What is an Ashtadhatu Para Mudrika?
Ashtadhatu Para Mudrika (अष्टधातु पारा मुद्रिका) made of Ashtadhatu is very auspicious. By wearing Ashtadhatu also has a deep effect on the brain. It represents the planet Mercury. Wearing it corrects the bad position of the planet Mercury and protects it from its negative effects.
Moreover, wearing the Ashtadhatu Para Mudrika brings success in every field, and along with progress in job and business, health also remains good. Wearing this mudrika keeps the mind calm, which brings new thoughts and brings good luck. This mudrika also removes blood deficiency and protects from enemies.
Why should wear an Ashtadhatu Para Mudrika?
When Mercury is in an bad place in the horoscope. It has a deep impact on the intelligence of the person. The person’s ability to think and understand starts decreasing. At that time, they start finding it difficult to understand right and wrong for themselves and become weak in every field. At such times a person must wear an Ashtadhatu Para Mudrika.
Moreover, wearing this mudrika improves a person’s intelligence and intellectual ability. This mudrika improves the communication skills of a person. This Ashtadhatu Para Mudrika has been energized with the mantra of Mercury. You can order this energized mudrika online soon from our Astro Mantra online shop.
How to wear an Ashtadhatu Para Mudrika?
On any Monday evening between 5 pm to 7 pm, sit on a White woolen mat in a secluded place or prayer room in your house, facing north. Then place an Idol or Picture of Lord Shiva and in front of the idol, make a “Moon” with white Chandan (Sandalwood) in a steel plate.
And fill it with whole rice, place the Ashtadhatu Para Mudrika on top of the rice. After that, place white flowers, fruits, sweets in the plate and light a lamp of pure ghee in front and worship, praying in your mind for success in your life, chant the following mantra 5 Mala i.e. 540 times Shiva Mantra and wear it.
Ashtadhatu Para Mudrika Mantra:
|| Om Namah: Shivay ||
Benefits of Ashtadhatu Para Mudrika:
- Ashtadhatu Para Mudrika is worn to pacify the planet Mercury.
- Additionally, this mudrika is useful for business development and luck.
- Wearing this mudrika reduces the stress and experiences peace throughout his life.
- This mudrika also affects the brain, which helps in making the right decisions.
- It helps in preventing obstacles created by enemies and obstacles in progress.
- This mudrika improves the communication skills of the person.
- This Ashtadhatu Para Mudrika also removes blood deficiency.
Precautions of Ashtadhatu Para Mudrika:
- Do not consume meat, alcohol and avoid getting intimate 24 hours before worship.
- Do the puja with a calm mind and concentration after taking bath.
- Do not touch this product with dirty hands before worship.
अष्टधातु पारा मुद्रिका क्या है?
अष्टधातु से बनी यह मुद्रिका अत्यंत शुभ है। अष्टधातु धारण करने से मस्तिष्क पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है। यह बुध ग्रह से जुड़ी है, इसे धारण करने से बुध ग्रह की अशुभ स्थिति ठीक होती है और उनके नकारात्मक प्रभावों से बचाव होता है। अष्टधातु पारा मुद्रिका धारण करने से हर क्षेत्र में सफलता मिलती है और नौकरी-व्यवसाय में प्रगति के साथ स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है। इस मुद्रिका को धारण करने से मन शांत रहता है, जिससे नए-नए विचार आते रहते हैं और भाग्योदय करती है। यह मुद्रिका रक्त की कमी को भी दूर करती है और शत्रु से रक्षा करती है।
अष्टधातु पारा मुद्रिका क्यों पहननी चाहिए?
जब कुंडली में बुध अशुभ स्थान पर होता है तो उस स्थिति में व्यक्ति की बुद्धि पर गहरा प्रभाव पड़ता है। व्यक्ति की सोचने-समझने की क्षमता कम होने लगती है ৷ वे उस समय अपने लिए सही और गलत को समझने में मुश्किलें महसूस करने लगते हैं, हर क्षेत्र में कमजोर होने लगते हैं। ऐसे समय में व्यक्ति को अष्टधातु पारा मुद्रिका जरूर पहननी चाहिए।
इस मुद्रिका को पहनने से व्यक्ति की समझदारी और बोद्धिक क्षमता में सुधार होता है। यह मुद्रिका व्यक्ति के कम्युनिकेशन कौशल को बेहतर बनाती है। इस अष्टधातु पारा मुद्रिका को बुध ग्रह के मंत्र से सिद्ध किया गया है ৷ इस सिद्ध मुद्रिका को आप हमारे एस्ट्रो मंत्रा ऑनलाइन शॉप से शीघ्र ही ऑनलाइन मंगवा सकते है।
अष्टधातु पारा मुद्रिका कैसे धारण करें?
किसी भी सोमवार के दिन शाम के समय 5 बजे से 7 बजे के बीच अपने घर में किसी एकान्त स्थान या पूजा कक्ष में उत्तर दिशा की तरफ़ मुख करके, सफ़ेद ऊनी आसन पर बैठ जाए। फिर भगवान शिव की मूर्ति या चित्र स्थापित करें और मूर्ति सामने एक स्टील थाली में, सफ़ेद चंदन से “चंद्रमा” बनाकर, उसमें साबुत चावल भर दें, चावल के ऊपर अष्टधातु पारा मुद्रिका को रखें। उसके बाद, सफ़ेद पुष्प, फल, मिठाई थाली में रखे और सामने शुद्ध घी का दीपक जलाकर पूजन करें, अपने जीवन में सफलता प्राप्ति के लिए, मन ही मन प्रार्थना करते हुए, निम्नलिखित मंत्र का 5 माला यानि 540 बार शिव मन्त्र का जाप कर इसे धारण करें।
अष्टधातु पारा मुद्रिका मंत्र:
|| ॐ नम: शिवाय ||
अष्टधातु पारा मुद्रिका के लाभ:
- अष्टधातु पारा मुद्रिका बुध ग्रह को शांत करने के लिए धारण की जाती है।
- यह व्यवसाय के विकास और भाग्योदय के लिए उपयोगी है।
- इसको पहनने से व्यक्ति का तनाव कम हो जाता है और वह जीवन भर शांति का अनुभव करता है।
- यह मुद्रिका मस्तिष्क पर भी प्रभाव डालती है, जिससे सही निर्णय लेने में मदद मिलती है।
- यह शत्रुओं द्वारा पैदा की जाने वाली बाधाओं, प्रगति में आने वाली बाधाओं को रोकने में मदद करती है।
- यह मुद्रिका व्यक्ति के कम्युनिकेशन कौशल को बेहतर बनाती है।
- यह मुद्रिका रक्त की कमी को भी दूर करती है।
अष्टधातु पारा मुद्रिका की सावधानियां:
- पूजा करने से 24 घंटे पहले मांस, मदिरा और मैथुन का प्रयोग न करें।
- पूजा स्नान कर शांत मन से एकाग्र होकर ही करें।
- पूजा करने से पहले गंदे हाथों से इस प्रोडक्ट को न छुयें।
Ashtadhatu Para Mudrika Details:
Weight: 0.004 gm Approx.
Color: Golden
Metal: Ashtadhatu
Product Types: Religious Ring
Energized: Budha Mantra
Shipping: Within 4-5 Days in India.
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