What is an Ashtadhatu Lehsunia Ring?
Ashtadhatu Lehsunia Ring (अष्टधातु लहसुनिया अंगूठी): Ashtadhatu is a mixture of eight metals. The metals used are Gold, Silver, Copper, Zinc, Lead, Tin, Iron, and Mercury. Lehsunia gemstone is famous as Cat’s Eye in English. Lehsunia is the gemstone of Ketu, this ring people wear to reduce the negative effects of Ketu.
If Ketu is in an inauspicious place in a person’s horoscope, then it becomes troublesome, and the person has to face many problems in his business and career. In such a situation, they are advised to wear this ring. In the same way, wearing this ring reduces the wrath of Ketu and also brings progress in business and career.
Why should wear an Ashtadhatu Lehsunia Ring?
Many times, due to the negative effects of Ketu, a person’s life becomes turbulent, his financial condition deteriorates and all avenues of earning money disappear. There is a loss in business, loss of job, obstacles in building a career, and people start moving away from their goals. If a situation like taking a loan arises, then a person must wear this ring.
Moreover, by wearing this ring, the negative effects of Ketu start reducing. The obstacles in business, career, and job ward off. Ashtadhatu Lehsunia Ring is energized with the mantras of planet Ketu. You can order it online soon from our Astro Mantra online shop.
How to wear an Ashtadhatu Lehsunia Ring?
On any Tuesday morning between 5 am to 7 am, sit on a Red woolen mat in a secluded place or prayer room in your house facing south and keep an Idol of Shiva or Picture of the Shiv family in front of you. Then make a “Circle” with roli in a plate in front of them and write “Kram” on it with roli.
Then fill it with whole red masur lentils (Masur Dal). Place the Ashtadhatu Lehsunia Ring on top of the red masur lentils and offer red oleander flowers, fruits, sweets and light a lamp of pure ghee in front of you and worship. Chant the following mantra 5 Mala i.e. 540 times Ketu Mantra and then wear it.
Ketu Mantra:
॥ Om Sram Srim Sraum Sa: Ketave Namah:॥
Benefits of Ashtadhatu Lehsunia Ring:
- This ring helps in reducing the Mahadasha of Ketu in the horoscope of the person.
- Wearing a ring opens new avenues for earning money and increases wealth.
- Besides, by wearing this ring, problems like big debts end.
- By wearing this ring, the obstacles in business, job, and career are warding off.
- If you start work by wearing a ring, you progress.
- It helps the person to move towards his goal.
- Additionally, the Ashtadhatu Lehsunia Ring increases the self-confidence of a person.
Precautions of Ashtadhatu Lehsunia Ring:
- Do not consume meat, alcohol and avoid getting intimate 24 hours before worship.
- Do the puja with a calm mind and concentration after taking bath.
- Do not touch this product with dirty hands before worshiping.
अष्टधातु लहसुनिया अंगूठी क्या है?
अष्टधातु लहसुनिया अंगूठी आठ धातुओं का मिश्रण है, प्रयुक्त धातुएँ सोना, चाँदी, तांबा, जस्ता, सीसा, टिन, लोहा और पारा हैं। लहसुनिया रत्न को अंग्रेजी में कैट्स आई के नाम से जाना जाता है। लहसुनिया केतु का रत्न है, यह अंगूठी केतु के नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए धारण की जाती है।
यदि किसी व्यक्ति के कुंडली में केतु अशुभ स्थान में है तो वह कष्टकारी हो जाता है, और व्यक्ति को अपने व्यापार और कैरियर में कई समस्याओं से जूझना पड़ता है। ऐसे में उन्हें यह अंगूठी धारण करने की सलाह दी जाती है। इस अंगूठी को धारण करने से केतु का प्रकोप कम होने लगता है साथ ही, व्यापार और कैरियर में तरक्की मिलने लगती है।
अष्टधातु लहसुनिया अंगूठी क्यों पहननी चाहिए?
