What is Nagraj Ring?
Nagraj Ring (नागराज अंगूठी): In the horoscope of a person in whom all the planets Rahu and Ketu come in one axis, then Kalsarp Dosh forms. Due to the formation of Kalsarp Yoga, a person has to face many failures and experience repeated ups and downs in life. In such a situation, a person must wear this Nagraj Ring. By wearing this ring, Kalsarp Dosha ends and happiness and prosperity remain in life. Moreover, the ring keeps a person away from evil powers like Ghosts, Sorcery, Evil eyes, etc. By wearing it all financial problems are removes.
Why should wear a Nagraj Ring?
If a person has Kalsarp Dosh in his horoscope, there is instability in his life. Litigation and defamation start happening, the problem of debt increases. If mental health starts deteriorating, or there are obstacles in conceiving a child, there is delay in marriage. Then in such a situation they must wear this Nagraj Ring.
This ring removes all kinds of obstacles in getting money and the problems in married life also start going away. Besides, wearing Nagraj Ring increases a person’s self-confidence and gives him respect and fame in the society. You can order this ring online soon from our Astro Mantra online shop.
How to wear a Nagraj Ring?
On any Saturday evening between 7 pm to 10 pm, sit on a Black woolen mat in a secluded place or prayer room in your house facing west. In front of the Idol of Lord Shiva, make a “U” with kajal in a plate and put 7 dots in it with the same kajal.
Then place the Nagraj Ring in the plate and place a blue flower or white flower on it. After that, light a lamp of pure oil in front of the plate, worship it. And chant the following mantra 5 Mala i.e. 540 times Rahu Mantra and then wear it.
Nagraj Ring Mantra:
॥ Om Navakulay Vidyamahe Vishadantaay Dhimahi Tanno Sarp: Prachodayat॥
Benefits of Nagraj Ring:
- By wearing this ring, Kalsarp Dosh in horoscope ends.
- This ring provides happiness, prosperity, respect, and fame in life.
- Moreover, this ring protects the person from evil powers like ghosts, sorcery, evil eyes, etc.
- By wearing it all financial problems end.
- Nagraj Ring removes all types of obstacles in attaining wealth.
- Also, wearing a ring increases a person’s self-confidence.
- Additionally, it creates positive thoughts in the mind of a person.
Precautions of Nagraj Ring:
- Do not consume meat, alcohol and avoid getting intimate 24 hours before worship.
- Do the puja with a calm mind and concentration after taking bath.
- Do not touch this product with dirty hands before worshiping.
नागराज अंगूठी क्या है?
जिस व्यक्ति की कुंडली में सभी ग्रह राहु केतु एक अक्ष में आ जाते हैं तो कालसर्प दोष बनता है। कालसर्प योग बनने से व्यक्ति को बहुत सी असफलताओं का सामना करना पड़ता है और जीवन में बार-बार उतार-चढ़ाव का अनुभव करना पड़ता है। ऐसे में व्यक्ति को यह नागराज अंगूठी जरूर धारण करनी चाहिए। इस अंगूठी को धारण करने से कालसर्प दोष दूर होने लगता है और जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। नागराज अंगूठी व्यक्ति को भुत-प्रेत, टोना-टोटका, नज़र दोष जैसी बुरी शक्तियों से दूर रखती है। इसे धारण करने से सभी आर्थिक समस्याएं ठीक होने लगती है।
नागराज अंगूठी क्यों पहननी चाहिए?
जिस व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प दोष बना होता है, तो उनके जीवन में अस्थिरता आ जाती है ৷ मुकदमेबाजी और मानहानि होने लगता है, कर्ज की समस्या बढ़ जाती है ৷ मानसिक स्वास्थ्य ख़राब होने लगता है, या फिर संतान प्राप्ति में बाधाएँ आने लगती है, विवाह में देरी होती है, तो ऐसी स्थिति में उन्हें यह नागराज अंगूठी अवश्य पहननी चाहिए।
यह अंगूठी धन प्राप्ति में आने वाली सभी प्रकार की बाधाओं को दूर करती है और दांपत्य जीवन में आ रही परेशानियां भी दूर होने लगती है। नागराज अंगूठी धारण करने से व्यक्ति के आत्मविश्वास में वृद्धि होती है और समाज में मान-सम्मान, प्रसिद्धी मिलती है। इस अंगूठी को आप हमारे एस्ट्रो मंत्रा ऑनलाइन शॉप से शीघ्र ही ऑनलाइन मंगवा सकते है।
नागराज अंगूठी कैसे धारण करें?
किसी भी शनिवार के दिन शाम के समय 7 बजे से 10 बजे के बीच अपने घर में किसी एकान्त स्थान या पूजा कक्ष में पश्चिम दिशा की तरफ़ मुख करके काले ऊनी आसन पर बैठ जाए, भगवान शिव की मूर्ती के सामने एक थाली में, काजल से “U” बनाकर, उसमें काजल से ही 7 बिंदियाँ लगाये। फिर कालसर्प योग अंगूठी को उस थाली में रख कर, नीले पुष्प या सफ़ेद पुष्प उस पर रखे, उसके बाद थाली के सामने शुद्ध तेल का दीपक जलाकर, पूजन करें और निम्नलिखित मंत्र का 5 माला यानि 540 बार राहू मंत्र का जाप कर, इसे धारण करें।
नागराज अंगूठी मंत्र:
॥ ॐ नवकुलाय विद्यमहे विषदंताय धीमहि तन्नो सर्प: प्रचोदयात् ॥
नागराज अंगूठी के लाभ:
- इस अंगूठी को धारण करने से कालसर्प दोष दूर होने लगता है।
- यह अंगूठी जीवन में जीवन में सुख-समृद्धि, मान-सम्मान और प्रसिद्धि प्रदान करती है।
- यह अंगूठी व्यक्ति को भुत-प्रेत, टोना-टोटका, नज़र दोष जैसी बुरी शक्तियों से रक्षा करती है।
- इसे धारण करने से सभी आर्थिक समस्याएं ठीक होने लगती है।
- नागराज अंगूठी धन प्राप्ति में आने वाली सभी प्रकार की बाधाओं को दूर करती है।
- इस अंगूठी को धारण करने से व्यक्ति के आत्मविश्वास में वृद्धि होती।
- यह व्यक्ति के मन में सकारात्मक विचार पैदा करती है।
नागराज अंगूठी की सावधानियां:
- पूजा करने से 24 घंटे पहले मांस, मदिरा और मैथुन का प्रयोग न करें।
- पूजा स्नान कर शांत मन से एकाग्र होकर ही करें।
- पूजा करने से पहले गंदे हाथों से इस प्रोडक्ट को न छुयें।
Nagraj Ring Details:
Weight: 1 gm
Metal: Copper
Size: Universal Size
Product Type: Religious Ring
Shipping: Within 4-5 Days in India.
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