What is a Certified Ruby Ring?
Certified Ruby Ring (माणिक्य अंगूठी): In astrology, Ruby gemstone is consider to be a very influential gemstone. Ruby gemstone represents the planet Sun. When the Sun planet is in an inauspicious position in a person’s horoscope. Then that person’s life is filled with many troubles, many problems start coming in his life.
Difficulties start coming in the way of success. In such a situation, they are advise to wear this Certified Ruby Ring. Besides, by wearing this ring all the troubles of life start going away. And one gets happiness, prosperity, peace and facilities in life. Also, this ring keeps the person away from evil deeds and negative powers.
Why should wear a Certified Ruby Ring?
Due to bad position of Sun in the horoscope, it affects the honor and respect of the person, the person gets trapped in some dispute, police case, or the person is wrongly accused. Due to which there is trouble in the society and family, his respect keeps decreasing. People start calling him bad and start keeping distance from him. In such a situation, a person must wear this Certified Ruby Ring.
Moreover, by wearing this ring, the bad condition of the Sun starts getting correct. Due to which false allegations against the person start getting remove and respect starts getting built in the society. The Certified Ruby Ring has been energized with the mantras of planet Sun. You can order it online soon from our Astro Mantra online shop.
How to wear a Certified Ruby Ring?
On any Sunday morning between 5 am to 7 am, sit on a Red woolen mat in some secluded place or prayer room in your house, facing east. Keep an Idol of Lord Shiva or Picture of the Shiv family in front of you. Make a “Circle” with roli in a plate in front of them and write “Hrim” on it with roli.
Then place the Certified Ruby Ring on top of whole wheat and offer red oleander flower, fruits, sweets. Light a lamp of pure ghee in front of you and perform worship. Chant the following mantra 5 Mala i.e. 540 times and then wear it.
Surya Mantra:
॥ Om Hram Hrim Hraum Sa: Suryay Namah:॥
Benefits of Certified Ruby Ring
- This ring helps in making the inauspicious position of the Sun in the horoscope auspicious.
- By wearing this ring, the financial situation starts improving.
- Besides, this ring provides happiness, prosperity, peace, and facilities in life.
- Wearing a ring keeps a person away from negative forces.
- This ring keeps the person away from false accusations, police cases, and debates.
- Additionally, wearing a Certified Ruby Ring gives respect to society.
- Wearing it brings more success in government work.
Precautions of Certified Ruby Ring:
- Do not consume meat, alcohol and avoid getting intimate 24 hours before worship.
- Do the puja with a calm mind and concentration after taking bath.
- Do not touch this product with dirty hands before worshiping.
माणिक्य अंगूठी क्या है?
ज्योतिष शास्त्र में माणिक्य रत्न को बहुत प्रभावशाली रत्न माना जाता है। माणिक्य रत्न सूर्य ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है। जब किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य ग्रह अशुभ अवस्था में होते है, तो उस व्यक्ति का जीवन कई कष्टों से भर जाता है। उसके जीवन में कई परेशानियां आने लगती है, सफलता के रास्ते में मुश्किलें आने लगती है ৷ ऐसे में उन्हें यह माणिक्य अंगूठी धारण करने की सलाह दी जाती है।
इस अंगूठी को धारण करने से जीवन के सभी कष्ट दूर होने लगते है ৷ और जीवन में सुख-समृद्धि, शांति और सुविधाओं की प्राप्ति होती है। साथ ही, यह अंगूठी व्यक्ति को बुरे कार्यों और नकारात्मक शक्तियों से दूर रखती है।
माणिक्य अंगूठी क्यों पहननी चाहिए?
कुंडली में सूर्य की स्थिति ख़राब होने के कारण उसका प्रभाव व्यक्ति के मान-सम्मान पर पड़ता है, व्यक्ति किसी न किसी वाद-विवाद, पुलिस केस में फस जाता है, या व्यक्ति पर गलत आरोप लगाया जाता है, जिसके कारण समाज और परिवार में उसका मान-सम्मान कम होता जाता है। लोग उसे बुरा-भला कहने लगते हैं और उससे दूरी बनाने लगते हैं। ऐसे में व्यक्ति को यह माणिक्य अंगूठी अवश्य पहननी चाहिए ৷
इस अंगूठी को पहनने से सूर्य की ख़राब स्थिति ठीक होने लगती है, जिससे व्यक्ति पर लगे झूठे आरोप दूर होने लगते है और समाज में मान-सम्मान बनने लगता है। माणिक्य अंगूठी को सूर्य ग्रह के मंत्रो से सिद्ध कर प्राण-प्रतिष्ठित किया गया है ৷ इसे आप हमारे एस्ट्रो मंत्रा ऑनलाइन शॉप से शीघ्र ही ऑनलाइन मंगवा सकते है।
माणिक्य अंगूठी कैसे धारण करें?
किसी भी रविवार के दिन सुबह के समय 5 बजे से 7 बजे के बीच अपने घर में किसी एकान्त स्थान या पूजा कक्ष में पूर्व दिशा की तरफ़ मुख करके, लाल ऊनी आसन पर बैठ जाए, अपने सामने भगवान शिव की मूर्ती या भगवान शिव के परिवार की चित्र रखें, उनके सामने एक थाली में, रोली से “गोला” बनाकर उसमें रोली से, “ह्रीं” लिखें। फिर उसमे साबुत गेहूं के ऊपर माणिक्य अंगूठी को रखे और लाल कनेर पुष्प, फल, मिठाई चढ़ाये, सामने शुद्ध घी का दीपक जलाकर पूजन करें और निम्नलिखित मंत्र का 5 माला यानि 540 बार सूर्य मन्त्र का जाप कर इसे धारण करें।
सूर्य देव मंत्र:
॥ ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम:॥
माणिक्य अंगूठी के लाभ:
- यह अंगूठी कुंडली में सूर्य ग्रह की अशुभ स्थिति को शुभ बनाने में मदद करती है।
- इस अंगूठी के धारण से आर्थिक स्थिति ठीक होने लगती है।
- यह अंगूठी जीवन में सुख, समृद्धि, शांति और सुविधाएं प्रदान करती हैं।
- माणिक्य अंगूठी पहनने से व्यक्ति को नकारात्मक शक्तियों से दूर रहता है।
- यह अंगूठी व्यक्ति को झूठे आरोप, पुलिस केस, वाद-विवाद से दूर रखती है।
- माणिक्य अंगूठी धारण करने से समाज में मान-सम्मान मिलता है।
- इसे धारण करने से सरकारी कार्यों में अधिक सफलता मिलती है।
माणिक्य अंगूठी की सावधानियां:
- पूजा करने से 24 घंटे पहले मांस, मदिरा और मैथुन का प्रयोग न करें।
- पूजा स्नान कर शांत मन से एकाग्र होकर ही करें।
- पूजा करने से पहले गंदे हाथों से इस प्रोडक्ट को न छुयें।
Certified Ruby Ring Details:
Gemstone Origin: Myanmar
Shape: Oval
Color: Purplish Red
Certified: With Certificates
Product Type: Gemstone Ring
Energized: Surya Mantra
Shipping: Within 7-8 Days in India.
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