कई बार केतु के नकारात्मक प्रभावों के कारण व्यक्ति का जीवन उथल-पुथल हो जाता है, उसकी आर्थिक स्थिति ख़राब हो जाती है और पैसे आने के सभी रास्ते बंद हो जाते है ৷ व्यापार में नुकसान होता है, नौकरी छुट जाती है, कैरियर बनने में रुकावटें आती है, लक्ष्य से दूर होने लगते है ৷ कर्ज लेने जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है, तो ऐसे में व्यक्ति को यह अंगूठी अवश्य पहननी चाहिए।
इस अंगूठी को पहनने से केतु के नकारात्मक प्रभाव कम होने लगते है और व्यापार, कैरियर, नौकरी में आ रही बाधाएं दूर होने लगती है। अष्टधातु लहसुनिया अंगूठी को केतु मंत्रो से सिद्ध कर व प्राण-प्रतिष्ठा किया जाता है ৷ इसे आप हमारे एस्ट्रो मंत्रा ऑनलाइन शॉप से शीघ्र ही ऑनलाइन मंगवा सकते है।
अष्टधातु लहसुनिया अंगूठी कैसे धारण करें?
किसी भी मंगलवार के दिन सुबह के समय 5 बजे से 7 बजे के बीच अपने घर में किसी एकान्त स्थान या पूजा कक्ष में दक्षिण दिशा की तरफ़ मुख करके, लाल ऊनी आसन पर बैठ जाए और अपने सामने शिव मूर्ती या शिव परिवार का चित्र रखें फिर उनके सामने एक थाली में रोली से “गोला” बनाकर, उसमें रोली से “क्रां” लिखें।
फिर उसमे साबुत लाल मसूर की साबुत दाल भर दें, उस लाल मसूर की दाल के ऊपर अष्टधातु लहसुनिया अंगूठी को रखे और लाल कनेर पुष्प, फल, मिठाई चढ़ाये और सामने शुद्ध घी का दीपक जलाकर, पूजन करें और निम्नलिखित मंत्र का 5 माला यानि 540 बार केतु मंत्र का जाप कर इसे धारण करें।
केतु मंत्र:
॥ ॐ स्रां स्रीं स्रौं स: केतवे नम:॥
अष्टधातु लहसुनिया अंगूठी के लाभ:
- यह अंगूठी व्यक्ति की कुंडली में केतु की महादशा को कम करने में मदद करती है।
- अष्टधातु लहसुनिया अंगूठी धारण करने से पैसे आने के नए-नए रास्ते खुलते है और धन में वृद्धि होती है।
- इस अंगूठी को पहनने से बड़े से बड़े कर्ज जैसी समस्या दूर होने लगती है।
- इस अंगूठी को धारण करने से व्यापार, नौकरी और कैरियर में आ रही बाधाएं दूर होने लगती है।
- अष्टधातु लहसुनिया अंगूठी को पहनकर किसी काम की शुरुआत करते है तो उसमे तरक्की हासिल होती है।
- यह व्यक्ति को अपने लक्ष्य की ओर बढ़ने में सहायता करती है।
- अष्टधातु लहसुनिया अंगूठी व्यक्ति के आत्मविश्वास को बढ़ाती है।
अष्टधातु लहसुनिया अंगूठी की सावधानियां:
- पूजा करने से 24 घंटे पहले मांस, मदिरा और मैथुन का प्रयोग न करें।
- पूजा स्नान कर शांत मन से एकाग्र होकर ही करें।
- पूजा करने से पहले गंदे हाथों से इस प्रोडक्ट को न छुयें।
Ashtadhatu Lehsunia Ring Details:
Weight: 0.004 gm Approx.
Color: Golden & Yellow
Metal: Ashtadhatu
Product Types: Religious Ring
Energized: Ketu Mantras
Shipping: Within 4-5 Days in India.
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