Grahvastupradip Book/गृहवास्तुप्रदीप पुस्तक : Grahvastupradip is an important book, Grahvastupradip Book is not readily available, this book is written by Dr. Shailaja Pandey Ji, this Grahvastupradip Book is published by Chaukhamba Prakashan, Varanasi, Uttar Pradesh. Published in 2010, this book has 80 pages.
Grahvastupradip Book (गृहवास्तुप्रदीप पुस्तक) Content list:
According to the content list of this book following things are sustainning in it. Vastu for house, analysis of place, selection of land, shape of the land, colour of the land, smell of the land, taste of the land, the land with coach grass, test of the land, Vastu of snake, auspicious Muhurt, surroundings of Vastu, main door of the house, direction of the door, position of the door, result of the door, value of the home, type of the house, water, courtyard, garbage place, the outlay plan of the house, sixteen chambers of the house, home treatise, analysis of friendly things, analyse of Kakini as per the zodiac sign and groups, abandonned direction, analyse of the direction, omen, analysis of the constellation, result of the Sun Dasha, taurus circle, proven royal house, proven house of the commander, proven house of the feudal Lords, the main door of the house according to the zodiac sign, door analysis, the achievement of the area, slope of the land, height of the house, the Chakra of the pitcher, Firechakra, etc. are detailed in this Grahvastupradip Book which are the significant part of the book.
Grahvastupradip Book Description:
This text has been considered duly before building construction, from land selection to entrance into the house. Prior to the selection of land, the auspicious compatibility of the planetarium has been deemed necessary in the village and cities. For this, according to class friendliness, kakini, class and amount, the direction and description of village or town, selection of land according to the description of the tree, tree near the selected land and well is considered.
Grahvastupradip Book Benefits:
By reading the Grahvastupradip Book, you get information about important topics of Vastu at home.
By reading the Grahvastupradip Book you can understand the importance of Vastu Shastra.
By reading the Grahvastupradip Book, you can get information about planet entry, land selection etc.
गृहवास्तुप्रदीप पुस्तक/Grahvastupradip Book
गृहवास्तुप्रदीप एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, गृहवास्तुप्रदीप पुस्तक आसानी से उपलब्ध नही होती, यह पुस्तक डॉ. शैलजा पाण्डेय जी के द्वारा लिखी हुई है, इस गृह वास्तु प्रदीप: पुस्तक को चौखम्बा प्रकाशन, वाराणसी, उत्तर प्रदेश, ने सन् 2010 में प्रकाशित किया है, इस पुस्तक में 80 पृष्ठ(पेज) है।
गृहवास्तुप्रदीप पुस्तक/Grahvastupradip Book की विषय सूचि
गृहवास्तुप्रदीप पुस्तक में विषय सूचि अनुसार- ग्रह वास्तु, स्थान विचार, ग्रामादि में दिशा निर्धारण, भूमि चयन, भूमि की आक्रति, रंग, गन्ध, स्वाद, कुशादि युक्त भूमि, भूमि परीक्षा, नाग वास्तु, शुभ काल, वास्तुमंडल, ग्रह का मुख्य द्वार, द्वार की दिशा, द्वार की स्थिति, द्वार फल, ग्रह का मान, ग्रह के प्रकार, जल, आंगन, कूड़ा स्थान, ग्रह के लिए प्रशस्त चित्र, ग्रह के सोलह कक्ष, ग्रह प्रकरण, वर्गमैत्री विचार, काकिणी विचार, राशि एवं वर्ग के अनुसार, वर्जित दिशा, दशा विचार, सूर्य आदि की दशा के फल, वर्णानुसार भूमि विचार, ग्रह के समीप वर्जित वृक्ष, शकुन, नक्षत्रों का विचार, ग्रहारम्भ के समय भूमि शयन का विचार, ग्रहारम्भ के समय वृषभ चक्र, राजग्रह प्रमाण, सेनापति आदि का ग्रह प्रमाण, सामंत आदि का ग्रह प्रमाण, राशि के अनुसार ग्रह के द्वार, द्वार विचार, अष्ट आय, क्षेत्रफल की प्राप्ति, भूमि का ढलान, ग्रह की ऊँचाई, कलश चक्र, अग्नि चक्र, अग्नि वास विचार के बारे में विस्तार रूप से बताया गया है, जोकि गृहवास्तुप्रदीप पुस्तक के महत्वपूर्ण अंग है।
गृहवास्तुप्रदीप पुस्तक/Grahvastupradip Book का विवरण
इस ग्रन्थ में भवन निर्माण से पूर्व भूमि चयन से लेकर ग्रह प्रवेश तक विधिवत विचार किया गया है। भूमि चयन से पूर्व जिस ग्राम नगरादि में भूमि लेना हो उसके साथ ग्रहकर्ता की ज्योतिषगत अनुकूलता आवश्यक मानी गई है। इसके लिए वर्ग मैत्री, काकिणी, वर्ग एवं राशि के अनुसार ग्राम या नगर की दिशा एवं दशाविचार, वर्णानुसार भूमि का चयन, चयनित भूमि के निकट वृक्ष एवं कूपादि का विचार किया जाता है।
गृहवास्तुप्रदीप पुस्तक/Grahvastupradip Book के लाभ:
गृहवास्तुप्रदीप पुस्तक को पढ़ने से घर के वास्तु के महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी मिलती है।
गृहवास्तुप्रदीप पुस्तक को पढ़कर आप वास्तु शास्त्र के महत्व को समझ सकते है।
गृहवास्तुप्रदीप पुस्तक को पढ़कर ग्रह प्रवेश, भूमि चयन आदि के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर सकते है।
Grahvastupradip Book Details:
Book Publisher: Chaukhamba Prakashan
Book Author: Dr. Shalija Pandey
Language: Hindi
Weight: 0.099 gm Approx.
Pages: 80 Pages
Size: “21” x “13” cm
Edition : 2010
Shipping: Within 4-5 Days in India
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