Annapurna Gutika (अन्नपूर्णा गुटिका) : Anna means “food” and Poorna means “full”, mother Annapurna is said to be the Goddess of food, the worshiper who worships Annapurna Devi’s, perform Sadhana and chant Puja Mantra, there is never a shortage of food in his/her house. The food always remains full, the worship of Annapurna Devi is mainly done by the farmers. The traders of food grains, so that they do not face food shortage.
According to the Scriptures:
Annapurna is a Hindu goddess of nutrition. Those who want nutrition – like food or money, or as spiritual nutrition, then they should chant the sadhana mantra of Divine Mother Annapurna. Annapurna gutika is the divine form of mother Annapurna. This gutika has been considered as beneficial as Annapurna Yantra. By keeping this Annapurna Gutika in the house. The household food becomes tasty, If there is a sickness in the house then it is gradually destroyed. All the people of the house becomes healthy and conscious, by the grace of Mother Annapurna, their intellect, speed is always in right way. His contact comes with good people, and the atmosphere of peace prevails in the home, family, so that the house becomes like a paradise in a sense.
How to hold Annapurna Gutika?
At any time on Monday, bathing between 5 am and 7 am, place Annapurna gutika on a red cloth in the temple of the house and lighting the oil lamp in front of it, chanting the following mantra 108 times. Put red thread in Annapurna Gutika and hold it around the neck or place in the temple of the house.
Mantra:
।। Om haram klem shreem namo bhagvat maheshvari Annapurna swaha ।।
Annapurna Gutika Benefits:
By worshiping Annapurna gutika or by using it in meditation, quick success in Annapurna sadhana is achieved. Annapurna is the Goddess of food, if you are a farmer or do food, you must worship or wear Annapurna Gutika.
If you have diseases in your home, and is not being away from home, then you should worship Annapurna devi by wearing Annapurna gutika, after that you see how diseases from the house will start running away, because the food in the house is a form of medicine, which is capable of destroying all kinds of diseases of human beings.
If the children of your household do not obey the command, there is tension between them, then this gutika is very beneficial. Annapurna Gutika has been proven by the proven seekers of Astro Mantra in the eclipse period, on which the Annapurna Mantra chanted fifty lakh mantras.
अन्नपूर्णा गुटिका (Annapurna Gutika) : अन्न का अर्थ है “भोजन” और पूर्णा का मतलब “पूर्ण”, माँ अन्नपूर्णा देवी अन्न की देवी कही जाती है, जो साधक अन्नपूर्णा देवी की साधना पूजा मन्त्र जाप करता है उसके घर में कभी खाने की कमी नहीं रहती, उसके घर में सदैव अन्न भरा रहता है, अन्नपूर्णा देवी की साधना मुख्यत: किसान, अन्न का व्यापार करने वाले लोग करते है, जिससे उनके यहाँ कभी अन्न की कमी न रहे।
शास्त्रों के अनुसार:
अन्नपूर्णा या अन्नपूर्णना पोषण की हिंदू देवी है। अन्न का मतलब है “भोजन” या “अनाज” पूर्ण का अर्थ है “पूर्ण, परिपूर्ण”। जो मनुष्य पोषण चाहते हैं – जैसे भोजन या धन, या आध्यात्मिक पोषण के रूप में, तो उन्हें दिव्य माता अन्नपूर्णा की साधना मन्त्र जाप करनी चाहिये। अन्नपूर्णा गुटिका माँ अन्नपूर्णा का दिव्य स्वरुप है, यह गुटिका अन्नपूर्णा यन्त्र की तरह ही लाभकारी मानी गयी है, इस गुटिका के घर में होने से घर का भोजन स्वादिष्ट बनता है, घर के सभी लोग स्वस्थ रहते है, घर में किसी भी प्रकार की बिमारी नहीं आती, यदि घर में बिमारी हो तो वह धीरे-धीरे घर से नष्ट हो जाती है।
माँ अन्नपूर्णा की कृपा से घर के सभी लोग स्वस्थ और चैतन्य रहते है, उनकी बुद्धि, गति सही मार्ग पर आ जाती है, उसका सम्पर्क अच्छे लोगों से होने लगता है, और घर परिवार में शांति का वातावरण बना रहता है, जिससे घर एक प्रकार से स्वर्ग के समान बन जाता है। अन्नपूर्णा गुटिका को एस्ट्रो मंत्रा के सिद्ध साधकों ने ग्रहण काल में, सिद्ध करके जाग्रत किया है, जिस पर अन्नपूर्णा मन्त्र का सवा लाख मन्त्र जाप किया गया है।
अन्नपूर्णा गुटिका को कैसे धारण करे?
किसी भी सोमवार को स्नान आदि करके सुबह 5 बजे से 7 बजे के बीच के समय, घर के मंदिर में अन्नपूर्णा गुटिका को लाल वस्त्र पर रखें और उसके सामने तेल का दीपक जलाकर, निम्नलिखित मन्त्र का 108 बार जाप करके अन्नपूर्णा गुटिका लाल धागे में गले में धारण करें या घर के मंदिर में रखें।
मन्त्र:
।। ॐ हरम क्लेम श्रीम हरम नामो भगवत महेश्वरी अन्नपूर्णा स्वाहा ।।
अन्नपूर्णा गुटिका के लाभ:
इस गुटिका की पूजा करने से या साधना में उपयोग करने से अन्नपूर्णा साधना में शीघ्र ही सफलता मिलती है।
अन्नपूर्णा अन्न की देवी है, यदि आप किसान है, या खाने का काम करते है, तो आपको अवश्य ही अन्नपूर्णा गुटिका की पूजा करनी चाहिए या धारण करनी चाहिए।
आपके घर में यदि बिमारियाँ है, और घर से जा ही नहीं रही है, तो आप अन्नपूर्णा गुटिका धारण करके अन्नपूर्णा देवी की पूजा करें, उसके बाद आप देखें किस तरह से घर से बिमारियाँ दूर भागने लगेंगी क्योंकि जो घर का अन्न होता है वह एक प्रकार से औषधि होती है, जो मनुष्य की सभी प्रकार के रोगों को नष्ट करने में सक्षम होती है।
यदि आपके घर के बच्चे आज्ञा का पालन नहीं करते, आपस में तनाव बना रहता है तो यह गुटिका बहुत ही लाभकारी है।
Annapurna Gutika Details:
Shape: Cylindrical
Color: Wine
Size: 1.5 x 1 x 1 Cm
Weight: 3 gm
Energized: Annapurna Beej Mantra
Shipping: Within 4-5 Days in India
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Kriti Devang –
Nice one.