What is a Lehsunia Mudrika?
According to gem scriptures, Lehsunia gemstone is wear to reduce the ill effects of Ketu. This is the gemstone in this Lehsunia Mudrika/लहसुनिया मुद्रिका. Wearing it strengthens the position of Ketu and helps in reducing his wrath. Many times, when the auspicious position of Ketu in a person’s horoscope is bad, he has to face many obstacles.
Such as loss in work, wastage of money, lagging behind the target, troubles in the family, fights, or accidents. So, to get rid of these obstacles, one must wear this Lehsunia Mudrika. Moreover, by wearing it, the pending work starts getting completed and all kinds of financial problems start going away.
Why should wear a Lehsunia Mudrika?
Many times the effects of Ketu fall on a person’s family, Ketu becomes heavy on the person’s parents, their parents suffer from some kind of disease. Or they have fights with their parents, discord arises, mutual relations deteriorate. Or if one of the mother or father dies, then in such a situation the person must wear this Lehsunia Mudrika.
By wearing it, the obstacles being faced by the person’s parents start going away. This mudrika helps in calming the excessive anger of a person so that it does not lead to any kind of disagreement or discord. Lehsunia Mudrika is a very powerful mudrika. You can order it online soon from our Astro Mantra online shop.
How to wear a Lehsunia Mudrika?
On any Tuesday morning between 5 am to 7 am, sit on a Red woolen mat in a secluded place or prayer room in your house facing south and keep an Idol of Shiva or Picture of the Shiv family in front of you. Then make a “Circle” with roli in a plate in front of them and write “Kram” on it with roli.
Then fill it with whole red masur lentils (Masur Dal). Place the Lehsunia Mudrika on top of the red masur lentils and offer red oleander flowers, fruits, sweets and light a lamp of pure ghee in front of you and worship. Chant the following mantra 5 Mala i.e. 540 times Ketu Mantra and then wear it.
Ketu Mantra:
॥ Om Sram Srim Sraum Sa: Ketave Namah:॥
Benefits of Lehsunia Mudrika:
- By wearing the Lehsunia Mudrika, the problems in business and career start going away.
- This mudrika helps in reducing excessive anger and mental pain of the person.
- Moreover, wearing this mudrika reduces the ill effects of Ketu.
- By wearing a mudrika, unnecessary fear and problem of insomnia start going away.
- It protects the person from accidents.
- By wearing this, pending work starts completing, and wealth increases.
- Wearing the mudrika removes the problems faced by the person’s parents.
Precautions of Lehsunia Mudrika:
- Do not consume meat, alcohol and avoid getting intimate 24 hours before worship.
- Do the puja with a calm mind and concentration after taking bath.
- Do not touch this product with dirty hands before worshiping.
लहसुनिया मुद्रिका क्या है?
रत्न शास्त्रों के अनुसार, लहसुनिया रत्न को केतु के दुष्प्रभावो को कम करने के लिए धारण किया जाता है। इस लहसुनिया मुद्रिका में यही रत्न है इसे धारण करने से केतु की स्थिति मजबूत होती है और उनके प्रकोप को कम करने में मदद करती है। कई बार व्यक्ति की कुंडली में केतु की शुभ स्थिति ख़राब होने पर उन्हें कई बाधाओं का सामना करना पड़ता है।
जैसे की कार्य में नुकसान होना, धन बर्बाद होना, लक्ष्य से पीछे होना, परिवार में क्लेश होना, लड़ाई-झगड़ा होना, या दुर्घटनाएं होना। तो ऐसे में इन बाधाओं से निजात पाने के लिए यह लहसुनिया मुद्रिका जरूर धारण करनी चाहिए, इसे धारण करने से रुके हुए काम बनने लगते है और सभी प्रकार की आर्थिक परेशानियां दूर होने लगती है।
लहसुनिया मुद्रिका क्यों पहननी चाहिए?
कई बार केतु के प्रभाव व्यक्ति के परिवार पर पड़ते है, केतु व्यक्ति के माता-पिता पर भारी हो जाता है, उनके माता-पिता को किसी न किसी प्रकार की बीमारी सताती है, या उनका अपने माता-पिता से लड़ाई-झगड़ा होता है, मन-मुटाव पैदा होता है, आपसी संबंध ख़राब होते है या फिर माता या पिता में से किसी एक की मृत्यु भी हो जाती है, तो ऐसे में व्यक्ति को यह लहसुनिया मुद्रिका अवश्य पहननी चाहिए।
इसे पहनने से व्यक्ति के माता-पिता पर आ रही बाधाएं दूर होने लगती है। यह मुद्रिका व्यक्ति के अत्याधिक क्रोध को शांत करने में मदद करती है ताकि इसके कारण किसी प्रकार का मतभेद, मन-मुटाव ना हो। लहसुनिया मुद्रिका अत्यंत शक्तिशाली अंगूठी है, इसे आप हमारे एस्ट्रो मंत्रा ऑनलाइन शॉप से शीघ्र ही ऑनलाइन मंगवा सकते है।
लहसुनिया मुद्रिका कैसे धारण करें?
किसी भी मंगलवार के दिन सुबह के समय 5 बजे से 7 बजे के बीच अपने घर में किसी एकान्त स्थान या पूजा कक्ष में दक्षिण दिशा की तरफ़ मुख करके, लाल ऊनी आसन पर बैठ जाए और अपने सामने शिव मूर्ती या शिव परिवार का चित्र रखें फिर उनके सामने एक थाली में रोली से “गोला” बनाकर, उसमें रोली से “क्रां” लिखें।
फिर उसमे साबुत लाल मसूर की साबुत दाल भर दें, उस लाल मसूर की दाल के ऊपर लहसुनिया मुद्रिका को रखे और लाल कनेर पुष्प, फल, मिठाई चढ़ाये और सामने शुद्ध घी का दीपक जलाकर, पूजन करें और निम्नलिखित मंत्र का 5 माला यानि 540 बार केतु मंत्र का जाप कर इसे धारण करें।
केतु मंत्र:
॥ ॐ स्रां स्रीं स्रौं स: केतवे नम:॥
लहसुनिया मुद्रिका के लाभ:
- लहसुनिया मुद्रिका को धारण करने से बिज़नेस और कैरियर में आ रही समस्याएं दूर होने लगती है।
- यह मुद्रिका व्यक्ति के अत्याधिक क्रोध और मानसिक पीड़ा को कम करने में मदद करती है।
- इस मुद्रिका को पहनने से केतु के दुष्प्रभाव कम होने लगते है।
- इस मुद्रिका धारण करने से बेवजह का भय और अनिद्रा की परेशानी दूर होने लगती है।
- यह व्यक्ति को उस पर आने वाली दुर्घटनाओ से बचाती है।
- इसे धारण करने से रुके हुए काम बनने लगते है और धन में वृद्धि होती है।
- इस मुद्रिका को पहनने से व्यक्ति के माता-पिता पर आ रही समस्याएं दूर होती है।
लहसुनिया मुद्रिका की सावधानियां:
- पूजा करने से 24 घंटे पहले मांस, मदिरा और मैथुन का प्रयोग न करें।
- पूजा स्नान कर शांत मन से एकाग्र होकर ही करें।
- पूजा करने से पहले गंदे हाथों से इस प्रोडक्ट को न छुयें।
Lehsunia Mudrika Details:
Gemstone Origin: Brazil
Shape: Oval
Color: Yellowish
Certified: With Certificates
Product Type: Gemstone Ring
Energized: Ketu Mantra
Shipping: Within 4-5 Days in India.
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