What is a Certified Cats Eye Ring?
Certified Cats Eye Ring (लहसुनिया अंगूठी): Lehsunia gemstone is also called Cat’s Eye, this gemstone is related to planet Ketu. A person whose Ketu is in a bad position in his horoscope faces instability in work, mental distraction, financial and mental problems. In such a situation, wearing a Certified Cats Eye Ring helps in getting relief from the ill effects of Ketu.
Due to the inauspicious effect of Ketu, demerits start appearing in a person’s behavior. He starts getting inclined towards wrong actions, gets entangled in problems. Like litigation, fights, etc. In such a situation, a person must wear this Certified Cats Eye Ring.
Why should wear a Certified Cats Eye Ring?
If Ketu is weak in the horoscope then it can fill the person with negativity. Due to which people start getting misled by others. That person starts living in confusion. Such a person should not tell his infirmity or weakness to anyone. Otherwise you have to face more problems later. In such a situation, they must wear this Certified Cats Eye Ring.
Moreover, by wearing it removes negativity from a person’s mind and increases his self-confidence. Sometimes, due to the ill effects of Ketu. Diseases may occur in the legs, spinal cord, ears and private parts of the person. This ring must be wear after understanding these signs. You can order this ring online soon from our Astro Mantra online shop.
How to wear a Certified Cats Eye Ring?
On any Tuesday morning between 5 am to 7 am, sit on a Red woolen mat in a secluded place or prayer room in your house facing south and keep an Idol of Shiva or Picture of the Shiv family in front of you. Then make a “Circle” with roli in a plate in front of them and write “Kram” on it with roli.
Then fill it with whole red masur lentils (Masur Dal). Place the Certified Cats Eye Ring on top of the red masur lentils and offer red oleander flowers, fruits, sweets and light a lamp of pure ghee in front of you and worship. Chant the following mantra 5 Mala i.e. 540 times Ketu Mantra and then wear it.
Ketu Mantra:
॥ Om Sram Srim Sraum Sa: Ketave Namah:॥
Benefits of Certified Cats Eye Ring:
- Wearing a Certified Cats Eye Ring helps in getting relief from the ill effects of Ketu.
- Besides, wearing it removes negativity from a person’s mind and increases his self-confidence.
- Due to the ill effects of Ketu, diseases can occur in the legs, spine, ears, and genitals of the person, so he should wear this ring.
- This ring keeps the person away from evil powers like black magic, sorcery, ghosts, etc.
- Wearing it helps in relieving stress and depression.
- It protects the person from accidents.
- Additionally, by wearing it, the obstacles in the career remove.
Precautions of Certified Cats Eye Ring:
- Do not consume meat, alcohol and avoid getting intimate 24 hours before worship.
- Do the puja with a calm mind and concentration after taking bath.
- Do not touch this product with dirty hands before worshiping.
लहसुनिया अंगूठी क्या है?
लहसुनिया रत्न को कैट्स आई भी कहा जाता है, इस रत्न का संबंध केतु ग्रह से है। जिस व्यक्ति की कुंडली में केतु ख़राब स्थिति में होता है उस व्यक्ति को कार्यों में अस्थिरता, मन विचलित रहना, आर्थिक और मानसिक परेशानियां देखने को मिलती हैं। ऐसे में लहसुनिया अंगूठी धारण करने से केतु के दुष्प्रभाव से छुटकारा मिलने लगता है। केतु के अशुभ प्रभाव की वजह से व्यक्ति के व्यव्हार में अवगुण आने लगते हैं, वह गलत कार्यों की ओर उन्मुख होने लगता है, मुकदमेबाजी, झगड़े जैसी समस्याओं में फंस जाते है, ऐसी स्थिति में व्यक्ति को यह अंगूठी जरूर पहननी चाहिए।
लहसुनिया अंगूठी क्यों पहननी चाहिए?
