What is a Lajward Ring?
Lajward Ring (लाजवर्द अंगूठी) is an extremely powerful ring. Which helps in bringing the inauspicious position of planets Saturn, Rahu and Ketu into auspicious position. When these three planets are bad in a person’s horoscope, his life becomes filled with more difficulties. In such a situation, he is advised to wear this Lajward Ring.
According to astrology, wearing this ring brings an end to poverty, success in job, growth in business, increase in wealth and strength to fight all the upcoming difficulties.
Why should wear a Lajward Ring?
If there is influence of Shani Sadesati, Dhaiya in the horoscope of a person, then he has to face many problems. It has a direct impact on the physical health, the person starts becoming ill day by day. And he has to suffer from bone related diseases like spinal pain, fracture or arthritis etc. In such a situation he must wear this Lajward Ring.
By wearing this ring, Mahadasha of Saturn gets removed and physical health is maintained. Moreover, it keeps the person away from bone related diseases or ailments. This ring has been energized and consecrated with the mantras of planet Saturn on Saturday night. You can order it online soon from our Astro Mantra online shop.
How to wear a Lajward Ring?
On any Saturday, between 7 pm to 10 pm, in a secluded place in your house or in the puja room, sit on a Black woolen mat facing west, in front of the Idol of Lord Shiva, in a plate filled with Kajal. Make a “U” and apply 8 dots using Kajal in it.
Then keep the Lajward Ring in that plate, place blue flowers or white ash flowers on it, after that light a pure oil lamp in front of the plate, worship it and chant the following mantra 5 Mala i.e. Shani Mantra 540 times and then wear it.
Shani Dev Mantra:
|| Om Pram Prim Praum Sah Shanicharyaya Namah: ||
Benefits of Lajward Ring:
- By wearing this ring, a person takes his responsibilities seriously, and his thinking ability increases.
- Besides, if you have any bad addiction like gambling, betting, lottery, alcohol, cigarette, etc. from which
- you want to get rid, then you should wear this ring.
- To relieve pain in the spine, knees, or shoulders, a Lajward Ring should be worn.
- Moreover, it helps in reducing Saturn’s Sadesati, Saturn’s Dhaiya, or Saturn’s Mahadasha.
- Wearing this ring ends enmity and increases respect in society.
- Additionally, it helps maintain happiness in your love and marital relationships.
- This Lajward Ring helps increase mental focus, attention power, and concentration.
Precautions of Lajward Ring:
- Do not consume meat, alcohol and avoid getting intimate 24 hours before worship.
- Do the puja with a calm mind and concentration after taking bath.
- Do not touch this product with dirty hands before worshiping.
लाजवर्द अंगूठी क्या है?
लाजवर्द अंगूठी एक अत्यंत शक्तिशाली अंगूठी है, जो शनि, राहू और केतु ग्रहों की अशुभ स्थिति को शुभ स्थिति में लाने में मदद करती है। जब किसी व्यक्ति की कुंडली में यह तीनो ग्रह ख़राब है तो उसका जीवन अधिक कठिनाइयों से भर जाता है, ऐसे में उन्हें यह लाजवर्द अंगूठी धारण करने की सलाह दी जाती है।
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, इस अंगूठी को धारण करने से दरिद्रता समाप्त होने लगती है, नौकरी में सफलता मिलने लगती है, व्यापार में वृद्धि होने लगती है, धन में वृद्धि होने लगती है और आने वाली सभी कठिनाइयों से लड़ने की शक्ति मिलती है।
लाजवर्द अंगूठी क्यों पहननी चाहिए?
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि साढ़ेसाती, ढैय्या का प्रभाव बना हुआ है, तो उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसका सीधा प्रभाव शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ता है, व्यक्ति दिन ब दिन बीमार रहने लगता है, उसे हड्डियों से जुड़ी बीमारी से जूझना पड़ता है जैसे कि रीढ़ की हड्डी में दर्द, फ्रैक्चर होना या गठिया आदि, ऐसी स्थिति में उन्हें यह लाजवर्द अंगूठी अवश्य पहननी चाहिए।
इस अंगूठी को पहनने से शनि की महादशा दूर होने लगती है और शारीरिक स्वास्थ्य बना रहता है। यह व्यक्ति को हड्डियों से जुड़ी बीमारी या रोग से दूर रखती है। इस अंगूठी को शनिवार रात्रि के दिन शनि मंत्रो से सिद्ध कर व प्राण-प्रतिष्ठित किया गया है ৷ इसे आप हमारे एस्ट्रो मंत्रा ऑनलाइन शॉप से शीघ्र ही ऑनलाइन मंगवा सकते है।
लाजवर्द अंगूठी कैसे धारण करें?
किसी भी शनिवार के दिन शाम के समय 7 बजे से 10 बजे के बीच अपने घर में किसी एकान्त स्थान या पूजा कक्ष में पश्चिम दिशा की तरफ़ मुख करके काले ऊनी आसन पर बैठ जाए, भगवान शिव की मूर्ती के सामने एक थाली में, काजल से “U” बनाकर, उसमें काजल से ही 8 बिंदियाँ लगाये। फिर लाजवर्द अंगूठी को उस थाली में रख कर, नीले पुष्प या सफ़ेद आक के पुष्प उस पर रखे, उसके बाद थाली के सामने शुद्ध तेल का दीपक जलाकर, पूजन करें और निम्नलिखित मंत्र का 5 माला यानि 540 बार शनि मंत्र का जाप कर, इसे धारण करें।
शनि देव मंत्र:
|| ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः ||
लाजवर्द अंगूठी के लाभ:
- इस अंगूठी को पहनने से व्यक्ति अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेता है और उसकी सोच-समझ में वृद्धि होती है।
- अगर आपको कोई जुएँ, सट्टे, लाटरी, शराब, सिगरेट जैसी बुरी लत है जिससे आप छुटकारा पाना चाहते है, तो आपको यह लाजवर्द अंगूठी धारण करनी चाहिए।
- रीढ़ की हड्डी में दर्द, घुटनों या कंधों में दर्द से राहत पाने के लिए लाजवर्द अंगूठी धारण करनी चाहिए।
- यह शनि की साढ़ेसाती, शनि की ढैय्या या शनि की महादशा को कम करने में मदद करती है।
- इस अंगूठी को पहनने से शत्रुता का अंत होता है और समाज में मान-सम्मान बढ़ता है।
- यह आपके प्रेम संबंध और वैवाहिक संबंध में खुशहाली बनाए रखने में मदद करती है।
- यह अंगूठी मानसिक एकाग्रता, ध्यान शक्ति और एकाग्रता को बढ़ाने में सहायक है।
लाजवर्द अंगूठी की सावधानियां:
- पूजा करने से 24 घंटे पहले मांस, मदिरा और मैथुन का प्रयोग न करें।
- पूजा स्नान कर शांत मन से एकाग्र होकर ही करें।
- पूजा करने से पहले गंदे हाथों से इस प्रोडक्ट को न छुयें।
Lajward Ring Details:
Gemstone Origin: Afghanistan
Shape: Oval
Color: Blue
Certified: With Certificates
Product Type: Gemstone Ring
Energized: Shani Mantra
Shipping: Within 7-8 Days in India.
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