What is an Ashtadhatu Navratna Ring?
Ashtadhatu Navratna Ring (अष्टधातु नवरत्न अंगूठी) is wear to remove the ill effects and sufferings of many planets. The reason for this is its purity, Ashtadhatu means a mixture of eight metals. These eight metals are Gold, Silver, Copper, Lead, Zinc, Tin, Iron, and Mercury. According to astrology, the Navagraha have uncertain effects on a person.
Due to this, the person has to face many problems. Therefore, one should wear Ashtadhatu Navratna Ring to reduce the inauspicious effects of Navagraha. Besides, by wearing this ring provides relief from the negative effects of Navagraha. The Ashtadhatu Navratna Ring consists of 9 major gemstones which represent the nine planets.
Why should wear an Ashtadhatu Navratna Ring?
If a person is not interested in education, they face difficulties in their academic field, they forget what they study, and become unable to score good marks in exams. In such a situation, they must wear this ring. When they wear this ring, the obstacles in their education start removing and their attention towards education also starts increasing.
Moreover, by wearing a ring provides mental peace and also reduces stress and depression. The Ashtadhatu Navratna Ring has been energized with Navgraha Beej Mantra. You can order this energized ring online soon from our Astro Mantra online shop.
How to wear an Ashtadhatu Navratna Ring?
On any Sunday morning between 5 am to 7 am, sit on a Red woolen mat in some secluded place or prayer room in your house, facing east. Keep an Idol of Lord Shiva or Picture of the Shiv family in front of you. Make a “Circle” with roli in a plate in front of them and write “Hrim” on it with roli. Then place the Ashtadhatu Navratna Ring on top of whole wheat and offer red oleander flower, fruits, sweets. Light a lamp of pure ghee in front of you and perform worship. Chant the following mantra 9 Mala and then wear it.
Navgraha Mantra:
॥ Om Sam Sarvarisht Nivaranay Navagrahebhyo Namah:॥
Benefits of Ashtadhatu Navratna Ring:
- By wearing a ring, the ill effects of planets start reducing.
- Moreover, by wearing this ring the obstacles in the field of education start getting removed.
- Wearing it provides mental peace.
- It keeps the person away from problems like stress and depression.
- Wearing this ring creates positive energy in the mind.
- Ashtadhatu Navratna Ring increases self-confidence.
- Additionally, it also increases the leadership ability of the person.
Precautions of Ashtadhatu Navratna Ring:
- Do not consume meat, alcohol and avoid getting intimate 24 hours before worship.
- Do the puja with a calm mind and concentration after taking bath.
- Do not touch this product with dirty hands before worshiping.
अष्टधातु नवरत्न अंगूठी क्या है?
कई ग्रहों के दुष्प्रभाव और पीड़ा को दूर करने के लिए अष्टधातु की अंगूठी पहनी जाती है। इसका कारण है इसकी शुद्धता, अष्टधातु का अर्थ है आठ धातुओं का मिश्रण। इनमें आठ धातुएं सोना, चांदी, तांबा, सीसा, जस्ता, टिन, लोहा, तथा पारा है। ज्योतिष के अनुसार, व्यक्ति पर नवग्रहों का अनिश्चित प्रभाव होता है।
इसके कारण, व्यक्ति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए, नवग्रहों के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए अष्टधातु नवरत्न अंगूठी पहननी चाहिए। इस अंगूठी को पहनने से नवग्रहों के नकारात्मक प्रभाव से छुटकारा मिलता है। अष्टधातु नवरत्न अंगूठी में 9 प्रमुख रत्न होते हैं जो नौ ग्रहों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
अष्टधातु नवरत्न अंगूठी क्यों पहननी चाहिए?
यदि किसी व्यक्ति शिक्षा में मन नहीं लगता, उनके शिक्षा क्षेत्र में कठिनाइयाँ आ रही हैं, वे जो कुछ पढ़ते हैं, उन्हें भूल जाते हैं, और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने में असमर्थ हो जाते हैं। ऐसे में उन्हें अवश्य ही यह अष्टधातु नवरत्न अंगूठी पहननी चाहिए। जब वे इस अंगूठी को पहनते हैं, तो उनकी शिक्षा में बाधाएँ दूर होने लगती हैं और उनका शिक्षा के प्रति ध्यान भी बढ़ने लगता है।
इस अंगूठी को पहनने से मानसिक शांति मिलती है और इससे तनाव और अवसाद भी कम होता है। अष्टधातु नवरत्न अंगूठी को नवग्रह बीज मंत्र से सिद्ध किया गया है, इस सिद्ध अंगूठी को आप हमारे एस्ट्रो मंत्रा ऑनलाइन शॉप से शीघ्र ही ऑनलाइन मंगवा सकते है।
अष्टधातु नवरत्न अंगूठी कैसे धारण करें?
किसी भी रविवार के दिन सुबह के समय 5 बजे से 7 बजे के बीच अपने घर में किसी एकान्त स्थान या पूजा कक्ष में पूर्व दिशा की तरफ़ मुख करके, लाल ऊनी आसन पर बैठ जाए और अपने सामने शिव मूर्ती या शिव परिवार का चित्र रखें, उनके सामने एक थाली में, रोली से “गोला” बनाकर, उसमें रोली से “ह्रीं” लिखें। फिर उसमे साबुत गेहूं के ऊपर अष्टधातु नवरत्न अंगूठी को रखे और लाल कनेर पुष्प, फल, मिठाई चढ़ाये, सामने शुद्ध घी का दीपक जलाकर, पूजन करें और निम्नलिखित मंत्र का 9 माला का जाप कर इसे धारण करें।
नवग्रह मंत्र:
॥ ॐ सं सर्वारिष्ट निवारणायें नवग्रहभ्यों नम:॥
अष्टधातु नवरत्न अंगूठी के लाभ:
- इस अंगूठी को धारण करने से ग्रहों के दुष्प्रभाव कम होने लगते हैं।
- इस अंगूठी को पहनने से शिक्षा क्षेत्र में आने वाली अड़चने दूर होने लगती हैं।
- इसे धारण करने से मानसिक शांति प्राप्त होती है।
- यह व्यक्ति को तनाव और अवसाद जैसी समस्याओं से दूर रखती है।
- इस अंगूठी को धारण करने से मन में सकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है।
- अष्टधातु नवरत्न अंगूठी आत्मविश्वास को बढ़ाती है।
- यह व्यक्ति की नेतृत्व क्षमता को भी बढ़ाती है।
अष्टधातु नवरत्न अंगूठी की सावधानियां:
- पूजा करने से 24 घंटे पहले मांस, मदिरा और मैथुन का प्रयोग न करें।
- पूजा स्नान कर शांत मन से एकाग्र होकर ही करें।
- पूजा करने से पहले गंदे हाथों से इस प्रोडक्ट को न छुयें।
Ashtadhatu Navratna Ring Details:
Weight: 0.004 gm Approx.
Color: Golden
Metal: Ashtadhatu
Product Types: Religious Ring
Energized: Navgraha Beej Mantra
Shipping: Within 4-5 Days in India.
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