What is a Lohe Ka Challa?
Ashtadhatu has more importance in astrology. Ashtadhatu means a mixture of eight metals such as Gold, Silver, Copper, Lead, Zinc, Tin, Iron, and Mercury. This Lohe Ka Challa/लोहे का छल्ला contains one of those metals, iron. People wear it to remove the ill effects of Saturn.
In astrology, all nine planets leave their impact on human life and influence the present as well as the future. All the planets influence humans, but in fact, if anyone has the most influence then it is Saturn. Shanidev is the god of justice. Therefore, if the position of Saturn is not good in a person’s horoscope, then he should wear this challa.
Why should wear a Lohe Ka Challa?
If the position of Saturn in a person’s horoscope is bad or there is an influence of Saturn Sade Sati, Dhaiya, then he must wear this, Lohe Ka Challa. By wearing this ring, the negative effects of Saturn start reducing. Apart from this, by wearing this challa one can get protection from the evil effects of Rahu-Ketu.
This challa also keeps the person away from evil eyes and the influence of negative powers. Moreover, by wearing this ring brings progress in business and brings happiness and prosperity in life. You can order this Lohe Ka Challa online soon from our Astro Mantra online shop.
How to wear a Lohe Ka Challa?
On any Saturday, between 7 pm to 10 pm, in a secluded place in your house or in the puja room, sit on a Black woolen mat facing west, in front of the Idol of Lord Shiva, in a plate filled with Kajal. Make a “U” and apply 8 dots using Kajal in it.
Then keep the Lohe Ka Challa in that plate, place blue flowers or white ash flowers on it, after that light a pure oil lamp in front of the plate, worship it and chant the following mantra 5 Mala i.e. Shani Mantra 540 times and then wear it.
Shani Dev Mantra:
|| Om Pram Prim Praum Sah Shanicharyaya Namah: ||
Benefits of Lohe Ka Challa:
- By wearing this ring, the ill effects of planet Saturn start going away.
- This ring removes the effects of Saturn’s Sade Sati and Dhaiya.
- Additionally, Lohe Ka Challa also protects the person from the evil eye of Rahu-Ketu.
- It protects the person from evil eyes and the wrath of negative powers.
- Wearing this ring brings progress in business and brings happiness and prosperity in life.
- By wearing this, financial condition also remains good.
- Besides, this Lohe Ka Challa keeps the person away from bad company.
Precautions of Lohe Ka Challa:
- Do not consume meat, alcohol and avoid getting intimate 24 hours before worship.
- Do the puja with a calm mind and concentration after taking bath.
- Do not touch this product with dirty hands before worshiping.
लोहे का छल्ला क्या है?
अष्टधातु का ज्योतिषी में अधिक महत्व है ৷ जिसका अर्थ है आठ धातुओं का मिश्रण जैसे सोना, चांदी, तांबा, सीसा, जस्ता, टिन, लोहा, तथा पारा। यह छल्ला उन्ही धातुओं में से एक लोहे से बना है ৷ इसे शनि के दुष्प्रभावों को दूर करने के लिए धारण किया जाता है। ज्योतिष शास्त्रों में सभी नौं ग्रह मानव जीवन पर अपना-अपना प्रभाव छोड़ते हैं और वर्तमान के साथ-साथ भविष्य को भी प्रभावित करते हैं।
मनुष्य पर तो सभी ग्रहों का प्रभाव होता है लेकिन अगर किसी का प्रभाव सबसे ज्यादा है तो वह है शनि ग्रह। शनिदेव को न्याय का देवता कहा गया है। इसलिए अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि की स्थिति ठीक नही है तो उसे यह लोहे का छल्ला धारण करना चाहिए।
लोहे का छल्ला क्यों पहनना चाहिए?
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि की स्थिति ख़राब है या शनि साढ़ेसाती, ढैय्या का प्रभाव है, तो उन्हें यह लोहे का छल्ला अवश्य पहनना चाहिए। इस छल्ले को धारण करने से शनि के नकारात्मक प्रभाव कम होने लगते है। इसके अलावा, इस छल्ले को धारण करने से राहू-केतु की दृष्टि से भी बचा जा सकता है।
यह लोहे का छल्ला व्यक्ति को नज़र दोष और नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव से भी दूर रखता है। इस छल्ले को पहनने से व्यापार में उन्नति होती है और जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है। इस लोहे के छल्ले को आप हमारे एस्ट्रो मंत्रा ऑनलाइन शॉप से शीघ्र ही ऑनलाइन मंगवा सकते है।
लोहे का छल्ला कैसे धारण करें?
किसी भी शनिवार के दिन शाम के समय 7 बजे से 10 बजे के बीच अपने घर में किसी एकान्त स्थान या पूजा कक्ष में पश्चिम दिशा की तरफ़ मुख करके काले ऊनी आसन पर बैठ जाए, भगवान शिव की मूर्ती के सामने एक थाली में, काजल से “U” बनाकर, उसमें काजल से ही 8 बिंदियाँ लगाये। फिर लोहे का छल्ला को उस थाली में रख कर, नीले पुष्प या सफ़ेद आक के पुष्प उस पर रखे, उसके बाद थाली के सामने शुद्ध तेल का दीपक जलाकर, पूजन करें और निम्नलिखित मंत्र का 5 माला यानि 540 बार शनि मंत्र का जाप कर, इसे धारण करें।
शनि देव मंत्र:
|| ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः ||
लोहे के छल्ले के लाभ:
- इस छल्ले को धारण करने से शनि ग्रह के दुष्प्रभाव दूर होने लगते है।
- यह छल्ला शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या के प्रभाव को दूर करता है।
- लोहे का छल्ला व्यक्ति को राहू-केतु की दृष्टि से भी बचाता है।
- यह व्यक्ति को नज़र दोष और नकारात्मक शक्तियों के प्रकोप से रक्षा करता है।
- इस छल्ले को पहनने से व्यापार में उन्नति होती है और जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है।
- इसे धारण करने से आर्थिक स्थिति भी ठीक रहती है।
- यह लोहे का छल्ला व्यक्ति को बुरी संगत से दूर रखता है।
लोहे का छल्ला की सावधानियां:
- पूजा करने से 24 घंटे पहले मांस, मदिरा और मैथुन का प्रयोग न करें।
- पूजा स्नान कर शांत मन से एकाग्र होकर ही करें।
- पूजा करने से पहले गंदे हाथों से इस प्रोडक्ट को न छुयें।
Lohe Ka Challa Details:
Metal: Iron
Size: 16
Weight: 2 gm Approx.
Product Type: Religious Ring
Shipping: Within 4-5 Days in India.
Shop: Books | Yantra | Rosary | Rudraksha | Gemstones | Rings | Kavach | Lucky Charms | Online Puja | Puja Items | Gutika | Pyramids | FengShui | Herbs | View All
Priyam Khnna –
Best Challa, for shani dosha.