Kritya Gutika (कृत्या गुटिका) : Creation is the world’s strongest “superpower”. It arises from the human body; it is the strong “weapon” of power, to kill, to attract, Vashikaran, Uchchatan etc. This power is able to work harder and more harder, because the human body is made up of five elements, but the creation is formed from just three elements. Therefore its power is awesome, the velocity of this power is even more intense than the mind. According to the scriptures, when Lord Shiva’s wife Sati was burnt in Agni, to destroy Raja Daksha, Lord Shiva created a power from his hair named Veerbhadra (Kritya) in anger and the king Daksha was beheaded.
The Kritya Mantra works more than thousand times faster than the usual mantras, the purpose of this power is to kill and protect chiefly, this power has the power of “1000 Durga, 52 Bhairav, Chausath Yogini”. Just in a few moments it can make ashes the mighty mountain like the Himalayas, this power comes together in conjunction with the three bodies of human beings. The Kritya is such a big power that even the great sage Muni’s system-mantra also ceases to this, Kritya is a divine power originated from the human body. Just as human beings, Siddhi
In ancient times Great Kritya Gurudev Shukracharya ji was proven. This Kritya performs the work of all three Lokas. If the seeker chants the Kritya by lifting his hands towards the sky, then there is a commotion in heaven, If do it on earth, the human beings get stirred and by looking at the land, then stir in the halo, it has such an effect. When you hold the Kritya Gutika, the practice protects you 24 hours from all kinds of Tantra and Yantra and cover you all the time, even if it is of any method.
This Kritya Gutika is able to completely destroy the enemies and bury it into the soil. This gutika is not easily received; this gutika has been proven 24 lakh Durga Mantra, two hundred thousand times Bhairav Mantra, and twenty five lakhs of Addapati Kali Mantra. Gutika has been proved by the Acharya of Siddha Nath Panth of Astro-Mantra, by using which you can easily destroy your enemy, who gave you the trouble of death and you can stay safe.
Kritya Gutika Benefits:
The main task of the Kritya gutika is to destroy the enemy forever, and to protect it from all the Tantra Mantras.
Hang the gutika to the main door of the house, to which no power of any tantra can be damaged by you, and all the family members will remain safe.
The enemy can not spoil anything of yours after wearing the pellet, it automatically gets destroyed.
The Kritya gutika provides relief from incurable diseases, eye defects, system defects etc, it is a rare item.
Holding the Kritya gutika around the neck, it gives instant effect on tantra defects, pitri defects and planet defects.
Vastu defect is silenced by suppressing the gutika in the land, if it is not possible, then you can put this gutika in the south side of the house after wrapping in a red cloth and keep it in a lonely place.
By binding on the photo of the enemy wrapping the gutika in black fabric and suppressing it under the peepal tree, the enemy is completely destroyed; it remains worthless in its life, its movement and everything is wasted.
Accumulative wealth is obtained by placing the pellet with rose flowers in the house safe.
The house is protected from all kinds of evils by worshipping this gutika, there is no fear of tantra, thievery and enemy etc. at home.
How to Hold the Kritya Gutika:
After 9:00 pm of any Saturday night, keeping a clove in the mouth, and holding it on the red thread chant the following Mantra 52 times. This Kritya Gutika sold by us are duly sanctified and energized by the expert Pundits and Sages of astromantra.com for immediate retention and ready to wear.
Mantra:
।। Om brahmsutrsmast mam deh aavddh aavddh vajra deh fat om aim kleem hreem kreem om phat om shivkritya prayogaay das disha bandhaaye kreem kraum phat om ram dehatv raksha ya phat ।।