यदि केतु कुंडली में कमजोर हो तो व्यक्ति को नकारात्मकता से भर सकता हैं। जिसके कारण व्यक्ति दूसरों के बहकावे में जल्दी आने लगते है ৷ वह व्यक्ति भ्रम में रहने लग जाता है ৷ ऐसे व्यक्ति को अपनी दुर्बलता या कमजोरी किसी को नहीं बतानी चाहिए। अन्यथा बाद में अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है ৷ ऐसे में उन्हें यह लहसुनिया अंगूठी अवश्य पहननी चाहिए।
इसे पहनने से व्यक्ति के मन से नकारात्मकता दूर होने लगती है और उसकी आत्मशक्ति में वृद्धि होती है। कई बार केतु के दुष्प्रभाव से पैरों, रीढ़ की हड्डी, कानों और जातक के गुप्तांग में बीमारियां भी हो सकती हैं। इन संकेतों को समझ कर यह अंगूठी जरूर पहननी चाहिए। इस अंगूठी को आप हमारे एस्ट्रो मंत्रा ऑनलाइन शॉप से शीघ्र ही ऑनलाइन मंगवा सकते है।
लहसुनिया अंगूठी कैसे धारण करें?
किसी भी मंगलवार के दिन सुबह के समय 5 बजे से 7 बजे के बीच अपने घर में किसी एकान्त स्थान या पूजा कक्ष में दक्षिण दिशा की तरफ़ मुख करके, लाल ऊनी आसन पर बैठ जाए और अपने सामने शिव मूर्ती या शिव परिवार का चित्र रखें फिर उनके सामने एक थाली में रोली से “गोला” बनाकर, उसमें रोली से “क्रां” लिखें।
फिर उसमे साबुत लाल मसूर की साबुत दाल भर दें, उस लाल मसूर की दाल के ऊपर लहसुनिया अंगूठी को रखे और लाल कनेर पुष्प, फल, मिठाई चढ़ाये और सामने शुद्ध घी का दीपक जलाकर, पूजन करें और निम्नलिखित मंत्र का 5 माला यानि 540 बार केतु मंत्र का जाप कर इसे धारण करें।
केतु मंत्र:
॥ ॐ स्रां स्रीं स्रौं स: केतवे नम:॥
लहसुनिया अंगूठी के लाभ:
- लहसुनिया अंगूठी धारण करने से केतु के दुष्प्रभाव से छुटकारा मिलने लगता है।
- इसे पहनने से व्यक्ति के मन से नकारात्मकता दूर होने लगती है और उसकी आत्मशक्ति में वृद्धि होती है।
- केतु के दुष्प्रभाव से पैरों, रीढ़ की हड्डी, कानों और जातक के गुप्तांग में बीमारियां भी हो सकती हैं, तो उन्हें यह अंगूठी पहननी चाहिए।
- लहसुनिया अंगूठी व्यक्ति को काला-जादू, टोना-टोटका, भुत-प्रेत आदि बुरी शक्तियों से दूर रखती है।
- इसे धारण करने से तनाव और डिप्रेशन दूर होने लगता है।
- यह व्यक्ति को उस पर आने वाली दुर्घटनाओ से बचाती है।
- लहसुनिया अंगूठी धारण करने से कैरियर में आ रही बाधाएं दूर होने लगती है।
लहसुनिया अंगूठी की सावधानियां:
- पूजा करने से 24 घंटे पहले मांस, मदिरा और मैथुन का प्रयोग न करें।
- पूजा स्नान कर शांत मन से एकाग्र होकर ही करें।
- पूजा करने से पहले गंदे हाथों से इस प्रोडक्ट को न छुयें।
Certified Cats Eye Ring Details:
Gemstone Origin: Brazil
Shape: Oval
Color: Grey
Certified: With Certificates
Product Type: Gemstone Ring
Energized: Ketu Mantra
Shipping: Within 4-5 Days in India.
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