Tara Gutika (तारा गुटिका) : Tara Mahavidya is second in ten Mahavidya, who is destroying all the enemies and providing wealth, values, knowledge, wisdom, Lakshmi in life. Aperson who practices them can never be poor, because by wearing a Tara Gutika. Mother Tara provides for the destruction of the humiliation and poverty to her devotees. Constantly gives two gm of gold to the devotee so that the seeker should not have any shortage of money. Tara in the texts is a symbol of light. Thus, the goddess Tara Gutika is considered to acquire knowledge as the ‘light’, giving the qualities of speech. Giving qualities and receiving ultimate wisdom and salvation. Mother’s name is Tara, because of the mother’s body being blue, in so many texts. Mother Tara has also been called Neel Tara.
The nature of Tara Gutika is considers to be Goddess Saraswati of Gyan. Which provides higher knowledge education in life, progress, respect, wealth, status, prestige. If the Tara Gutika is taken around the neck and give an interview. Then surely he has the success of the exam and gets the highest post. Mother Tara is the mother of knowledge. After worshiping and performing Archana Vashishtha, Vishwamitra, Ravana, Gorakhnath became great yogi. According to the “Rudrayamal tantra”, the information of Tara Gutika has been known by very few seekers of the world. Institutions of AstroMantra.com have proves this Gutika with great diligence in Holi, eclipse, Kaalratri. This Gutika one can easily get from AstroMantra.com.
Tara Gutika Benefits:
- By holding Tara Gutika, the special blessings of the Mother Tara are obtained.
- If the seeker holds the Tara Gutika around the neck and goes for the examination or interview. Then surely it is a success and high post in the exam itself is achieves.
- If there is a planet fault of Saturn, Rahu, and Ketu, Mars etc. In your horoscope then you must assume this Tara Gutika, and by holding this Gutika. All planetary faults become calm.
- By holding this Tara Gutika no tantra mechanism can obstruct the formation, this Gutika destroys the entire system and promotes the best path in life.
- For peace in the house, Tara Gutika set up on the pile of black pepper in front of mother Durga in the worship room.
- Tie the Tara Gutika on the main doors of the house. there is the protection from all types at home.
Tara Gutika Sanctified:
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How does Tara Gutika can be hold?
On Saturday evening, bathing between 5 am to 7 am, in the temple of the house, laying the Tara Gutika on a pink cloth and lighting the 2 mustard oil lamps in front of the photo of Mother Tara, put in a red thread around the neck chanting the following mantra 324 times.
Mantra:
।। Om Om Hreem Stree Hum Phat ।।
तारा गुटिका : तारा महाविद्या दस महाविद्याओं में दूसरे स्थान पर विराजमान है, जो समस्त शत्रुओं को नष्ट कर जीवन में धन, मान, ज्ञान, बुद्धि, लक्ष्मी प्रदान करने वाली है, इनकी साधना करने वाला व्यक्ति कभी दरिद्र नहीं रह सकता, क्योंकि तारा गुटिका धारण करने से माँ नील तारा अपने सेवक की दरिद्रता को नष्ट करने के लिए स्वयं दो तोला सोना जातक को नित्य प्रदान करती है, जिससे उस जातक के जीवन में किसी भी प्रकार से धन की कमी न रहे। तन्त्र शास्त्र में तारा शब्द प्रकाश का प्रतीक है, इस प्रकार देवी तारा ‘प्रकाश‘ के रूप में ज्ञान प्राप्त करने, वाक् सिद्धि प्रदान करने वाली, गुण प्रदान कर परम ज्ञान और मोक्ष प्राप्त करने के लिए मानी जाती है। माँ तारा का शरीर नीले रंग का होने से माँ का नाम नील तारा हुआ, इसलिए कई ग्रंथो में माँ तारा को नील तारा भी कहा गया है।
इस तारा गुटिका का स्वरूप ज्ञान की देवी सरस्वती को माना गया है, जो जीवन में उच्च ज्ञान शिक्षा उन्नति, सफलता, सम्मान, धन, पद-प्रतिष्ठा प्रदान करती है। यदि जातक तारा गुटिका गले में धारण करके परीक्षा देने जाए या इन्टरव्यू देने जाए तो निश्चित ही उसे परीक्षा में सफलता और उच्च पद की प्रति होती ही है। माँ तारा ज्ञान की जननी है, जिनकी पूजा अर्चना साधना करके वशिष्ठ, विश्वामित्र, रावण, गोरखनाथ जैसे महान योगी बने है। “रुद्रयामल तन्त्र” अनुसार तारा गुटिका की जानकारी संसार के बहुत ही कम साधकों को रही है, एस्ट्रो मंत्रा संस्थान के साधकों ने इस गुटिका को बड़े परिश्रम से होली, ग्रहण, काल रात्रि में सिद्ध किया है, यह गुटिका आप संस्थान से आसानी से प्राप्त कर सकते है।
तारा गुटिका के लाभ:
- तारा गुटिका धारण करने से महाविद्या तारा की विशेष कृपा की प्राप्ति होती है।
- यदि जातक तारा गुटिका गले में धारण करके परीक्षा देने जाए या इन्टरव्यू देने जाए तो निश्चित ही उसे परीक्षा में सफलता और उच्च पद की प्राप्ति होती ही है।
- यदि आपकी जन्मकुंडली में शनि, राहु, केतु, मंगल आदि का कोई ग्रह दोष है, तो आप इस गुटिका को अवश्य ही धारण करे, इस गुटिका को धारण करने से सभी ग्रह दोष शांत हो जाते है।
- तारा गुटिका के धारण करने से कभी कोई तंत्र बाधा हो ही नहीं सकती, यह गुटिका समस्त तन्त्र को नष्ट कर जीवन में श्रेष्ठ मार्ग की ओर अग्रषित करती है।
- घर में शांति के लिए तारा गुटिका अपने पूजा घर में माँ दुर्गा के सामने काली मिर्च की ढेरी पर स्थापित करें।
- घर के मुख्य दरवाजें पर तारा गुटिका को बांधने से घर की सभी प्रकार से सुरक्षा होती है।
तारा गुटिका को कैसे धारण करे?
शनिवार के दिन स्नान आदि करके सुबह 5 बजे से 7 बजे के बीच के समय, घर के मंदिर में, तारा गुटिका को गुलाबी वस्त्र पर रखे और माँ तारा स्वरूप गुटिका के सामने 2 सरसों के तेल के दीपक जलाकर, निम्नलिखित मन्त्र का 324 बार जाप करके गुटिका लाल धागे में गले में धारण करे या अन्य उपयोग करे।
मन्त्र:
।। ॐ ॐ ह्रीं स्त्री हुं फट ।।
Tara Gutika Details:
Shape: Conical
Color: Dark Blue
Size: 1.5 x 1.5 x 1 cm
Weight: 4 gm Approx.
Energized: Tara Main Mantra
Shipping: Within 4-5 Days in India
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vicky –
Tantra mahavidha sadhna gutika