Bhartiya Vastu Shastra Book/भारतीय वास्तु शास्त्र पुस्तक : It is an important book, Bhartiya Vastu Shastra Book is not easily available, this book is written by Ashok Kumar Goyal Ji, this Bhartiya Vastu Shastra Book is published by Mahamaya Publications, Jalandhar, there are 208 Pages in this book.
Bhartiya Vastu Shastra Book Content list:
According to the content list of the Bhartiya Vastu Shastra Book, the contents are duly expressed in a simple language for the convenience of the readers. The matters are mentioned here under. Effect of Residential Building on Person, Importance of Void in Vastu Shastra, Vastu Shastra, Feng Shui, Vedic Vastu, Vedic Vastu, Types of Present Buildings, Land Target, Angle Basis, Soil Work Knowledge, Foundations, Home Entry Ideas, Entry Gate , Commercial Complex, Fortification, Decorating the House, Useful Rules of Vastu Shastra, which is an important part of the Book.
Bhartiya Vastu Shastra Book Description:
Who can deny the important and mandatory requirement of the purity of the present polluted environment. The purity of the environment depends on five facts – 1. Pure air, 2. Pure water, 3. Pure light, 4. Pure sky and 5. Pure earth. The proportional balance of these five elements is made in the architectural craft. The formulation of the science of incorporating these elements is the Vatu scripture. The presented book of Vastushastra is an attempt to fill the ocean with Gagar. In this book Vedic Vastu, Religious-Cosmic Vastu as well as Samranganasutradhara, Jain Vastu, Chanakya Vastusutra, Arogya Prakash etc. Using excerpts from many texts and articles, the presenter Jyotishacharya Ashok Kumar Goel M. Sc, Architect, unique – have tried falsely. The book presented presents contemplation and light on the residential buildings, as well as the architecture of business land, hotels, shops, factories, hospitals, school buildings, interior decorations etc. Great artifacts of ancient architecture and art have also been told. And it is also explained how they have survived till the end of time and weather.
Bhartiya Vastu Shastra Book Benefits:
By reading the Bhartiya Vastu Shastra Book, you will get information about the importance of Vastu Shastra.
Indian Vastu Shastra can learn about removing Vastu defects from the book.
With the Bhartiya Vastu Shastra Book you can bring changes in your life.
भारतीय वास्तु शास्त्र पुस्तक/Bhartiya Vastu Shastra Book
भारतीय वास्तु शास्त्र एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, भारतीय वास्तु शास्त्र पुस्तक/Bhartiya Vastu Shastra Book आसानी से उपलब्ध नही होती, यह पुस्तक अशोक कुमार गोयल जी के द्वारा लिखी हुई है, इस भारतीय वास्तु शास्त्र पुस्तक को महामाया पब्लिकेशन्स, जालन्धर, ने प्रकाशित किया है, इस पुस्तक में 208 पृष्ठ(पेज) है।
भारतीय वास्तु शास्त्र पुस्तक की विषय सूचि:
भारतीय वास्तु शास्त्र पुस्तक में विषय सूचि अनुसार- आवासीय भवन का प्रभाव व्यक्ति पर, वास्तुशास्त्र में शून्य का महत्त्व, इतिहास की नजर में वास्तुशास्त्र, फेंग शुई, वैदिक वास्तु, वर्तमान भवनों के प्रकार, भूमि लक्ष्ण, भूखण्ड के कोण आधार, मिटटी कार्य ज्ञान, नींव, गृह प्रवेश विचार, प्रवेश द्वार, कामर्शियल कांपलेक्स, दुर्गनिवेश, मकान को सजावट, वास्तुशास्त्र के उपयोगी नियम, जोकि भारतीय वास्तु शास्त्र पुस्तक/Bhartiya Vastu Shastra Book के महत्वपूर्ण अंग है।
भारतीय वास्तु शास्त्र पुस्तक का विवरण:
वर्तमान प्रदूषित वातावरण की शुद्धता की महत्वपूर्ण और अनिवार्य आवश्यकता से कौन इंकार कर सकता है। पर्यावरण की शुद्धता पाँच तथ्यों पर निर्भर है- 1. शुद्ध वायु, 2. शुद्ध जल, 3. शुद्ध प्रकाश, 4. शुद्ध आकाश एवं 5. शुद्ध पृथ्वी। वास्तु शिल्प में इन्हीं पांच तत्वों का आनुपातिक संतुलन बनाया जाता है। इन तत्वों को समावेश करने की विद्या का निरुपण ही वाटू शास्त्र है। वास्तुशास्त्र की प्रस्तुत पुस्तक गागर से सागर भरने का प्रयास है। इस पुस्तक में वैदिक वास्तु, धर्म-लौकिक वास्तु के साथ-साथ समरांगणसूत्रधार, जैन वास्तु, चाणक्य वास्तुसूत्र, आरोग्य प्रकाश आदि अनेक ग्रंथो एवं लेखों के अंशों का प्रयोग कर, प्रस्तोता ज्योतिषाचार्य अशोक कुमार गोयल एम. एस.सी, वास्तुविद, ने अनोखा-अनूठा प्रयास किया है। प्रस्तुत पुस्तक में आवासीय भवनों पर तो चिंतन तथा प्रकाश डाला गया है, साथ ही व्यावसाय कि भूखण्ड, होटल, दूकान, फैक्टरी, अस्पताल, स्कूल भवन, आतंरिक साज सज्जा आदि की स्थापत्य कला का उल्लेख भी है। प्राचीनकालीन स्थापत्यशिल्प एवं कला की महान कलाकृतियों के बारे में भी बताया गया है। और यह भी समझाया गया है कि वे आज तक समय और मौसम की मार को सहने के बाद कैसे बचे रह गए हैं।
भारतीय वास्तु शास्त्र पुस्तक के लाभ:
भारतीय वास्तु शास्त्र पुस्तक को पढ़ने से वास्तु शास्त्र के महत्त्व की जानकारी मिलेगी।
भारतीय वास्तु शास्त्र पुस्तक से वास्तु दोष को दूर करने के बारे में जान सकते है।
भारतीय वास्तु शास्त्र पुस्तक से आप अपने जीवन में बदलाव ला सकते हैं।
Bhartiya Vastu Shastra Book Details:
Book Publisher: Amit Publication
Book Author: Ashok Goyal
Language: Hindi
Weight: 217 gm Approx.
Pages: 208 Pages
Size: “17” x “12” cm
Shipping: Within 4-5 Days in India
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