What is an Ashtadhatu Moti Ring?
Ashtadhatu Moti Ring (अष्टधातु मोती अंगूठी): Ashtadhatu is important in astrology. This metal is important because of its purity. Ashtadhatu means a mixture of eight metals. These include Gold, Silver, Copper, Lead, Zinc, Tin, Iron, and Mercury. According to gemology, pearl gemstone represents the planet, the Moon. The moon is the factor of Mind, Mental, Wealth, Travel, Happiness and Peace.
A person whose Moon is in an inauspicious or weak position in his horoscope must wear this Ashtadhatu Moti Ring. Wearing this ring strengthens the position of the Moon in the horoscope. Besides, it removes negative thoughts from a person’s mind and creates positive thoughts.
Why should wear an Ashtadhatu Moti Ring?
Wearing the Ashtadhatu Moti Ring protects from mental illness and keeps the mind calm. If a person is suffering from stress or depression, then a person must wear this ring. Wearing this ring helps in reducing unnecessary worries in the mind. Besides, this ring removes the complications of a person’s life and improves the financial condition of the person. There is never a shortage of money by wearing ring. Ashtadhatu Moti Ring has been energized with the mantra of planet Moon. You can order this energized ring online soon from our Astro Mantra online shop.
How to wear an Ashtadhatu Moti Ring?
On any Monday evening between 5 pm to 7 pm, sit on a White woolen mat in a secluded place or prayer room in your house, facing north. Then place a Idol of Shiva or Picture of Shiva family in front of you in a steel plate, make a “Moon” with white sandalwood and fill it with whole rice.
And place the Ashtadhatu Moti Ring on top of the rice. After that, place white flowers, fruits, sweets in the plate and light a lamp of pure ghee in front and worship and chant the following mantra 5 Mala i.e. Chandra Mantra 540 times and then wear it.
Chandra Dev Mantra:
|| Om Shram Shrim Shraum Sa: Chandrayem Namah: ||
Benefits of Ashtadhatu Moti Ring:
- Ashtadhatu Moti Ring helps in reducing the adverse effects of the Moon Planet.
- Besides, wearing this ring generates positive thoughts in the person’s mind.
- It increases a person’s confidence and concentration.
- Wearing it increases the immunity of the person.
- Wearing a ring reduces a person’s stress, depression, and anger.
- Wearing this ring improves the financial condition of the person.
- Above all, wearing this ring cures mental illnesses and keeps the mind calm.
Precautions of Ashtadhatu Moti Ring:
- Do not consume meat, alcohol and avoid getting intimate 24 hours before worship.
- Do the puja with a calm mind and concentration after taking bath.
- Do not touch this product with dirty hands before worshiping.
अष्टधातु मोती अंगूठी क्या है?
ज्योतिष शास्त्र में अष्टधातु को महत्वपूर्ण माना जाता है। ये धातु शुद्धता के कारण महत्वपूर्ण है। अष्टधातु का मतलब है आठ धातुओं का मिश्रण। इनमें सोना, चांदी, तांबा, सीसा, जस्ता, टिन, लोहा, और पारा शामिल हैं। रत्न शास्त्र के अनुसार, मोती रत्न का संबंध चंद्र ग्रह से माना जाता है। चंद्रमा को मन, मानसिक, धन-संपत्ति, यात्रा, और सुख-शांति का कारक माना गया है।
जिस व्यक्ति की कुंडली में चंद्र अशुभ स्थिति में या कमजोर अवस्था में होते हैं, तो उन्हें यह अष्टधातु मोती अंगूठी धारण करने की सलाह दी जाती है। इस अंगूठी को धारण करने से कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती हैं। यह व्यक्ति के मन से नकारात्मक विचारों को दूर कर, सकारात्मक विचार पैदा करती है।
अष्टधातु मोती अंगूठी क्यों पहननी चाहिए?
अष्टधातु मोती अंगूठी पहनने से मानसिक बीमारी से बचाव होता है और मन शांत रहता है। अगर किसी व्यक्ति को तनाव या डिप्रेशन की समस्या है, तो उसे यह अंगूठी अवश्य पहननी चाहिए, इस अंगूठी को पहनने से मन की बेवजह की चिंता कम होने लगती है। यह अंगूठी व्यक्ति के जीवन की उलझनें को दूर करती हैं और व्यक्ति की आर्थिक स्थिति में सुधार लाती है। अष्टधातु मोती अंगूठी धारण करने से धन की कमी कभी नहीं होती। अष्टधातु मोती अंगूठी को चंद्र ग्रह के मंत्रो से सिद्ध किया गया है, इस सिद्ध अंगूठी को आप हमारे एस्ट्रो मंत्रा ऑनलाइन शॉप से शीघ्र ही ऑनलाइन मंगवा सकते है।
अष्टधातु मोती अंगूठी कैसे धारण करें?
किसी भी सोमवार के दिन शाम के समय 5 बजे से 7 बजे के बीच अपने घर में किसी एकान्त स्थान या पूजा कक्ष में उत्तर दिशा की तरफ़ मुख करके, सफ़ेद ऊनी आसन पर बैठ जाए। फिर एक स्टील थाली में अपने सामने शिव मूर्ति या शिव परिवार का चित्र रखें, सफ़ेद चंदन से “चाँद” बनाकर उसमें साबुत चावल भर दें, चावल के ऊपर अष्टधातु मोती अंगूठी को रखें। उसके बाद, सफ़ेद पुष्प, फल, मिठाई थाली में रखे और सामने शुद्ध घी का दीपक जलाकर, पूजन करें, निम्नलिखित मंत्र का 5 माला यानि 540 बार चन्द्र मन्त्र का जाप कर इसे धारण करें।
चंद्र देव मंत्र:
|| ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रायें नम: ||
अष्टधातु मोती अंगूठी के लाभ:
- यह अंगूठी चंद्र ग्रह के अनिष्ट प्रभावों को कम करने में मदद करती है।
- इस अंगूठी को पहनने से व्यक्ति के मन में सकारात्मक विचार उत्पन्न होते है।
- यह व्यक्ति के आत्मविश्वास और एकाग्रता को बढ़ाती है।
- इसे पहनने से व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है।
- अष्टधातु मोती अंगूठी पहनने से व्यक्ति का तनाव, अवसाद और क्रोध कम होता है।
- इस अंगूठी को धारण करने से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
- इस अंगूठी को पहनने से मानसिक बीमारियाँ दूर होती हैं और मन शांत रहता है।
अष्टधातु मोती अंगूठी की सावधानियां:
- पूजा करने से 24 घंटे पहले मांस, मदिरा और मैथुन का प्रयोग न करें।
- पूजा स्नान कर शांत मन से एकाग्र होकर ही करें।
- पूजा करने से पहले गंदे हाथों से इस प्रोडक्ट को न छुयें।
Ashtadhatu Moti Ring Details:
Metal: Ashtadhatu
Size: 16
Product Type: Religious Ring
Energized: Chandra Mantra
Shipping: Within 4-5 Days in India.
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