What is a Kalsarp Yoga Ring?
Kalsarp Yoga Ring (कालसर्प योग अंगूठी) helps in reducing the side effects of Kalsarp Yoga. The life of a person in whose horoscope Kalsarp Yoga forms fills with struggle and that person has to face failures in his life. For this reason, Kalsarp Yoga forms when all the seven planets in a person’s horoscope are situated or surrounded by Rahu and Ketu.
Due to Kalsarp Yoga, there are many obstacles in life. Like, as a Lack of peace, Lack of self-confidence, Health problems shortening of life, etc. Apart from this, problems like poverty, loss of job and business, stress and anxiety, betrayal by friends, and fights in the family start arising. In such a situation, a person should wear this ring.
Why should wear a Kalsarp Yoga Ring?
When Kalsarp Yoga forms in a person’s horoscope, a strange fear develops in his mind. He starts having terrible dreams at night such as ghosts, the death of his parents, or his death Etcetera. Apart from this, most of the people start having dreams of snakes. For these reasons, that person must wear this Kalsarp Yoga Ring.
Moreover, by wearing this ring, Kalsarp Yoga starts ending and one also gets relief from terrible dreams at night. Kalsarp Yoga Ring has been energized with the mantra of planet Saturn. You can order it online soon from our Astro Mantra online shop.
How to wear a Kalsarp Yoga Ring?
On any Saturday evening between 7 pm to 10 pm, sit on a Black woolen mat in a secluded place or prayer room in your house facing west. In front of the Idol of Lord Shiva, make a “U” with kajal in a plate and put 7 dots in it with the same kajal.
Then place the Kalsarp Yoga Ring in the plate and place a blue flower or white flower on it. After that, light a lamp of pure oil in front of the plate, worship it. And chant the following mantra 5 Mala i.e. 540 times Rahu Mantra and then wear it.
Kalsarp Yoga Ring Mantra:
॥ Om Navakulay Vidyamahe Vishadantaay Dhimahi Tanno Sarp: Prachodayat॥
Benefits of Kalsarp Yoga Ring:
- With the effect of this ring, the person gets the strength and courage to fight the troubles.
- Besides, this ring protects you from evil eyes and negative energy.
- With the help of this Kalsarp Yoga Ring, a person remains away from health-related problems.
- By wearing this ring Kalsarp Yoga starts ending.
- Wearing a ring also provides relief from terrible dreams at night.
- Moreover, this ring increases a person’s self-confidence and provides peace of mind.
- This ring keeps the person away from poverty, and loss of job and business.
Precautions of Kalsarp Yoga Ring:
- Do not consume meat, alcohol and avoid getting intimate 24 hours before worship.
- Do the puja with a calm mind and concentration after taking bath.
- Do not touch this product with dirty hands before worshiping.
कालसर्प योग अंगूठी क्या है?
कालसर्प योग अंगूठी कालसर्प योग के दुष्प्रभाव कम करने में मदद करती है। जिस व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प योग बना होता है, उसका जीवन संघर्ष से भर जाता है और उस व्यक्ति को अपने जीवन में असफलताओं का सामना करना पड़ता है। जब किसी व्यक्ति की कुंडली में सभी सात ग्रह राहु और केतु के बीच स्थित हों या घिरे हों तो कालसर्प योग बनता है।
कालसर्प योग के कारण जीवन में कई बाधाएं, शांति का अभाव, आत्मविश्वास की कमी, स्वास्थ्य समस्याएं और जीवन छोटा होना, इत्यादि होता है ৷ इसके अलावा गरीबी, नौकरी और व्यवसाय की हानि, तनाव और चिंता, दोस्तों द्वारा विश्वासघात, परिवार में झगड़े जैसी समस्याएं उत्पन्न होने लगती है। ऐसी स्थिति में व्यक्ति को यह अंगूठी धारण करनी चाहिए।
कालसर्प योग अंगूठी क्यों पहननी चाहिए?
जब व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प योग बनता है, तो उसके मन में एक अजीब सा भय बन जाता है, उसे रात में भयानक स्वप्न आने लगते है जैसे की भुत-प्रेत के, माता-पिता की मृत्यु, या फिर उसकी खुद की मृत्यु होना आदि। इसके अलावा, ज्यादातर सांप के सपने आने लगते है, तो ऐसे में उन व्यक्ति को यह अंगूठी अवश्य पहननी चाहिए। इस अंगूठी को पहनने से कालसर्प योग खत्म होने लगता है और रात में आ रहे भयानक स्वप्नों से भी मुक्ति मिलती है। कालसर्प योग अंगूठी को शनि मंत्र से सिद्ध किया गया है ৷ इसे आप हमारे एस्ट्रो मंत्रा ऑनलाइन शॉप से शीघ्र ही ऑनलाइन मंगवा सकते है।
कालसर्प योग अंगूठी कैसे धारण करें?
किसी भी शनिवार के दिन शाम के समय 7 बजे से 10 बजे के बीच अपने घर में किसी एकान्त स्थान या पूजा कक्ष में पश्चिम दिशा की तरफ़ मुख करके काले ऊनी आसन पर बैठ जाए, भगवान शिव की मूर्ती के सामने एक थाली में, काजल से “U” बनाकर, उसमें काजल से ही 7 बिंदियाँ लगाये। फिर कालसर्प योग अंगूठी को उस थाली में रख कर, नीले पुष्प या सफ़ेद पुष्प उस पर रखे, उसके बाद थाली के सामने शुद्ध तेल का दीपक जलाकर, पूजन करें और निम्नलिखित मंत्र का 5 माला यानि 540 बार राहू मंत्र का जाप कर, इसे धारण करें।
कालसर्प योग अंगूठी मंत्र:
॥ ॐ नवकुलाय विद्यमहे विषदंताय धीमहि तन्नो सर्प: प्रचोदयात् ॥
कालसर्प योग अंगूठी के लाभ:
- इस अंगूठी के प्रभाव से व्यक्ति को परेशानियों से लड़ने की शक्ति और साहस मिलता है।
- यह आपको बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जा से बचाती है।
- इस अंगूठी की मदद से व्यक्ति स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से दूर रहता है।
- इस अंगूठी को पहनने से कालसर्प योग खत्म होने लगता है।
- कालसर्प योग अंगूठी धारण करने से रात में आ रहे भयानक स्वप्नों से भी मुक्ति मिलती है।
- यह अंगूठी व्यक्ति के आत्मविश्वास को बढ़ाती है और मन को शांति प्रदान करती है।
- यह व्यक्ति को गरीबी, नौकरी और व्यवसाय की हानि से दूर रखती है।
कालसर्प योग अंगूठी की सावधानियां:
- पूजा करने से 24 घंटे पहले मांस, मदिरा और मैथुन का प्रयोग न करें।
- पूजा स्नान कर शांत मन से एकाग्र होकर ही करें।
- पूजा करने से पहले गंदे हाथों से इस प्रोडक्ट को न छुयें।
Kalsarp Yoga Ring Details:
Metal: Alloy
Size: Adjustable
Weight: 4 gm
Product Type: Religious Ring
Energized: Shani Mantra
Shipping: Within 4-5 Days in India.
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