What is a Certified Blue Sapphire Ring?
Certified Blue Sapphire Ring (नीलम अंगूठी) helps in reducing the ill effects which are caused by the planet Saturn. When the influence of Saturn is more in the horoscope of a person, his life becomes like hell. In this situation, one must wear the Certified Blue Sapphire Ring, as it solves all their problems.
It gives them mental peace and freedom from stress. Moreover, wearing a Certified Blue Sapphire Ring eliminates the problem of enmity, ends poverty, gets success in job, progress in business and increase in wealth and protects from all the upcoming accidents.
Why should wear a Certified Blue Sapphire Ring?
If there is a negative effect of Shani Sadesati in a person’s horoscope, he is in Dhaiya, or there is Mahadasha of Saturn, then the person has to face many problems in life. As their health condition worsens day by day, they have to face illness or disease for a long time. Despite treatment and medicines, no effect is seen.
Due to which your mood starts deteriorating. In such a situation, they must wear this Certified Blue Sapphire Ring. Besides, by wearing it, the negative effects of Shani Sadesati start reducing and their health problems gradually start going away. So, you can order this ring online soon from our Astro Mantra online shop.
How to wear a Certified Blue Sapphire Ring?
On any Saturday, between 7 pm to 10 pm, in a secluded place in your house or in the puja room, sit on a Black woolen mat facing west, in front of the Idol of Lord Shiva, in a plate filled with Kajal. Make a “U” and apply 8 dots using Kajal in it.
Then keep the Certified Blue Sapphire Ring in that plate, place blue flowers or white ash flowers on it, after that light a pure oil lamp in front of the plate, worship it and chant the following mantra 5 Mala i.e. Shani Mantra 540 times and then wear it.
Shani Dev Mantra:
|| Om Pram Prim Praum Sah Shanicharyaya Namah: ||
Benefits of Certified Blue Sapphire Ring:
- By wearing this ring, one gets freedom from debt or loan.
- Wearing a Certified Blue Sapphire Ring increases prestige in society and eliminates enmity.
- Moreover, as soon as you wear this ring, the ill effects of Shani Dev start reducing.
- All types of Yogas like Daridra Yoga, and Kalsarp Yoga eliminated by the ring.
- Wearing this ring brings special financial benefits from gambling, betting, lottery or share market.
- Additionally, it protects from all types of Nazar Dosha and Tantra Dosha.
- By wearing this ring, diseases like shoulder pain, neck stiffness, headache, arthritis, back pain, etc. start going away.
Precautions of Certified Blue Sapphire Ring:
- Do not consume meat, alcohol and avoid getting intimate 24 hours before worship.
- Do the puja with a calm mind and concentration after taking bath.
- Do not touch this product with dirty hands before worshiping.
नीलम अंगूठी क्या है?
नीलम अंगूठी उन कूप्रभावों को कम करने में मदद करती है जो शनि ग्रह के कारण होते हैं। जब किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि का प्रभाव अधिक होता है, तो उसका जीवन नर्क की तरह बदल जाता है। इस स्थिति में, नीलम अंगूठी को जरूर पहनना चाहिए, क्योंकि इससे उनकी सभी समस्याओं का समाधान होता है।
यह उन्हें मानसिक शांति और तनाव से मुक्ति दिलाती है। इस नीलम अंगूठी को धारण करने से शत्रुता की समस्या खत्म होती है, गरीबी का अंत होता है, नौकरी में सफलता प्राप्त होती है, व्यापार में तरक्की होती है और धन में वृद्धि होती है तथा आने वाली सभी दुर्घटनाओं से बचाव होता है।
नीलम अंगूठी क्यों पहननी चाहिए?
यदि व्यक्ति की कुंडली में शनि साढ़ेसाती का नकारात्मक प्रभाव होता है, वह ढैया में होते है, या शनि की महादशा होती है, तो व्यक्ति को जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जैसे कि उनकी स्वास्थ्य स्थिति दिन ब दिन खराब होती जाती है, लंबे समय तक बीमारी या रोग का सामना करना पड़ता हैं। इलाज और दवाओं के बावजूद भी कोई प्रभाव नहीं दिखता।
जिससे आपकी मनोदशा ख़राब होने लगती है, ऐसे में उन्हें यह नीलम अंगूठी अवश्य पहननी चाहिए। इसके पहनने से शनि साढ़ेसाती का नकारात्मक प्रभाव कम होने लगता है और उनकी स्वास्थ्य समस्याएं धीरे-धीरे दूर होने लगती हैं। इस अंगूठी को आप हमारे एस्ट्रो मंत्रा ऑनलाइन शॉप से शीघ्र ही ऑनलाइन मंगवा सकते है।
नीलम अंगूठी कैसे धारण करें?
किसी भी शनिवार के दिन शाम के समय 7 बजे से 10 बजे के बीच अपने घर में किसी एकान्त स्थान या पूजा कक्ष में पश्चिम दिशा की तरफ़ मुख करके काले ऊनी आसन पर बैठ जाए, भगवान शिव की मूर्ती के सामने एक थाली में, काजल से “U” बनाकर, उसमें काजल से ही 8 बिंदियाँ लगाये। फिर नीलम अंगूठी को उस थाली में रख कर, नीले पुष्प या सफ़ेद आक के पुष्प उस पर रखे, उसके बाद थाली के सामने शुद्ध तेल का दीपक जलाकर, पूजन करें और निम्नलिखित मंत्र का 5 माला यानि 540 बार शनि मंत्र का जाप कर, इसे धारण करें।
शनि देव मंत्र:
|| ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः ||
नीलम अंगूठी के लाभ:
- इस अंगूठी को धारण करने से कर्ज या लोन से मुक्ति मिलने लगती है।
- नीलम अंगूठी को पहनने से समाज में प्रतिष्ठा बढ़ती है और शत्रुता खत्म होती है।
- इस अंगूठी को धारण करते ही शनि देव के दुष्प्रभाव कम होने लगते है।
- नीलम अंगूठी से दरिद्र योग, कालसर्प योग जैसे सभी प्रकार के योग समाप्त हो जाते है।
- इस अंगूठी को धारण करने से जुएँ, सट्टे, लाटरी या शेयर मार्किट से विशेष धन लाभ होता है।
- यह सभी प्रकार के नज़र दोष और तंत्र दोष से बचाती है।
- इस अंगूठी को धारण करने से कंधों में दर्द, गर्दन की अकड़न, सिरदर्द, गठिया, पीठ दर्द जैसी बीमारियां दूर होने लगती है।
नीलम अंगूठी की सावधानियां:
- पूजा करने से 24 घंटे पहले मांस, मदिरा और मैथुन का प्रयोग न करें।
- पूजा स्नान कर शांत मन से एकाग्र होकर ही करें।
- पूजा करने से पहले गंदे हाथों से इस प्रोडक्ट को न छुयें।
Certified Blue Sapphire Ring Details:
Gemstone Origin: Ceylon
Shape: Round
Color: Blue
Certified: With Certificates
Product Type: Gemstone Ring
Energized: Shani Mantra
Shipping: Within 4-5 Days in India.
Shop: Books | Yantra | Rosary | Rudraksha | Gemstones | Rings | Kavach | Lucky Charms | Online Puja | Puja Items | Gutika | Pyramids | FengShui | Herbs | View All
Reviews
Clear filtersThere are no reviews yet.