Pratyangira Gutika (प्रत्यंगिरा गुटिका) : The Goddess Pratyangira is the fierce form of Mahakali, which is the goddess of tantra. Which completes the six deeds, without them. The work is not consideres complete, most of the tantrik use Goddess Pratyangira for the marak experiment. This power is uses in both the left pathway and theright pathway. Pratyangira Gutika is not a common Gutika, this gutika gives complete success to all the six deeds. The Maran experiments with this Pratyangira Gutika can easily be avoided, this Pratyangira Gutika is capable of destroying planet defects.
If there is any Kaalsarp defect, Manglik Dosha, Snake defect in your horoscope, and Saturn, Rahu, Ketu in your birth cuddle is getting worser If you have any tantric experiment over you, then you must wear the Pratyangira Gutika. This Gutika is capable of overthrowing any machine constraints. By wearing this Pratyangira Gutika, nascent energy, negative thoughts, black magic are destroyers, the person holding this Gutika, there is an increase in tolerance, patience.
The Pratyangira Gutika is a protective device that protects the human from the badness, defects, tantra obstruction, to which the person can move away from the bad passage and move in the right path, by holding the gutika, the person is blessed with wealth, honor, success, Lakshmi, Vehicle etc. According to “Kriddyoish tantra” only very few seekers of the world knows about this. Astro Mantra.com’s Seekers have proven this Gutika with great diligence in Holi, eclipse, and in the dark night, this Pratyangira Gutika you can get easily from the institute.
Pratyangira Gutika Advantages:
- By holding the Pratyangira Gutika, the special supremacy of the Maha Shakti Pratyangira Devi is achieved.
- If you have a planet fault of Saturn, Rahu, Ketu Mangal etc. Then you must assume this Pratyangira Gutika, by holding this Gutika, all planetary faults become calm.
- There can not be any tantra obstruction after wearing a Pratyangira Gutika. This Gutika destroys the entire tantra and promotes the best path in life.
- For the sake of peace in the house. An idle Gutika can be install on the pile of black pepper in front of mother Durga idol in the worship place in the house.
- Binding the Pratyangira Gutika on the main door of the house will protect the house from. All types of malefic effects.
Pratyangira Gutika Sanctified:
Pratyangira Gutika sold by us are duly sanctified and energized by the expert Pundits and Sages of astromantra.com for immediate retention and ready to wear.
How to hold an Pratyangira Gutika?
On Saturday evening, bathing between morning 5 am to 7 am, in the temple of the house, on a black cloth the Pratyangira Gutika is to be kept and burning a mustard oil lamp in front of the gutika, the following mantra has to be chanted 108 times and thereafter putting the Gutika on red thread hold it on the neck.
Mantra:
।। Om Aprajithayi vidmahe, shatru nisulinayi ch dhimahi tanno pratyangira prachodyat ।।
प्रत्यंगिरा गुटिका (Pratyangira Gutika) : देवी प्रत्यंगिरा महाकाली का उग्र स्वरूप है, जो तन्त्र की देवी है, जो षटकर्मो को पूर्ण करती है, इनके बिना षटकर्म पूर्ण नहीं माने जाते, अधिकांश तांत्रिक मारण प्रयोग के लिए देवी का प्रयोग करते है, यह शक्ति वाम मार्ग और दक्षिण मार्ग दोनों में उपयोग होती है। प्रत्यंगिरा गुटिका कोई सामान्य गुटिका नहीं है, यह गुटिका सभी षटकर्म में पूर्ण सफलता देती है, इस प्रत्यंगिरा गुटिका से मारण प्रयोगों से आसानी से बचा जा सकता है, यह गुटिका ग्रह दोषों को नष्ट करने में सक्षम है।यदि आपकी जन्मकुडली में कोई कालसर्प दोष, मांगलिक दोष, सर्प दोष है, आपकी जन्मकुण्डली में शनि, राहु, केतु की महादशा खराब जा रही है, या आपके ऊपर कोई तांत्रिक प्रयोग हुआ है, तो आप प्रत्यंगिरा गुटिका को अवश्य ही धारण करें। यह गुटिका बड़े से बड़े तांत्रिक प्रयोग तन्त्र बाधा को उखाड़ फेंकने में सक्षम है।
इस प्रत्यंगिरा गुटिका को धारण करने से नकाराम्त्क ऊर्जा, नकारात्मक विचार, काला जादू का नाश होता है, जिसके पास यह गुटिका होती है उसके अंदर साहस, धैर्य की वृद्धि होती है। प्रत्यंगिरा गुटिका रक्षात्मक उपकरण है, जो मनुष्य की दुर्गति, दोष, तन्त्र बाधा से रक्षा करती है, जिससे जातक बुरे मार्ग को छोड़ कर सही मार्ग में गतिशील हो सके, इस गुटिका के धारण करने से जातक को धन, मान, यश, लक्ष्मी, कीर्ति, आयु, वाहन आदि की प्रति आसानी से हो जाती है। “क्रिदोइश तन्त्र” के अनुसार प्रत्यंगिरा गुटिका की जानकारी संसार के बहुत ही कम साधकों को रही है। एस्ट्रो मंत्रा संस्थान के साधकों ने इस गुटिका को बड़े परिश्रम से होली, ग्रहण, काल रात्रि में सिद्ध किया है, यह गुटिका आप संस्थान से आसानी से प्राप्त कर सकते है।
प्रत्यंगिरा गुटिका के लाभ:
- प्रत्यंगिरा गुटिका धारण करने से महाशक्ति प्रत्यंगिरा देवी की विशेष कृपा की प्राप्ति होती है।
- यदि आपको शनि, राहु, केतु, मंगल आदि कोई ग्रह दोष है तो आप इस गुटिका को अवश्य ही धारण करें, इस गुटिका को धारण करने से सभी ग्रह दोष शांत हो जाते है।
- प्रत्यंगिरा गुटिका के धारण करने से कभी कोई तंत्र बाधा हो ही नहीं सकती, यह गुटिका समस्त तन्त्र को नष्ट कर जीवन में श्रेष्ठ मार्ग की ओर अग्रषित करती है।
- घर में शांति के लिए प्रत्यंगिरा गुटिका अपने पूजा घर में माँ दुर्गा के सामने काली मिर्च की ढेरी पर स्थापित करें।
- घर के मुख्य दरवाजें पर प्रत्यंगिरा गुटिका को बांधने से घर की सभी प्रकार से सुरक्षा होती है।
प्रत्यंगिरा गुटिका को कैसे धारण करे?
शनिवार के दिन स्नान आदि करके सुबह 5 बजे से 7 बजे के बीच के समय, घर के मंदिर में, प्रत्यंगिरा गुटिका को काले वस्त्र पर रखे और प्रत्यंगिरा स्वरूप गुटिका के सामने सरसों के तेल के दीपक जलाकर, निम्नलिखित मन्त्र का 108 बार जाप करके गुटिका लाल धागे में गले में धारण करे या अन्य उपयोग करे।
मन्त्र:
।। ॐ अपराजिथायी विदमहे, शत्रु निसुलिनयी च धीमहि तन्नो प्रत्यंगिरा प्रचोदयात ।।
Pratyangira Gutika Details:
Shape: Round
Color: Sky Blue
Size: 1 x 1 x 1 Cm
Weighy: 1 Gm
Shipping: Within 4-5 Days in India
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