Ghantakarna Gutika (घंटाकर्ण गुटिका) : The glory of Shri Ghantakarna Gutika is very effective and very great. His worshiping practice is completely pure and saintly. When it is practice by any Gutika then it is necessary that the pronunciation of your mantra is pure and you have established the method of establishing a Gutika. At first purification of the place and the land must be kept in mind. After this, the correctness of the clothing, i.e. Non-seamless clothing should be worn. Sit by facing east or north. Purity is considered as a very important mode. Therefore, a saintly person is considered to be commendable for this.
This is a very rare Gutika. It is not always available in the market. This is first brought to market by Astro-Mantra. It is distinguishes and energized by the specific persons, which can be held instantly.
Ghantakarna Gutika Benefits:
The Ghantakarna Gutika is use to get rid of problems such as children, business, job, sickness, family debate, etc. For spiritual accomplishment under the Command of Guru. Pooja of this Gutika can be start on any Tuesday night from Uttam Chaughadiya. The coral rosary must be use for chanting mantras.
It can never happen that this Gutika is worn and the money gets stagnant.
Ghantakarna Gutika is very specializes and effective.Which is currently not available in any other book. The worship of Shri Ghantakarna Mahavira is considered to be Satvik.
Mahavira Ghantakarna is one of the Chausath Yoginis and 52 heroes. Jain cult has given this hero a big place in their religion. According to a myth, the amount of time the ring of bells takes to reach your ears is equal to the time taken for the wonderful work of this Gutika by the divine energy. This Ghantakarna Gutika should be held for maximum profit.
Holding Process Of Ghantakarna Gutika:
The face of the seeker is to be on the east side and the seats should be of saffron color for worship. On the day of any full moon, ignite silver lamps and incense sticks in front of the Gutika and start worshiping and chanting. Please chant the spell with coral rosary daily by 7 times or 11 or 27 (according to the work) times. This Ghantakarna Gutika sold by us are duly sanctified and energized by the expert Pundits and Sages of astromantra.com for immediate retention and ready to wear.
Mantra:
|| Om shreem hreem kreem kraum om ghantakarn mahavir lakshmi puray puray such saubhagy kuru kuru swaha ||
घंटाकर्ण गुटिका: श्री घंटाकर्ण गुटिका की महिमा अत्यंत प्रभावी एवं महामंगलकारी है। इनकी पूजा साधना पूर्णतय: सात्विक एवं शुद्ध होती है। जब किसी भी गुटिका के द्वारा साधना की जाती है तब आवश्यक होता है कि आपके मंत्र का उच्चारण शुद्ध हो व आपने गुटिका की स्थापना विधि पूर्वक की हो। सर्वप्रथम स्थान तथा भूमि की शुद्धि का अवश्य ध्यान रखना चाहिए। तत्पश्चात वस्त्र की शुद्धता अर्थात अखंड, बिना सिले हुए वस्त्र पहनने चाहिए। साधना हेतु पूर्वाभिमुख अथवा उत्तराभिमुख ही बैठे। शुद्धता-पवित्रता को अति जरूरी विद्या माना गया है। अत:एव सात्विक मनुष्य ही इसके लिए प्रशंसनीय माना गया है।
यह एक अत्यंत विरल गुटिका है जोकि बाज़ार में सर्वदा उपलब्ध नहीं है। इसे एस्ट्रो-मंत्रा द्वारा सर्वप्रथम बाज़ार में लाया गया है। यह विशिष्ट अभिज्ञ द्वारा प्राण प्रतिष्ठित है जोकि तुरंत धारण की जा सकती है।
घंटाकर्ण गुटिका के लाभ:
इस घंटाकर्ण गुटिका का प्रयोग गुरु आज्ञा व गुरु सानिध्य में सात्विक सिद्धि अथवा कार्य हेतु जैसे संतान, व्यापार, नौकरी, बिमारी, पारिवारिक वाद-विवाद आदि परेशानी से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है। इस गुटिका की पूजा किसी भी मंगलवार की रात्रि में उत्तम चौघड़िया से शुरू की जाती है। मंत्र जाप हेतु मूंगे की माला का ही प्रयोग किया जाना चाहिए।
ऐसा कभी हो ही नहीं सकता कि ये गुटिका धारण करें और पैसे की तंगी आ जाये।
श्री घंटाकर्ण गुटिका अति विशिष्ट एवं प्रभावशाली है, जो वर्तमान में अन्य कहीं संभवत: अभी तक उपलब्ध नहीं है। श्री घंटाकर्ण महावीर की पूजा सात्विक मानी जाती है।
महावीर घंटाकर्ण चौषठ योगिनी और 52 वीर (हीरो) में से एक है। जैनों ने इस वीर को अपने धर्म में एक बड़ा स्थान दिया है। एक मिथक के अनुसार आपके कान तक पहुंचने के लिए घंटे की आवाज जितना समय लेता है, इस गुटिका की दिव्य ऊर्जा द्वारा अद्भुत काम करने के लिए लिया गया समय के बराबर है। यह घंटाकर्ण गुटिका अधिकतम लाभ के लिए धारण करनी चाहिए।
घंटाकर्ण गुटिका धारण विधि:
साधक का मुख पूर्व दिशा की ओर एवं पूजा हेतु प्रयोग किया जाने वाला आसन केसरिया हो। किसी भी पूर्णिमा के दिन घंटाकर्ण गुटिका के समक्ष चांदी का दीपक एवं धूपबत्ती प्रज्वलित कर पूजा-जाप शुरू करें। प्रतिदिन मूंगे की माला द्वारा 7 माला, 108 दाने की, 11 या 27 (कार्यानुसार) निम्न जाप करें।
मन्त्र:
|| ॐ श्रीं ह्रीं क्रीं क्रों ॐ घंटाकर्ण महावीर लक्ष्मी पूरय पूरय सुख सौभाग्य करू करू स्वाहा ||
Ghantakarna Gutika Details:
Shape: Round
Size: 1.3 x 1.3 x 1 cm
Weight: 3 gm Approx.
Color: Light Brown
Energized: Ghantakarna Mantra
Shipping: Within 4-5 Days in India
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