Yogabhyaskram Book/योगाभ्यासक्रम पुस्तक: Yogabhyaskram is an important book, Yogabhyaskram Book is not easily available, this book is written by Acharya Balakrishna Ji, this Yogabhyaskram Book is published by Divya Prakashan, Haridwar, in 2015, there are 80 pages in this book.
Yogabhyaskram Book Content list:
According to the content list of the Yogabhyaskram Book, it contains the following issues for the due perusal of the readers which make them a multipurpose knowledge. The matters are written as under. Auspicious thoughts, self-declaration, chanting, all-round exercise, Surya Namaskar, traditional exercise, package of 12 asanas, Shavasana / Yoganidra, Pranayam, General rules of Pranayama, Kapalabhanti Pranayama, Pranava Dhyana Yoga, Closing, Throne, Hasyasana, Talivadana, Shantipatha It has been explained in detail, which is an important part of the Yogabhyaskram Book.
Yogabhyaskram Book Description:
Yoga is a precious heritage of sages and sages of universal, and universal importance. Yoga is the greatest skill in performing karma. By adopting this yoga in life, even deeds with restrained nature are not able to put the yogi in bondage. Pure knowledge, pure action and pure worship, that is, yoga, karma yoga and bhakti yoga is the Triveni. This is just a philosophy, which has been presented not only by the strong theoretical aspect, but also by the sages who are able to understand them, by which they get the ability and ability to do their welfare in their own hands.-Yogabhyaskram Book
Thousands of thousands of yoga camps, faith and Sanskar TV channel after teaching yoga through channels and social media and observing their results, it is known that yoga can control and conquer all problems and inequities related to life and the world. Yoga is the name of a consensual lifestyle, whereby the entire personality of a person is positively affected. Yoga is the name of a consensual lifestyle, whereby the entire personality of a person is positively affected. With this, a person is not only free from illness, disease and title, but also attains Samadhi. By doing yoga every day, the person’s weaknesses from disease, bereavement, petty, anxiety, stress, depression, etc. are eliminated.- Yogabhyaskram Book.
Yogabhyaskram Book Benefits:
By reading the Yogabhyaskram Book, one gets to know the important topics of Yoga.
You can understand the importance of yoga by reading the Yogabhyaskram Book.
You can keep your body fit by reading the Yogabhyaskram Book.
योगाभ्यासक्रम पुस्तक/Yogabhyaskram Book
योगाभ्यासक्रम एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, योगाभ्यासक्रम पुस्तक आसानी से उपलब्ध नही होती, यह पुस्तक आचार्य बालकृष्ण जी के द्वारा लिखी हुई है, इस योगाभ्यासक्रम पुस्तक को दिव्य प्रकाशन, हरिद्वार, ने सन् 2015 में प्रकाशित किया है, इस पुस्तक में 80 पृष्ठ(पेज) है।
योगाभ्यासक्रम पुस्तक की विषय सूचि (Yogabhyaskram Book):
योगाभ्यासक्रम पुस्तक में विषय सूचि अनुसार- शुभ सम्मति, आत्म कथन, मन्त्रोचारण, सर्वांगीण व्यायाम, सूर्य नमस्कार, परम्परागत व्यायाम, 12 आसनों का पैकेज, शवासन/योगनिद्रा, प्रणायाम, प्राणायाम के सामान्य नियम, कपालभांति प्राणायाम, प्रणव ध्यान योग, समापन, सिंहासन, हास्यासन, तालीवादन, शान्तिपाठ के बारे में विस्तार रूप से बताया गया है, जोकि योगाभ्यासक्रम पुस्तक के महत्वपूर्ण अंग है।
योगाभ्यासक्रम पुस्तक का विवरण (Yogabhyaskram Book):
योग सार्वकालिक, सार्वभौमिक एवं सार्वजनीन महत्व की ऋषि-मुनियों की एक अनमोल विरासत है। कर्म करने में सबसे बड़ी कुशलता ही योग है। इस योग को जीवन में अपनाने से बन्धं स्वभाववाले कर्म भी योगी को बन्धन में नहीं डाल पाते है। शुद्ध ज्ञान, शुद्ध कर्म एवं शुद्ध उपासना अर्थात ज्ञानयोग, कर्मयोग व भक्तियोग यह योग ही त्रिवेणी है। यह मात्र एक ऐसा दर्शन है, जिसके सबल सैद्धांतिक पक्ष का ही नहीं, अपितु उन्हें बोध कराने वाले क्रियात्मक साधनों का भी ऋषियों ने प्रतिपादन किया है, जिन्हें आचरण में लाकर प्रत्येक मनुष्य अपना कल्याण अपने हाथों करने की योग्यता व क्षमता प्राप्त कर लेता है।
करोड़ों लोगों को हजारों योग शिविरों, आस्था एवं संस्कार टी.वी. चैनल्स व सोशल मीडिया के माध्यम से योग सिखाने व उनके परिणामों को देखने के उपरान्त यह पता चलता है कि योग से जीवन व जगत से सम्बंद्ध समस्त समस्याओं और विषमताओं पर नियन्त्रण व विजय प्राप्त किया जा सकता है। योग विज्ञानसम्मत जीवनशैली का नाम है, जिससे व्यक्ति का सम्पूर्ण व्यक्तित्व सकारात्मक रूप में प्रभावित होता है। इससे व्यक्ति न केवल आधि, व्याधि व उपाधि से मुक्त होता है, अपितु समाधि की प्राप्ति भी कर लेता है। प्रतिदिन योग करने से व्यक्ति के जीवन से रोग, शोक, क्षुद्रता, चिंता, तनाव, अवसाद, आदि व्यक्ति की कमजोरियां समाप्त हो जाती है।-Yogabhyaskram Book.
योगाभ्यासक्रम पुस्तक के लाभ (Yogabhyaskram Book):
योगाभ्यासक्रम पुस्तक को पढ़ने से योग के महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी मिलती है।
इस पुस्तक को पढ़कर योग के महत्व को समझ सकते है।
योगाभ्यासक्रम पुस्तक को पढ़कर आप अपने शरीर को ठीक रख सकते है।
Yogabhyaskram Book Details:
Book Publisher: Divya Prakashan
Book Author: Acharya Bal Krishna
Language: Hindi
Weight: 0.360 gm Approx.
Pages: 112 Pages
Size: “21” x “13” x “2” cm
Shipping: Within 4-5 Days in India
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