छा सहयोग मिला और यह पुस्तक आपके हाथों में आ पाई है।
लगभग दस वर्ष पहले मैंने रामायण विषयक सभी ग्रन्थों का अवलोकन लिया जिसमे संस्कृत के तथा तुलसीदास के द्वारा निर्मित रामायण अनेकों विभिन्न रूपों में प्रदर्शित हुई। काक भुशुण्डी रामायण ने हृदय को शांति प्रदान की तो बाल्मीकि जी कृत अदभुत रामायण की कई घटनाओं पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया। – Mantra Ramayan Book.
ऐसा माना जाता है कि श्री रामचरित मानस शिवजी का हृदय है। आपने अनुभव किया होगा कि जब भी श्री शिवजी की तस्वीर या प्रतिमा देखो तो उपासना करती हुई प्रतीत होती है। यही देखकर पार्वती देवी ने शिवजी से प्रश्न किया था कि जिसका उत्तर शिवजी ने रामचरित मानस के रूप में दिया है।
जब हम कहते है कि अमुक स्तोत्र या पाठ अमुक का हृदय है, जैसे कि हनुमान हृदय, योगिनी हृदयादि जैसे पाठ पाये जाते हैं तो यह समझा जाता है कि यह पाठ या स्तोत्र स्वयं वही देवता है जैसे कि हनुमान ह्रदय कहा गया तो वह हृदय नामक पाठ स्वयं हनुमान ही है। इसी भांति योगिनी हृदय कहा गया तो यह स्तोत्र स्वयं योगिनी है, सम्भवतः यही कारण है कि यह पाठ अपने भीतर स्पष्ट प्रभाव रखते हैं।
श्री रामचरित मानस को शिवजी का हृदय माना जाता है तो यह स्पष्ट हो जाता है कि श्री रामचरित मानस स्वयं शिव है। शिवजी को आदि गुरु भी माना जाता है, क्योंकि भारत में प्रचलित सबसे अधिक विद्यायें स्वयं शिवजी के द्वारा प्रदान की गई हैं। प्रभु श्री राम की पूजा करके गुरूवार वाले दिन से कमलगटटे की माला पर प्रात: और सायंकाल के समय नित्य प्रति 108 बार इस मन्त्र को जपते हुए 21 दिन तक निरन्तर जपादि को सुचारू ढंग से चलाते रहें। इस प्रकार मन्त्र का प्रयोग करने पर प्रभु की कृपा प्राप्त होती हैं और दुर्भाग्य का अन्त हो जाता है।
Mantra Ramayan Book Details:
Book Publisher: Randhir Prakashan
Book Author: Yogiraj Yashpal Ji
Language: Hindi
Weight: 126 gm Approx.
Pages: 128 Pages
Size: “18” x “12” x “1” cm
Edition: 2017
Shipping: Within 4-5 Days in India
Shop: Books | Yantra | Rosary | Rudraksha | Gemstones | Rings | Kavach | Lucky Charms | Online Puja | Puja Items | Gutika | Pyramids | FengShui | Herbs | View All
Silky –
so good