Jwalamukhi Gutika (ज्वालामुखी गुटिका) : Jwalamukhi – Mother of gentlemen, also called Blazing Mother or ‘The Blazing Mouth’. On the basis of Hindu mythology, when Lord Vishnu was cutting the dead body of Mata Sati with Sudarshan Chakra, his tongue was cut and fell to this place. It is said that Pandavas also visited this holy place. This Jwalamukhi Gutika is base on our scripture, which has been obtained from the researchers by Astro-Mantra seekers. This is a rare gutika. It is very difficult to get it. Along with the protection of life. This Jwalamukhi Gutika provides with renew energy and enthusiasm in life. The horror of the volcano is so frightening. It is known to every person, everything that comes wrong in their way is destroyed and ruined.
Jwalamukhi Gutika Benefits:
There is a glow on the face of the seeker from the Jwalamukhi Gutika.
Increases in manliness and does not decrease till the end of life.
Every imagination has the power to show it and make every wish of the mind come true.
The body of the seeker becomes full of energy, every accomplishment is achieves before the schedules time.
Saturn’s defect of Sade Saati keeps a distance of seven and a half kilometer by holding the Jwalamukhi Gutika.
Failure on family can not come around at any cost.
The antagonism of the enemy or business loss, loss of money, borrowing, job, marriage will have no hassle with the seeker or family.
The end of every problem is the basic purpose of the Jwalamukhi Gutika.
Jwalamukhi Gutika holding Method:
Hold on this Jwalamukhi Gutika on Saturdays, till the Siddhi is not received, then every day two rosaries is to chant the following mantra. The asana should be blue. Blue dhoti and wearing blue colored dress on body. Put a blue cloth on the Bajot and set up the Jwalamukhi Gutika. Worship by burning lamp, Flowers, Agarbatti and Akshat. Whenever there is any problem, chant the mantra. It will give immediate benefit. This Jwalamukhi Gutika sold by us are duly sanctified and energized by the expert Pundits and Sages of astromantra.com for immediate retention and ready to wear.
Mantra:
।। Om Hreem Shreem Kleem Siddeshwari Jwalamukhi Jrambhini Sthambhini Mohini Vashikarni Paramankshibhini Sarvshatru Nivaarini Om Aum Traim Hreem Paahi Paahi Akshobhay Akshobhay Sarvjan mm Vashyam Kuru Kuru Swaha ।।
ज्वालामुखी गुटिका (Jwalamukhi Gutika): ज्वालामुखी- सज्जनों की माता, जिसे ब्लेज़िंग माता या ‘द ब्लेज़िंग माउथ’ की भी कहा जाता है। हिंदू पौराणिक कथाओं के आधार पर, जब भगवान विष्णु माता सती के शव को सुदर्शन चक्र से काट रहे थे, तो उनकी जीभ कट कर इसी जगह पर गिर गई थी। कहा जाता है कि पांडवों ने भी इस पवित्र स्थान का दौरा किया था। यह ज्वालामुखी गुटिका हमारे शास्त्र अनुसार उसी आधार पर बनी हुई है जोकि एस्ट्रो-मंत्रा के साधकों द्वारा शोध से प्राप्त की गयी है। यह एक दुर्लभ गुटिका है। इसे प्राप्त करना बहुत ही मुश्किल है। यह ज्वालामुखी गुटिका सुरक्षा के साथ साथ जीवन मेँ नई उमंग और शरीर को ऊर्जा से परिपूर्ण कर देती है। ज्वालामुखी का विष्फोट कितना भयावह होता है, यह तो प्रत्येक व्यक्ति को मालूम है, उनके रास्ते में जो भी बुराइयाँ आने वाली हो तबाह और बर्बाद हो जाती है।
ज्वालामुखी गुटिका से लाभ:
ज्वालामुखी गुटिका से साधक के चेहरे पर एक चमक आ जाती है।
पुरुषार्थ मेँ बढ़ोत्तरी होती है और जीवन के आखिरी तक कमी नहीं होती है।
हर कल्पना को सच कर के दिखाने की ऊर्जा मिलती है और मन की हर इच्छा सच हो जाती है।
साधक का शरीर ऊर्जा से परिपूर्ण होने के कारण हर सिद्धी तय समय से पहले प्राप्त हो जाती है।
शनि देव का साढ़े साती दोष ज्वालामुखी गुटिका के धारण से साढ़े सात सौ किलो मीटर दूर पर रहता है।
परिवार पर विपत्ति किसी भी कीमत पर आस पास आ नही सकती है।
शत्रु का टोना टोटका हो या व्यापार मेँ घाटा, धन की कमी, कर्ज लेना, नौकरी, विवाह न होना। और कोई भी परेशानी साधक पर या परिवार पर छुना तो दूर की बात कल्पना भी नही की जा सकती।
हर परेशानी का अन्त करना ज्वालामुखी गुटिका का मूल उद्देश्य है।
काली साधना मेँ वाक सिद्धी मिलती है। जब कि इस गुटिका मेँ वाक सिद्धी नहीं मिलती इसके स्थान पर हर इच्छा हर मनोकामना सिद्ध होती है।
ज्वालामुखी गुटिका धारण विधि:
इस गुटिका को शनिवार को धारण करे, जब तक सिद्धी ना मिले तब तक प्रत्येक दिन दो माला निम्न मन्त्र को जाप करना है। आसन नीले रंग का होना चाहिय। नीले रंग की धोती और बदन पर नीले रंग का कपडा पहने। बाजोट पर नीला कपड़ा रख कर गुटिका स्थापना करे। दीप, फूल,अगरबत्ती और अक्षत से पूजा करे। जब कुछ भी परेशानी आए तो यह मंत्र जाप कर लें, तुरन्त लाभ मिलेगा।
मंत्र:
।।ॐ ह्रीँ श्रीँ क्लीँ सिद्धेस्वरी ज्वालामुखी ज्रांभिनी स्थाँभिनी मोहिनी वशिकरणी परमनक्षीभीणी सर्वशत्रु निवारिणी ॐ औँ त्रैँ ह्रीँ पाहि पाहि अक्षोभय अक्षोभय सर्वजन मम वश्यं कुरु कुरु स्वाहा।।
Jwalamukhi Gutika Details:
Shape: Round Oval
Color: Red MIX
Size: 1.5 x 1.3 x 0.5 cm
Weight: 2 gram Approx.
Energized: Jwalamukhi Tantra
Shipping: Within 4-5 Days in India
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Nirbhay Jain –
Nice product