What is an Ashtadhatu Manikya Mudrika?
Ashtadhatu Manikya Mudrika (अष्टधातु माणिक्य मुद्रिका): Ashtadhatu has great importance in astrology and Ruby gemstone has more importance in gemology which controls the ill effects of Lord Sun. The Sun is the king of all the nine planets. If the position of the Sun God is weak in the horoscope, then they must wear this Ashtadhatu Manikya Mudrika.
This mudrika is more beneficial for those who are suffering from stomach-related problems and have a weak digestive system. Apart from this, it also helps with eye-related problems and infections. It increases the self-confidence of a person and bestows name, fame, and respect in society.
Why should wear an Ashtadhatu Manikya Mudrika?
If a person is suffering from health problems. Those are caused by the influence of the Sun. Like Heart disease, Eye disease, Cold, Stomach-related diseases, etc. They are not recovering despite getting treatment at the biggest hospitals. Thereafter, they showed to the best doctors but no effect was visible towards the recovery.
Therefore, in such a situation he must wear this Ashtadhatu Manikya Mudrika. Moreover, by wearing this mudrika, the person gets relief from these diseases and his physical health remains healthy. Ashtadhatu Manikya Mudrika has been energized with the mantras of planet Sun. You can order this mudrika online soon from our Astro Mantra online shop.
How to wear an Ashtadhatu Manikya Mudrika?
On any Sunday morning between 5 am to 7 am, sit on a Red woolen mat in some secluded place or prayer room in your house, facing east. Keep an Idol of Lord Shiva or Picture of the Shiv family in front of you. Make a “Circle” with roli in a plate in front of them and write “Hrim” on it with roli.
Then place the Ashtadhatu Manikya Mudrika on top of whole wheat and offer red oleander flower, fruits, sweets. Light a lamp of pure ghee in front of you and perform worship. Chant the following mantra 5 Mala i.e. 540 times and then wear it.
Surya Mantra:
॥ Om Hram Hrim Hraum Sa: Suryay Namah:॥
Benefits of Ashtadhatu Manikya Mudrika:
- It increases the self-confidence of a person.
- It provides name, fame, and respect in the society.
- Besides, by wearing this mudrika person gets relief from these diseases.
- This mudrika keeps the physical health of the person healthy.
- Wearing it increases the power of attraction.
- Wearing an Ashtadhatu Manikya Mudrika brings good fortune to the person.
- Additionally, wearing this ring relieves the mind from things like negative vibes, pain, sadness, anxiety, etc.
Precautions of Ashtadhatu Manikya Mudrika:
- Do not consume meat, alcohol and avoid getting intimate 24 hours before worship.
- Do the puja with a calm mind and concentration after taking bath.
- Do not touch this product with dirty hands before worshiping.
अष्टधातु माणिक्य मुद्रिका क्या है?
ज्योतिष शास्त्र में अष्टधातु का काफी अधिक महत्व है और रत्न शास्त्र में माणिक्य रत्न का अधिक महत्व है जो भगवान सूर्य के कुप्रभावों को नियंत्रित करता है। सूर्य को सभी नौं ग्रहों का राजा कहा जाता है। जिस व्यक्ति की कुंडली में सूर्य देव की स्थिति कमजोर है, तो उन्हें यह अष्टधातु माणिक्य मुद्रिका जरूर धारण करनी चाहिए।
यह मुद्रिका उन लोगों के लिए अधिक फायदेमंद है जो पेट से संबंधित समस्याओं से पीड़ित हैं और जिनका पाचन तंत्र कमजोर है। इसके अलावा, यह आंखों से जुड़ी समस्याओं और संक्रमण में भी मदद करती है। अष्टधातु माणिक्य मुद्रिका व्यक्ति के आत्मविश्वास को बढ़ाती है और समाज में नाम, प्रसिद्धी और सम्मान प्रदान करती है।
अष्टधातु माणिक्य मुद्रिका क्यों पहननी चाहिए?
यदि कोई व्यक्ति सूर्य के प्रभाव से होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं जैसे हृदय रोग, आँखों का रोग, सर्दी-जुखाम, पेट से संबंधित आदि बीमारियों से जूझ रहा हैं, जो इलाज करवाने के बाद भी ठीक नहीं हो पा रहा हैं, बड़े से बड़े अस्पतालों में जाकर देख लिया है, अच्छे से अच्छे डॉक्टरों को दिखा दिया है। लेकिन फिर भी कोई असर नहीं दिख रहा है ৷
तो ऐसी स्थिति में उन्हें यह अष्टधातु माणिक्य मुद्रिका अवश्य पहननी चाहिए। इस मुद्रिका को पहनने से व्यक्ति को इन बीमारियों से राहत मिलती है और उसका शारीरिक स्वास्थ्य स्वस्थ रहता है। इस मुद्रिका को सूर्य ग्रह के मंत्रो से सिद्ध किया गया है, जिसे आप हमारे एस्ट्रो मंत्रा ऑनलाइन शॉप से शीघ्र ही ऑनलाइन मंगवा सकते है।
अष्टधातु माणिक्य मुद्रिका कैसे धारण करें?
किसी भी रविवार के दिन सुबह के समय 5 बजे से 7 बजे के बीच अपने घर में किसी एकान्त स्थान या पूजा कक्ष में पूर्व दिशा की तरफ़ मुख करके, लाल ऊनी आसन पर बैठ जाए, अपने सामने भगवान शिव की मूर्ती या भगवान शिव के परिवार की चित्र रखें, उनके सामने एक थाली में, रोली से “गोला” बनाकर उसमें रोली से, “ह्रीं” लिखें। फिर उसमे साबुत गेहूं के ऊपर अष्टधातु माणिक्य मुद्रिका को रखे और लाल कनेर पुष्प, फल, मिठाई चढ़ाये, सामने शुद्ध घी का दीपक जलाकर पूजन करें और निम्नलिखित मंत्र का 5 माला यानि 540 बार सूर्य मन्त्र का जाप कर इसे धारण करें।
सूर्य देव मंत्र:
॥ ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम:॥
अष्टधातु माणिक्य मुद्रिका के लाभ:
- यह अष्टधातु माणिक्य मुद्रिका व्यक्ति के आत्मविश्वास को बढ़ाती है।
- यह समाज में नाम, प्रसिद्धी और सम्मान प्रदान करती है।
- इसको पहनने से व्यक्ति को इन बीमारियों से राहत मिलती है।
- यह मुद्रिका व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य स्वस्थ रहता है।
- इसे धारण करने से आकर्षण शक्ति में वृद्धि होती है।
- अष्टधातु माणिक्य मुद्रिका धारण करने से व्यक्ति का भाग्योदय होने लगता है।
- इसको पहनने से मन से नेगेटिव वाइब, दर्द, उदासी, चिंता जैसी चीजों से छुटकारा मिलता है।
अष्टधातु माणिक्य मुद्रिका की सावधानियां:
- पूजा करने से 24 घंटे पहले मांस, मदिरा और मैथुन का प्रयोग न करें।
- पूजा स्नान कर शांत मन से एकाग्र होकर ही करें।
- पूजा करने से पहले गंदे हाथों से इस प्रोडक्ट को न छुयें।
Ashtadhatu Manikya Mudrika Details:
Weight: 0.004 gm Approx.
Color: Golden & Red
Metal: Ashtadhatu
Product Types: Religious Ring
Energized: Surya Mantra
Shipping: Within 4-5 Days in India.
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