What is a Saraswati Mudrika?
Saraswati Mudrika (सरस्वती मुद्रिका) is not an ordinary mudrika. It is a very powerful and energized mudrika. There is Maha Saraswati Yantra on it. This mudrika has been energized to be vital during the eclipse period by chanting the Beej Mantras of Saraswati. Moreover, if you cannot worship Saraswati daily sometimes there is no arrangement to worship Saraswati daily. Then in such a situation, you should wear this mudrika. Wearing this ring increases knowledge and intelligence, it also keeps your mental balance fine.
Why should wear a Saraswati Mudrika?
If your child does not study well, does not concentrate his mind and heart towards studies or you are preparing for any higher-level examination. You want a job in a good department. In such a situation, one must wear this Saraswati Mudrika. By wearing this mudrika, the blessings of Mother Saraswati always remain on the wearer. With the influence of this mudrika, one gets a higher level of examination in life and more job success. This mudrika makes a person intelligent and sensible. You can order this mudrika online soon from our Astro Mantra online shop.
How to wear a Saraswati Mudrika?
On any Friday evening between 5 pm to 7 pm, sit on a Red woolen mat in a secluded place or prayer room in your house, facing west. Then place an Idol or Picture of Mahalakshmi and in front of the idol. Make a “Ain” with roli in a steel plate and fill it with whole rice. Place Saraswati Mudrika on top of the rice. After that, place red flowers, fruits, sweets in the plate and worship by lighting a lamp of pure ghee in front of it. Chant the following Mahalakshmi Mantra 7 Mala and wear it.
Saraswati Mudrika Mantra:
|| Om Ain Sarasvatyem Namah: ||
Benefits of Saraswati Mudrika:
- If your child is not paying full attention to his studies, does not remember, or does not feel like studying, then he should wear this mudrika.
- By wearing this mudrika, you will be able to prepare well for high-level exams.
- This mudrika is a panacea for getting or changing a higher-level job.
- Saraswati Mudrika provides great progress for music and dance and bestows respect.
- Moreover, this mudrika is considered very beneficial for gaining any kind of knowledge and increasing memory power.
- By wearing this mudrika, the blessings of Mother Saraswati always remain on the wearer.
- Above all, wearing this mudrika increases knowledge and intelligence.
Precautions of Saraswati Mudrika:
- Do not consume meat, alcohol and avoid getting intimate 24 hours before worship.
- Do the puja with a calm mind and concentration after taking bath.
- Do not touch this product with dirty hands before worshiping.
सरस्वती मुद्रिका क्या है?
सरस्वती मुद्रिका कोई सामान्य मुद्रिका नहीं है, यह अत्यंत शक्तिशाली व सिद्ध सरस्वती मुद्रिका है। इस पर महासरस्वती यंत्र बना है, जो कि सरस्वती के बीज मंत्रो से ग्रहण काल में प्राण-प्रतिष्ठित सिद्ध किया गया है। यदि आप नित्य सरस्वती की पूजा नहीं कर सकते या कई बार ऐसी व्यवस्था नही होती की नित्य सरस्वती की पूजा की जाए, तो ऐसे में आपको यह मुद्रिका धारण करनी चाहिए। इस मुद्रिका को धारण करने से ज्ञान और बुद्धि में वृद्धि होती है, साथ ही यह आपके मानसिक संतुलन को भी ठीक रखती है।
सरस्वती मुद्रिका क्यों पहननी चाहिए?
यदि आपका बच्चा ठीक से पढ़ता नही है, उसका पढ़ाई में दिमाग व मन नहीं लगता है या फिर आप किसी ऊँचे स्तर की परीक्षा की तैयारी कर रहे है, या आप अच्छे विभाग में नौकरी चाहते है, तो आपको यह मुद्रिका अवश्य पहननी चाहिए। इसको धारण करने से माँ सरस्वती की कृपा सदैव धारणकर्ता पर बनी रहती है। इसके प्रभाव से जीवन में उच्च स्तर की परीक्षा और नौकरी में अधिक सफलता मिलती है। यह व्यक्ति को बुद्धिमान और समझदार बनाती है। इस मुद्रिका को आप हमारे एस्ट्रो मंत्रा ऑनलाइन शॉप से शीघ्र ही ऑनलाइन मंगवा सकते है।
सरस्वती मुद्रिका कैसे धारण करें?
किसी भी शुक्रवार के दिन शाम के समय 5 बजे से 7 बजे के बीच अपने घर में किसी एकान्त स्थान या पूजा कक्ष में पश्चिम दिशा की तरफ़ मुख करके, लाल ऊनी आसन पर बैठ जाए। फिर महालक्ष्मी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें और मूर्ति सामने एक स्टील थाली में, रोली से “ऐं” बनाकर, उसमें साबुत चावल भर दें, चावल के ऊपर सरस्वती मुद्रिका को रखें। उसके बाद, लाल पुष्प, फल, मिठाई थाली में रखे और सामने शुद्ध घी का दीपक जलाकर पूजन करें, निम्नलिखित महालक्ष्मी मन्त्र का 7 माला जाप कर, इसे धारण करें।
सरस्वती मुद्रिका मंत्र:
|| ॐ ऐं सरस्वत्यें नम: ||
सरस्वती मुद्रिका के लाभ:
- यदि आपका बच्चा पढाई में पूर्ण ध्यान नहीं दे रहा, उसे याद नही रहता, उसका पढ़ाई में मन नहीं लगता, तो उसे यह मुद्रिका धारण करनी चाहिए।
- इस मुद्रिका को धारण करने से बड़े स्तर की परीक्षा की तैयारी भी अच्छे से कर पाएंगे।
- उच्च स्तर की नौकरी की प्राप्ति या बदलाव के लिए मुद्रिका रामबाण है।
- संगीत और नृत्य के लिए मुद्रिका बहुत उन्नति प्रदान करती है और मान-सम्मान प्रदान करती है।
- किसी भी प्रकार का ज्ञान प्राप्ति व स्मरण शक्ति की वृद्धि के लिए मुद्रिका बहुत ही लाभकारी मानी गयी है।
- इस मुद्रिका को धारण करने से माँ सरस्वती की कृपा सदैव धारणकर्ता पर बनी रहती है।
- इस मुद्रिका को धारण करने से ज्ञान और बुद्धि में वृद्धि होती है।
सरस्वती मुद्रिका की सावधानियां:
- पूजा करने से 24 घंटे पहले मांस, मदिरा और मैथुन का प्रयोग न करें।
- पूजा स्नान कर शांत मन से एकाग्र होकर ही करें।
- पूजा करने से पहले गंदे हाथों से इस प्रोडक्ट को न छुयें।
Saraswati Mudrika Details:
Metal: Ashtadhatu
Size: 1 x 1 Inch
Weight: 5 gm Approx.
Product Type: Religious Ring
Energized: Saraswati Beej Mantra
Shipping: Within 4-5 Days in India.
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