What is an Ashtadhatu Neelam Ring?
Ashtadhatu Neelam Ring (अष्टधातु नीलम अंगूठी) is a very useful and fruitful ring. According to astrology, Sapphire gemstone is one of the fastest acting gemstones and its effect is felt by people immediately. By wearing it the person gets blessings of Wealth, Good fortune, Opportunities and Promotion etc. Moreover, this ring is wear to correct the Mahadasha of planet Saturn. Wearing a ring brings positive energy in life. It also keeps the person away from the wrath of negative powers.
Why should wear an Ashtadhatu Neelam Ring?
Due to the inauspicious position of Saturn in the horoscope, a person starts coming under the influence of evil powers like Evil eyes, Black magic, Vashikaran. He doesn’t even realize what’s happening to him. Due to this, there is always fear in their mind and they face more problems. In such a situation, one must wear this Ashtadhatu Neelam Ring.
Moreover, this ring protects and protects the person from evil forces. It removes fear from the mind and generates positive emotions in the mind. The Ashtadhatu Neelam Ring has been energized with the mantra of planet Saturn. Which you can order online soon from our Astro Mantra online shop.
How to wear an Ashtadhatu Neelam Ring?
On any Saturday, between 7 pm to 10 pm, in a secluded place in your house or in the puja room, sit on a Black woolen mat facing west, in front of the Idol of Lord Shiva, in a plate filled with Kajal. Make a “U” and apply 8 dots using Kajal in it.
Then keep the Ashtadhatu Neelam Ring in that plate, place blue flowers or white ash flowers on it, after that light a pure oil lamp in front of the plate, worship it and chant the following mantra 5 Mala i.e. Shani Mantra 540 times and then wear it.
Shani Dev Mantra:
|| Om Pram Prim Praum Sah Shanicharyaya Namah: ||
Benefits of Ashtadhatu Neelam Ring:
- Due to the effect of this ring, Shani Dosha in the person’s horoscope starts reducing.
- Moreover, this ring protects the person from negative forces.
- Ashtadhatu Neelam Ring helps in removing health problems caused by Saturn.
- It keeps the person away from the effects of black magic, sorcery and vashikaran.
- Wearing this ring reduces unnecessary fear in a person’s mind.
- This ring is helpful in maintaining mental balance.
- By wearing this ring, problems related to knee, shoulder and spine start reducing.
Precautions of Ashtadhatu Neelam Ring:
- Do not consume meat, alcohol and avoid getting intimate 24 hours before worship.
- Do the puja with a calm mind and concentration after taking bath.
- Do not touch this product with dirty hands before worshiping.
अष्टधातु नीलम अंगूठी क्या है?
अष्टधातु नीलम अंगूठी अत्यंत उपयोगी और फलदायी अंगूठी है। ज्योतिष के अनुसार, नीलम रत्न सबसे तेजी से काम करने वाले रत्नों में से एक है और इसका प्रभाव लोगों को तुरंत महसूस होता है। इसे धारण करने से व्यक्ति को धन, सौभाग्य, अवसर और पदोन्नति आदि का आशीर्वाद मिलता है। इसके अलावा, यह अंगूठी शनि ग्रह की महादशा को ठीक करने के लिए धारण की जाती है। इस अंगूठी को धारण करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। यह व्यक्ति को नकारात्मक शक्तियों के प्रकोप से भी दूर रखती है।
अष्टधातु नीलम अंगूठी क्यों पहननी चाहिए?
कुंडली में शनि की अशुभ स्थिति से व्यक्ति नजर दोष, काला जादू, वशीकरण जैसी बुरी शक्तियों के प्रभाव में आने लगता है। उसे यह भी महसूस नहीं होता कि उसके साथ क्या हो रहा है। ऐसा होने से उनके मन में हमेशा डर रहता है और उन्हें अधिक परेशानी होती है। ऐसी स्थिति में अवश्य ही यह अष्टधातु नीलम अंगूठी पहननी चाहिए।
यह अंगूठी व्यक्ति को बुरी शक्तियों से बचाती है और उसकी सुरक्षा करती है। अष्टधातु नीलम अंगूठी मन के डर को दूर करती है और मन में सकारात्मक भावनाओं को उत्पन्न करती है। अष्टधातु नीलम अंगूठी को शनि बीज मंत्र से सिद्ध कर प्राण-प्रतिष्ठित किया गया है, जिसे आप हमारे एस्ट्रो मंत्रा ऑनलाइन शॉप से शीघ्र ही ऑनलाइन मंगवा सकते है।
अष्टधातु नीलम अंगूठी कैसे धारण करें?
किसी भी शनिवार के दिन शाम के समय 7 बजे से 10 बजे के बीच अपने घर में किसी एकान्त स्थान या पूजा कक्ष में पश्चिम दिशा की तरफ़ मुख करके काले ऊनी आसन पर बैठ जाए, भगवान शिव की मूर्ती के सामने एक थाली में, काजल से “U” बनाकर, उसमें काजल से ही 8 बिंदियाँ लगाये। फिर अष्टधातु नीलम अंगूठी को उस थाली में रख कर, नीले पुष्प या सफ़ेद आक के पुष्प उस पर रखे, उसके बाद थाली के सामने शुद्ध तेल का दीपक जलाकर, पूजन करें और निम्नलिखित मंत्र का 5 माला यानि 540 बार शनि मंत्र का जाप कर, इसे धारण करें।
शनि देव मंत्र:
|| ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः ||
अष्टधातु नीलम अंगूठी के लाभ:
- इस अंगूठी के असर से व्यक्ति की कुंडली में बने शनि दोष कम होने लगते हैं।
- यह अंगूठी व्यक्ति को नकारात्मक शक्तियों से बचाती है।
- अष्टधातु नीलम अंगूठी शनि के कारण हुई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद करती है।
- यह व्यक्ति को काला जादू, टोना-टोटका, वशीकरण के प्रभाव से दूर रखती है।
- इस अंगूठी को पहनने से व्यक्ति के मन में बेवजह का डर कम होता है।
- यह अंगूठी मानसिक संतुलन को बनाए रखने में सहायक है।
- इस अंगूठी को धारण करने से घुटने, कंधे और रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याएँ कम होने लगती हैं।
अष्टधातु नीलम अंगूठी की सावधानियां:
- पूजा करने से 24 घंटे पहले मांस, मदिरा और मैथुन का प्रयोग न करें।
- पूजा स्नान कर शांत मन से एकाग्र होकर ही करें।
- पूजा करने से पहले गंदे हाथों से इस प्रोडक्ट को न छुयें।
Ashtadhatu Neelam Ring Details:
Weight: 0.004 gm Approx.
Color: Blue
Metal: Ashtadhatu
Product Types: Religious Ring
Energized: Shani Beej Mantra
Shipping: Within 4-5 Days in India.
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