Shankh Gutika (शंख गुटिका) : Conch has great importance in Hindu scriptures, Vedic and Sanatan culture. In our scriptures the Shankh was one of the 14 gems that came into being from the churning of the ocean. In our Vedic rituals, any religious purpose is incomplete without conch shell. Moreover, a special importance is there of Shankh Gutika in worship. Whether a conch is small or large, its sanctity and importance is unmatched. Conch has great importance in Vastu Shastra and Astrology also. It is considered a symbol of Kuber.
Shankh Gutika Effects:
- We can pacify the bad effects of many planets through conch shell. You can make bad planets favorable. If the Moon is not in a good position in your horoscope, is in inauspicious position, then wearing this Shankh Gutika cures Moon defect.
- When Mars is giving inauspicious effects in the horoscope then there is no need to worry. If you hold this Shankh Gutika on Tuesday, then the bad effect of Mars will end.
- When the planet Mercury is in inauspicious condition, then also wearing this Gutika cures the malefic effects of planet Mercury. By holding this, the environment of the house becomes pure, positive energy comes.
- According to the Puranas, the deities reside in the Shankh Gutika. Varun Dev resides in the middle part of the Gutika, Brahma in the back and Maa Saraswati in the front part. It is also a say that in the house where there is a Gutika, Lord Vishnu resides there and where Lord Vishnu is present, Mahalakshmi herself comes there.
- From the point of view of Vastu Shastra and Astrology, holding Shankh Gutika also gets rid of Vastu defects and also brings positive energy. Not only is this, where there is a Shankh Gutika, there is wealth and health. It is also a fact that by anointing Lord Shiva and Goddess Lakshmi with this Gutika, they become happy very soon and they get full blessings.
Shankh Gutika Benefits:
- It brings grace and happiness to the holder
- It protects the seeker from the malefic effects of planets.
- This Gutika brings fortune to the holder.
Shankh Gutika Sanctified:
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शंख गुटिका : माता लक्ष्मी के समान शंख भी सागर से उत्पन्न हुआ है इसलिए इसे माता लक्ष्मी का भाई भी कहा जाता है। हिन्दू धर्म में शंख को बहुत ही शुभ माना गया है, इसका कारण यह है कि माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु दोनों ही अपने हाथों में शंख धारण करते हैं। जन सामान्य में ऐसी धारणा है कि, जिस घर में शंख गुटिका होता है उस घर में सुख-समृद्धि आती है। वास्तु विज्ञान भी इस तथ्य को मानता है कि शंख गुटिका में ऐसी खूबियां है जो वास्तु संबंधी कई समस्याओं को दूर करके घर में सकारात्मक उर्जा को आकर्षित करता है जिससे घर में खुशहाली आती है। शंख की ध्वनि जहां तक पहुंचती हैं वहां तक की वायु शुद्ध और उर्जावान हो जाती है।
वास्तु विज्ञान के अनुसार सोयी हुई भूमि भी नियमित शंखनाद से जग जाती है। भूमि के जागृत होने से रोग और कष्ट में कमी आती है तथा घर में रहने वाले लोग उन्नति की ओर बढते रहते हैं। भगवान की पूजा में शंख बजाने के पीछे भी यह उद्देश्य होता है कि आस-पास का वातावरण शुद्ध पवित्र रहे। शंख के प्रकार शंख मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं -दक्षिणावर्ती, मध्यावर्ती और वामावर्ती। इनमें दक्षिणावर्ती शंख दाईं तरफ से खुलता है, मध्यावर्ती बीच से और वामावर्ती बाईं तरफ से खुलता है। मध्यावर्ती शंख बहुत ही कम मिलते हैं। शास्त्रों में इसे अति चमत्कारिक बताया गया है। इन तीन प्रकार के शंखों के अलावा और भी अनेक प्रकार के शंख पाए जाते हैं जैसे लक्ष्मी शंख, गरुड़ शंख, मणिपुष्पक शंख, गोमुखी शंख, देव शंख, राक्षस शंख, विष्णु शंख, चक्र शंख, पौंड्र शंख, सुघोष शंख, शनि शंख, राहु एवं केतु शंख।
शंख गुटिका के लाभ:
- शंख से वास्तु दोष मुक्ति का तरीका शंख किसी भी दिन घर में लाकर पूजा स्थल में रखा जा सकता है।
- लेकिन शुभ मुहूर्त विशेष तौर पर होली, रामनवमी, जन्माष्टमी, दुर्गा पूजा, दीपावली के दिन अथवा रवि पुष्य योग या गुरू पुष्य योग में इसे पूजा स्थल में रखकर इसकी धूप-दीप से पूजा की जाए घर में वास्तु दोष का प्रभाव कम होता है।
- शंख में गाय का दूध रखकर इसका छिड़काव घर में किया जाए तो इससे भी सकारात्मक उर्जा का संचार होता है।
शंख गुटिका धारण विधि:
शंख गुटिका का पूजन केसर युक्त चंदन से करें। नित्य क्रिया से निवृत्त होकर शंख गुटिका की धूप-दीप-नैवेद्य-पुष्प से पूजा करें और तुलसी दल चढ़ाएं। इसके बाद लाल धागे में पिरोकर इस शंख गुटिका को गले में धारण करें। पूजन के बाद 108 बार या श्रद्धा के अनुसार मंत्र का जप करें। यह एक दुर्लभ गुटिका है जो एस्ट्रो-मंत्रा के साधकों द्वारा प्राण प्रतिष्ठित किया गया है जिसे आप तुरंत धारण कर सकते है और उसका लाभ उठा सकते हैं।
मंत्र:
ॐ ह्रीं श्री क्रीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धन पूरये,
धन पूरये, चिंताएं दूरये-दूरये स्वाहा:।
Shankh Gutika Details:
Shape: Round
Color: White
Weight: 3 gm
Size: 2 x 0.5 x 2 Cm
Energized: Lakshmi Beej Mantra
Shipping: Within 4-5 Days in India
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