Mahakaal Gutika (महाकाल गुटिका) : Many are complemented with the beautiful glory of Divine Purana Mahakal because they are the first preacher and governor of the period, time limit, time-division etc. In the Avanti section of Skandapurana, Shiva Purana (Gyan Sanhita Chapter 38), Varah Purana, Rudraamyal Tantra, Shiva Mahapuraan’s twenty-third chapter of Vidyeshwar Samhita and Rudrasarhita in the fourteenth chapter of Lord Mahakala and Mahakala Gutika’s Archana, Mahima and Vidhan etc. is described.
Prayer of Mrityunjaya Mahakaal Along with the Mahakaal Gutika is a special significance in saving the life of a person lying dead, especially, when the person is going to be the victim of premature death. For this a special chant is done with Lord Mahakal’s Lakharchan Abhishek with this Mahakaal Gutika.There is no such Gutika other than the Mahakaal Gutika, which will make all negative aspects of life favourable. Therefore Mahakala is considered as Mahadeva.
Mahakaal Gutika Benefits:
Mahakaal Sadhana the best meditation of life goes only because whatever the shortage a person get of life – wealth, prosperity, honour, position, promotion, business, family, husband and wife, sons and daughters Their resolve of hostility, delay in marriage, court, house, property, through this sharp doctrine is not only has a possible solution, but a definite solution is obtained.
If you increase the desires in life, the problems will increase in the same proportion. There are hundreds of tragedies in business, Income Tax, Sales Tax and others. But nothing is gained being afraid. But be a man, so that you can face them, conquer them and you can dominate them, rather than that they dominate you. Therefore, by holding the Mahakaal Gutika the power of wish increases and it also becomes fulfilled.
Holding Method of Mahakaal Gutika:
Take bath and sit down facing south. Put a yellow cloth on a stool in front of you and put a picture of Guru and a Mahakaal Gutika on it. Put Tilak on the picture and Gutika by Vermillion and wishing success in Sadhana, and complete a brief worship with Vermillion, Rice and flowers, Beryl, lamps, Naivedya etc. After this, form a triangle with vermillion in a plate and place a circle in its middle. Establish ‘Mahakaal Gutika’ by giving the posture of flowers in the middle of this triangle. Monthly Shivratri, Pradosh or from Monday night Puja should be started. For this, ‘Mahakaal Gutika’ and ‘Kali Hakeek Mala’ are essential. After that, chant 21 rosary with Kali Haqiq Mala, the following mantra. Mahakaal Sadhana is a 7-day Sadhana, every day after the Guru Puja, the chanting should be ended for the day. This Mahakaal Gutika sold by us are duly sanctified and energized by the expert Pundits and Sages of astromantra.com for immediate retention and ready to wear.
Mantra:
॥ Om kam kaam kaalpurushay mahakalay phat ॥
महाकाल गुटिका : अनेकानेक दिव्य पुराण महाकाल की सुंदर महिमा से आपूरित हैं क्योंकि वे कालखंड, काल सीमा, काल-विभाजन आदि के प्रथम उपदेशक व अधिष्ठाता हैं। स्कन्दपुराण के अवंती खंड में, शिव पुराण (ज्ञान संहिता अध्याय 38), वराह पुराण, रुद्रयामल तंत्र, शिव महापुराण की विद्येश्वर संहिता के तेइसवें अध्याय तथा रुद्रसंहिता के चौदहवें अध्याय में भगवान महाकाल की और महाकाल गुटिका की अर्चना, महिमा व विधान आदि का विस्तृत वर्णन किया गया है। मृत्युंजय महाकाल की आराधना महाकाल गुटिका के साथ मृत्यु शैय्या पर पड़े व्यक्ति को बचाने में विशेष महत्व है। खासकर तब जब व्यक्ति अकाल मृत्यु का शिकार होने वाला हो। इस हेतु एक विशेष जाप से भगवान महाकाल का लक्षार्चन अभिषेक इस गुटिका के साथ किया जाता है। महाकाल गुटिका के अलावा और कोई ऐसी गुटिका नहीं, जिससे जीवन के सभी नेगेटिव आयाम अनुकूल बन जाएं। इसलिए महाकाल को महादेव माना गया है।
महाकाल गुटिका से लाभ:
महाकाल साधना जीवन की श्रेष्ठ साधना कही इसलिए जाती है कि जीवन की जो भी न्यूनता हो – धन की, यश की, मान की, पद की, प्रमोशन की, व्यापार की, परिवार की, पति-पत्नी की, पुत्र-पुत्रियों की, शत्रुता की, शादी में विलम्ब की, कोर्ट की, कचहरी की, मकान की, जायदाद की उनका समाधान इस तीक्ष्ण साधना के द्वारा संभावित हल ही नहीं, निश्चित हल प्राप्त होता है।
जीवन में जितनी इच्छाएं आप बढ़ाएंगे, तो समस्याएं उसी अनुपात में बढ़ेंगी ही। व्यापार में सौ झंझट होते हैं। इन्कम टैक्स, सेल्स टैक्स और न जाने क्या-क्या। परन्तु भय खाने से कुछ नहीं होगा। परन्तु पुरुषार्थ भी हो, ताकि उनका सामना कर सकें, उन पर विजय प्राप्त कर सकें और हम उन पर हावी हो सकें, बजाय इसके कि वे हम पर हावी हो जाएं। इसलिए इस महाकाल गुटिका को धारण करने पर इच्छा शक्ति बढती है।
महाकाल गुटिका धारण करने की विधि:
स्नान आदि करके दक्षिण दिशा की ओर मुख करके बैठ जाएं। अपने सामने एक बाजोट पर पीला वस्त्र बिछाकर उस पर गुरु चित्र एवं महाकाल गुटिका स्थापित करें। गुरु चित्र और गुटिका पर कुंकुम से तिलक करें तथा साधना में सफलता की कामना करते हुए कुंकुम, अक्षत, पुष्पमाला, धूप, दीप, नैवेद्य इत्यादि से संक्षिप्त पूजन सम्पन्न करें। इसके पश्चात् एक थाली में कुंकुम से त्रिभुज बनाकर उसके मध्य में एक बिन्दी लगाएं। इस त्रिभुज के मध्य में पुष्पों का आसन देकर ‘महाकाल गुटिका’ को स्थापित करें।
मासिक शिवरात्रि, प्रदोष से अथवा सोमवार की रात्रि से ही पूजन आरम्भ करनी चाहिए। इसके लिए प्राणप्रतिष्ठा युक्त ‘महाकाल गुटिका’ और ‘काली हकीक माला’ आवश्यक है। तत्पश्चात् निम्न मंत्र की काली हकीक माला से 21 माला जप करें। महाकाल साधना 7 दिवसीय साधना है, प्रत्येक दिन गुरु पूजन के पश्चात् मंत्र जप सम्पन्न करना है।
मंत्र:
॥ ॐ कं कां कालपुरुषाय महाकालाय फट्॥
Mahakaal Gutika Details:
Shape: Oval
Color: Black
Weight: 5 gm
Size: 3 x 1 x 1.5 Cm
Energized: Mahakal Beej Mantra
Shipping: Within 4-5 Days in India
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