Shree Narsingh Upasana Book/श्री नृसिंह उपासना पुस्तक : Shree Narsingh Upasana Book is an important book of Tantra, in which information about almost all rare Tantra is hidden.
Shree Narsingh Upasana Book About:
The birth of Lord Shri Narsingh Deva was manifested in the Satyuga, in a very surprising form to prove his devotion and surrendered to the superiority of his devotee Prahlad appeared from a crystal pillar. Seeing his rowdy form, Jagatjanani mother Lakshmi also got scared. Lord Narasimha became calm only on the prayer of his devotee. Shri Narahari provided happiness to all the devotees. The Beej Mantras of the same Lord Shri Narasimha Dev are being published for the purpose of fulfilling the wishes of the devotees and those in the grave crisis. -Shree Narsingh Upasana Book.
In this book, the method of receiving the grace of Lord Shri Narasimha Dev has been given by worshiping the devotees for worship of Narsimha. Which will solve your crisis? The humble prayer to the devotees is that the use of this mantra can only be achieved for the purpose of reducing the sufferings of self, family or Kin. In this book it is also mentioned that how often chanting is read and their method etc. for example Chanting 108 time “om nrim nrim narsinghay namah:” grace is received, chanting the said mantra and giving a flower of red roses to Lord Shri Narsingh with system. -Shree Narsingh Upasana Book.
श्री नृसिंह उपासना पुस्तक/Shree Narsingh Upasana Book
श्री नृसिंह उपासना, यह एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, जिसमे तंत्र शास्त्र के बारे में जानकारी दी गई है।।
श्री नृसिंह उपासना पुस्तक के बारे में..
भगवान श्री नृःसिंह देव का प्रादुर्भाव सतयुग में अपने भक्त प्रहलाद की भक्ति और शरणागति को ही श्रेष्ठ सिद्ध करने के लिए बड़े ही आश्चर्यजनक रूप में खम्ब फाड़कर प्रगट हुए थे। उनके उस रौद्र रूप को देख जगजननी माँ लक्ष्मी भी डर गयीं। भगवान नरसिंह अपने भक्त की प्रार्थना पर ही शांत हुए। श्री नरहरि ने सभी भक्तों को आनन्द प्रदान किया। उन्हीं भगवान श्री नरसिंह देव के यह बीज मंत्र-तंत्र-यंत्र भक्तों के अभीष्ट की पूर्ति एवं घोर संकट में लाभ के लिए ही प्रकाशित किये जा रहे हैं। इस पुस्तक में नृसिंह उपासना के लिए भक्तजनो को नियम-पूर्वक उपासना कर भगवान श्री नरसिंह देव की कृपा प्राप्त करने की विधि बताई गयी है। जिससे आपके संकटों का निवारण हो जायेगा। भक्ततजनों से विनम्र प्रार्थना है कि इस मंत्र-तंत्र का प्रयोग अपने, अपने परिवार अथवा स्वजन के कष्ट निवारण के लिए ही करें उन्हें अवश्य ही सफलता प्राप्त होगी। इस पुस्तक में यह भी उल्लेख है की कौन सा जप कितनी बार करना पढता है और उनके विधि इत्यादि। जैसे- ऊँ नृं नृं नरसिंहाय नमः। शायंकाल 108 बार उक्त मंत्र का जप करके विधान सहित भगवान श्री नृःसिंह जी को लाल गुलाब का पुष्प अर्पित किया जाये तो कृपा प्राप्त होती है। -Shree Narsingh Upasana Book.
Shree Narsingh Upasana Book Details:
Book Publisher: Randhir Prakashan
Book Author: Pt. V. D. Paliwal
Language: Hindi
Weight: 082 gm Approx.
Pages: 80 Pages
Size: “18” x “12” x “0.5” cm
Edition: 2012
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