कृत्या गुटिका : कृत्या संसार की प्रबलतम “महाशक्ति” है। यह मानव शरीर से उत्पन्न होती है, यह शक्ति मारण, मोहन, वशीकरण, उच्चाटन आदि का प्रबल “अस्त्र” है। यह शक्ति कठिन से कठिन कार्य करने में समर्थ है, क्योंकि मानव शरीर पंच तत्वों से निर्मित होता है, पर कृत्या का निर्माण मात्र तीन तत्वों से हुआ है। इसलिए इसकी शक्ति अप्रतिम है, इस शक्ति का वेग मन से भी ज्यादा तीव्र है। शास्त्रों के अनुसार जब भगवान् शिव की पत्नी सती अग्नि में जल गयी थी तो, राजा दक्ष को नष्ट करने के लिए, भगवान शिव ने क्रोध में अपनी जटा कृत्या का निर्माण किया और राजा दक्ष का सर काट दिया, शास्त्रों में इस शक्ति को वीरभद्र भी कहा जाता है।
कृत्या मन्त्र सामान्य मंत्रों से लाख गुना ज्यादा तीव्रता से काम करता है, इस शक्ति का उद्देश्य मुख्यता मारण करना और रक्षा करना दोनों होता है, इस शक्ति में “1000 दुर्गा, 52 भैरव, चौसठ योगिनी” का बल होता है। कृत्या कुछ ही क्षण मात्र में हिमालय जैसे बलशाली पहाड़ को राख बना सकती है। कृत्या इतनी बड़ी शक्ति होती है कि इसके सामने बड़े-बड़े ऋषि मुनियो के तंत्र-मन्त्र भी काम करना बंद कर देते है, कृत्या मानव शरीर से उत्पन्न एक देवी शक्ति है। जिस तरह मनुष्य अपने शरीर से मन्त्र साधना से सिद्धि करता है, उसी तरह कृत्या की भी सिद्धि की जाती है।
प्राचीन काल में महाकृत्या गुरुदेव शुक्राचार्य जी को सिद्ध थी। यह कृत्या तीनो लोको के कार्य संपन्न करती है। अगर साधक अपने दोनों हाथ ऊपर की तरफ आकाश में करके कृत्या का मन्त्र जप कर कार्य करे तो स्वर्ग में हाहाकार हो जाता है, पृथ्वी पर करे तो मानव में हलचल हो जाये, भूमि की तरफ देखकर करे तो पाताल लोक में हलचल हो जाएँ, यह इतनी प्रभावशाली है। जब आप कृत्या गुटिका का धारण करेंगे तो कृत्या चौबीसों घंटे अपने आवरण से आपकी हर प्रकार के तन्त्र से रक्षा करती है, चाहे वह किसी भी पद्धति का ही क्यों न हो।
यह गुटिका शत्रुओं को पूर्णतया नष्ट करने और उसे मिट्टी में मिला देने में समर्थ है, यह गुटिका आसानी से नही प्राप्त होती इस गुटिका को 24 लाख दुर्गा मन्त्र, सवा लाख काल भैरव मन्त्र, सवा लाख अद्द्र्पटी काली मन्त्र से चन्द्र ग्रहण में सिद्ध किया जाता है, कृत्या गुटिका एस्ट्रो-मंत्रा के सिद्ध नाथ पंथ के आचार्यो ने सिद्ध किया है, जिसका उपयोग करके आप अपने मृत्यु तुल्य कष्ट देने वाले शत्रु आसानी से नष्ट कर सकते हो, सुरक्षित रह सकते हो।
कृत्या गुटिका से लाभ:
कृत्या गुटिका का मुख्य काम शत्रु को हमेशा हमेशा के लिए नष्ट करना है, और सभी तन्त्र मंत्रों से बचाव करना है।
इस गुटिका को घर के मुख्य द्वार पर लगाना चाहियें जिससे कभी कोई भी तन्त्र मन्त्र की शक्ति आपका कुछ भी नहीं बिगाड़ सके और घर परिवार के सभी लोग सुरक्षित रहे।
कृत्या गुटिका को धारण करने पर शत्रु आपका कुछ भी नही बिगाड़ सकता, वह स्वत: ही नष्ट हो जाता है।
इस गुटिका असाध्य रोग, नज़र दोष, तन्त्र दोषों से मुक्ति दिलाती है, यह एक दुर्लभ वस्तु है।
कृत्या गुटिका को गले में धारण करने से तन्त्र दोष, पितृ दोष, ग्रह दोष आदि तुरंत शांत हो जाते है।
कृत्या गुटिका को भूमि में दबाने से वास्तु दोष शांत हो जाता है, यदि कृत्या गुटिका दबा नही सकते तो घर के दक्षिण दिशा में इस गुटिका को, लाल वस्त्र में बांध कर किसी एकांत स्थान पर रख सकते है।
शत्रु की फोटो पर बांध कर कृत्या गुटिका को काले कपड़े में बांध कर पीपल के नीचे दबाने से शत्रु पूर्णतया नष्ट हो जाता है, वह अपने जीवन में किसी लायक नहीं रहता उसकी गति-मति सब कुछ बर्बाद हो जाती है।
घर की तिजोरी में गुलाब के पुष्पों के साथ कृत्या गुटिका को रखने से आकस्मिक धन की प्राप्ति होती है।
इस गुटिका की नित्य पूजा करने से घर सभी प्रकार से सुरक्षित रहता है, उसके घर पर तन्त्र, चोर और शत्रु आदि का भय नहीं रहता।
कृत्या गुटिका धारण:
इस कृत्या गुटिका को किसी भी शनिवार की रात्रि को 9 बजे के बाद, मुंह में एक लोंग रख कर, लाल धागे में 52 बार निम्न मन्त्र बोलकर धारण करे, अंत में वह लोंग खा ले।
कृत्या गुटिका मन्त्र:
।। ॐ ब्रह्मसूत्रसमस्त मम देह आवद्ध आवद्ध वज्र देह फट् ॐ ऐम् क्लीम् ह्रीम् क्रीम ॐ फट ॐ शिवकृत्या प्रयोगाय दस दिशा बंधाये क्रीम क्रोम फट् ॐ रम् देहत्व रक्षा य फट्।।
Kritya Gutika Details:
Shape: Circle
Size: 1.5 x 1.5 x 0.5 Cm
Color: Black
Weight: 2 Gram Approx.
Energized: Sanharini Kritiya Mantra
Shipping: Within 4-5 Days in India
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Sachin –
Nice gutika, very effective..