What is a Lapis Lazuli Ring?
Lapis Lazuli Ring (लाजवर्द अंगूठी): Lapis Lazuli gemstones people wear to reduce the bad effects of Saturn and Rahu-Ketu. This gemstone is the sub-gem of Sapphire gemstone. In astrology, Rahu-Ketu and Saturn are famous as the cruel planets.
If these three planets are in an inauspicious position in a person’s horoscope, then his life starts getting in the doldrums. In such a situation, that person must wear this Lapis Lazuli Ring. Moreover, wearing this ring does not generate any negative energy around you and provides relief from all types of financial problems.
Why should wear a Lapis Lazuli Ring?
Many times, the bad effects of Saturn and Rahu-Ketu in a person’s horoscope, have a direct negative impact on the person’s family. There is always discord in his family and mutual discord increases. If there is a dispute, scuffle or one of the person’s parents dies, or they become seriously ill.
Then in such a situation the person must wear this Lapis Lazuli Ring. Besides, wearing this ring removes the negative effects of the three planets and protects the person’s family. The Lapis Lazuli Ring has been energized by chanting mantras of planet Saturn on Saturday night. You can order it online soon from our Astro Mantra online shop.
How to wear a Lapis Lazuli Ring?
On any Saturday, between 7 pm to 10 pm, in a secluded place in your house or in the puja room, sit on a Black woolen mat facing west, in front of the Idol of Lord Shiva, in a plate filled with Kajal. Make a “U” and apply 8 dots using Kajal in it.
Then keep the Lapis Lazuli Ring in that plate, place blue flowers or white ash flowers on it, after that light a pure oil lamp in front of the plate, worship it and chant the following mantra 5 Mala i.e. Shani Mantra 540 times and then wear it.
Shani Dev Mantra:
|| Om Pram Prim Praum Sah Shanicharyaya Namah: ||
Benefits of Lapis Lazuli Ring:
- This ring is wear to reduce the evil effects of Saturn and Rahu-Ketu.
- Wearing a Lapis Lazuli Ring provides relief from all types of financial problems.
- Moreover, wearing this ring helps in removing family disputes and conflicts.
- This ring protects the person from sudden accidents that may happen to him.
- Besides, wearing a ring starts generating positive thoughts in the mind and life.
- It increases a person’s tolerance and decision-making ability.
- Additionally, wearing this ring leads to a greater increase in wealth.
Precautions of Lapis Lazuli Ring:
- Do not consume meat, alcohol and avoid getting intimate 24 hours before worship.
- Do the puja with a calm mind and concentration after taking bath.
- Do not touch this product with dirty hands before worshiping.
लाजवर्द अंगूठी क्या है?
लाजवर्द रत्न शनि और राहु-केतु के बुरे प्रभावों को कम करने के लिए धारण किया जाता है। इस रत्न को नीलम रत्न का उपरत्न माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में राहु-केतु और शनि को क्रूर ग्रह माना गया है ৷
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में यह तीनों ग्रहों अशुभ स्थिति में होते है तो उसका जीवन पूरी तरह से नष्ट होने लगता है। ऐसे में उन व्यक्ति को यह लाजवर्द अंगूठी धारण करने की सलाह दी जाती है ৷ इस अंगूठी को धारण करने से आपके आसपास कोई नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न नही होती और सभी प्रकार की आर्थिक परेशानियों से निजात मिलता है।
लाजवर्द अंगूठी क्यों पहननी चाहिए?
कई बार व्यक्ति की कुंडली में शनि और राहु-केतु ग्रह के बुरे दोष होने के कारण इसका सीधा नकारात्मक प्रभाव व्यक्ति के परिवार पर पड़ता है ৷ उसके घर-परिवार में हमेशा कलह बना रहता है, आपसी मन-मुटाव बढ़ जाता है। वाद-विवाद, हाथापाई या फिर व्यक्ति के माता या पिता में से किसी एक की मृत्यु हो जाती है, या फिर वे अधिक बीमार रहने लगते है।
तो ऐसे में उस व्यक्ति को यह लाजवर्द अंगूठी अवश्य पहननी चाहिए। इस अंगूठी को पहनने से तीनों ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव दूर होते है और व्यक्ति के परिवार की रक्षा होती है। लाजवर्द अंगूठी को शनिवार रात्रि के समय शनि मंत्रो से सिद्ध कर प्राण-प्रतिष्ठित किया गया है ৷ इसे आप हमारे एस्ट्रो मंत्रा ऑनलाइन शॉप से शीघ्र ही ऑनलाइन मंगवा सकते है।
लाजवर्द अंगूठी कैसे धारण करें?
किसी भी शनिवार के दिन शाम के समय 7 बजे से 10 बजे के बीच अपने घर में किसी एकान्त स्थान या पूजा कक्ष में पश्चिम दिशा की तरफ़ मुख करके काले ऊनी आसन पर बैठ जाए, भगवान शिव की मूर्ती के सामने एक थाली में, काजल से “U” बनाकर, उसमें काजल से ही 8 बिंदियाँ लगाये। फिर लाजवर्द अंगूठी को उस थाली में रख कर, नीले पुष्प या सफ़ेद आक के पुष्प उस पर रखे, उसके बाद थाली के सामने शुद्ध तेल का दीपक जलाकर, पूजन करें और निम्नलिखित मंत्र का 5 माला यानि 540 बार शनि मंत्र का जाप कर, इसे धारण करें।
शनि देव मंत्र:
|| ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः ||
लाजवर्द अंगूठी के लाभ:
- इस अंगूठी को शनि और राहु-केतु के बुरे प्रभावों को कम करने के लिए धारण किया जाता है।
- लाजवर्द अंगूठी पहनने से सभी प्रकार की आर्थिक परेशानियों से निजात मिलता है।
- इस अंगूठी को पहनने से पारिवारिक कलह और मन-मुटाव दूर होने लगता है।
- यह अंगूठी व्यक्ति को उस पर आने वाली आकस्मिक दुर्घटनाओं से बचाती है।
- लाजवर्द अंगूठी धारण करने से मन में और जीवन में सकारात्मक विचार पैदा होने लगते है।
- यह व्यक्ति की सहन क्षमता और निर्णय क्षमता को बढ़ाती है।
- इस अंगूठी को पहनने से धन में अधिक वृद्धि होने लगती है।
लाजवर्द अंगूठी की सावधानियां:
- पूजा करने से 24 घंटे पहले मांस, मदिरा और मैथुन का प्रयोग न करें।
- पूजा स्नान कर शांत मन से एकाग्र होकर ही करें।
- पूजा करने से पहले गंदे हाथों से इस प्रोडक्ट को न छुयें।
Lapis Lazuli Ring Details:
Gemstone Origin: Afghanistan
Shape: Round
Color: Blue
Certified: With Certificates
Product Type: Gemstone Ring
Energized: Shani Mantra
Shipping: Within 7-8 Days in India.
Shop: Books | Yantra | Rosary | Rudraksha | Gemstones | Rings | Kavach | Lucky Charms | Online Puja | Puja Items | Gutika | Pyramids | FengShui | Herbs | View All
kusum –
nice stone