What is an Aagya Chakra Jagran Yantra?
Aagya Chakra Jagran Yantra/आज्ञा चक्र जागरण यंत्र symbolizes the third eye of Lord Shiva. This Yantra is capable of awakening the third eye, people use it to awaken the Aagya Chakra. By awakening the Aagya Chakra one gets a divine vision, through which the seeker can directly see the past and future of anyone.
Thereafter, inform them about the accidents happening in the future and save them. Not only this is a Yantra. This is the ruler of all yantra. However, by the sadhana of this yantra, the seeker becomes a trikaldarshi. Besides, this yantra works like a panacea in giving success to the future.
How is Aagya Chakra Jagran Yantra Energized?
In the month of Vaishakh, when the Sun is in its exalted sign. This is energized by purashcharan with Kundalini Chakra Jagran Mantras and Chetna mantras. This is a complex process, which is generally impossible to perform through today’s pundits. Only accomplished practitioners of Astro Mantra perform this action. The energized Aagya Chakra Jagran Yantra anyone can obtain and buy directly from Astro Mantra Institute through fast delivery.
This Aagya Chakra Jagran Yantra the jataka can use in Bhavishya Siddhi Sadhana, Bhraman Bhedan Sadhana, Trikaldarshi Sadhana. Besides, Aagya Chakra jagran, Chetna Sadhana, Rome Kup Chaitanya Sadhana, Panchaguli Prayog, Kaal Gyan Siddhi Sadhana, Vartali Sadhana. If you do not have complete information about its use and sadhana, then use this Yantra by the method given below.
How to install Aagya Chakra Jagran Yantra?
On any Sunday, between 4 am and 6 am, in Brahma muhurta, take a bath get purified, and sit in the temple of your home facing east. Spread a red cloth in front of you, and make a pile of rice on it. Install this Aagya Chakra Jagran Yantra and worship. Light a lamp of pure ghee in front of the Yantra.
Thereafter, apply 3 red sandalwood dots on the Yantra. Put Tilak on your Aagya Chakra with the vermillion applied to the Yantra. Chant the following mantra 11 times with Chetna Mala or Guru Mala or chant the mantra as per your sadhana.
Mantra of Aagya Chakra Jagran Yantra:
॥ Om Hreem Om Hreem Swaha ॥
Benefits of Aagya Chakra Jagran Yantra:
- With this Yantra, the three basic Nadis – Ida, Pingala, and Sushmana become active. Besides, gradually his Kundalini power starts awakening. Above all, his entire body becomes energetic.
- By practicing this Yantra the seeker becomes a trikaldarshi. However, this Yantra is a panacea in providing future success.
- Moreover, this Yantra awakens the Aagya Chakra and one gets divine vision.
- This Yantra is completely beneficial in yogic activities.
- This Yantra provides indications of bad accidents that may occur in the future.
Precautions for Aagya Chakra Jagran Yantra:
- Do not touch the Aagya Chakra Jagran Yantra with dirty hands.
- Women should not touch this yantra during menstruation.
- While worshiping the Yantra, stay away from intoxicants and consumption of Tamasic food.
- Keep this Aagya Chakra Jagran Yantra covered in red cloth or install it.
- Above all, always keep the benefits you get from Aagya Chakra Jagran Yantra a secret. Moreover, do not tell anyone about the signs of the future. Besides, do good to someone by telling them only if it feels necessary.
आज्ञां चक्र जागरण यंत्र क्या है?
आज्ञा चक्र जागरण यंत्र भगवान शिव की तीसरी आँख का प्रतीक है৷ यह यंत्र तीसरा नेत्र जाग्रत करने में सक्षम है, इसका उपयोग आज्ञा चक्र को जाग्रत करने के लिए किया जाता है৷ आज्ञा चक्र जाग्रत से दिव्यदृष्टि प्राप्त होती है, जिससे साधक किसी के भी भूत और भविष्य को प्रत्यक्ष रूप से देख कर भविष्य में होने वाली बुरी दुर्घटनाओं को अवगत करवा कर बचा सकता है। यह यंत्र ही नहीं सभी यंत्रो में यंत्राधिराज है৷ इस यन्त्र की साधना से साधक त्रिकालदर्शी बनता है, उससे भविष्य सिद्धि देने में यह यंत्र रामबाण के समान काम करता है।
आज्ञा चक्र जागरण यंत्र कैसे सिद्ध होता हैं?
आज्ञा चक्र जागरण यंत्र बैशाख मास में जब सूर्य उच्च राशी पर होता है, तब कुण्डलिनी चक्र जागरण के मंत्रो और चेतना मंत्रो से पुशचरण कर सिद्ध किया जाता है৷ यह एक जटिल विधान है, सामान्य रूप से आजकल के पंडितों के माध्यम से करना संभव नही है৷ इस क्रिया को एस्ट्रो मंत्रा के सिद्ध साधक ही संपन्न करते है। सिद्धि किये हुए आज्ञा चक्र जागरण यंत्र को एस्ट्रो मंत्रा संस्थान से फ़ास्ट डिलीवरी के माध्यम से प्राप्त कर सीधा ही उपयोग किया जा सकता है৷
यह आज्ञा चक्र जागरण यन्त्र भविष्य सिद्धि साधना, ब्रह्मांड भेदन साधना, त्रिकालदर्शी साधना, आज्ञा चक्र जागरण, चेतना साधना, रोम कूप चैतन्य साधना, पंचागुली प्रयोग, काल ज्ञान सिद्धि साधना, वर्ताली साधनाओं में प्रयोग कर सकते है। यदि प्रयोग और साधना की पूरी जनकारी न हो, तो नीचे दी हुई विधि से आप इस यंत्र का प्रयोग करें।
आज्ञा चक्र जागरण यंत्र कैसे स्थापित करें?
किसी भी रविवार के दिन सुबह 4 बजे से 6 बजे के बीच, ब्रह्ममुहूर्त में नहा धोकर शुद्ध होकर घर के मंदिर में पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठ जाए৷ अपने सामने लाल वस्त्र बिछा कर, उस पर चावल की ढेरी बनाकर इस आज्ञा चक्र जागरण यंत्र को स्थापित कर, पूजन करे৷
यन्त्र के सामने शुद्ध घी का दीपक जलाये, इसके बाद यन्त्र पर 3 लाल चंदन की बिंदी लगाये, यन्त्र पर लगे सिंदूर से अपने आज्ञा चक्र पर, तिलक करें৷ निम्नलिखित मन्त्र का 11 माला का जाप चेतना माला या गुरु माला से करे या अपनी साधना के अनुसार मंत्र जाप करे।
आज्ञां चक्र जागरण यन्त्र का मन्त्र:
॥ ॐ ह्रीं ॐ ह्रीं स्वाहा ॥
आज्ञा चक्र जागरण यंत्र के लाभ:
- इस यन्त्र से तीन मूल नाड़ियां इड़ा, पिंगला, सुष्मना एक्टिव होने लगती है और धीरे-धीरे उसकी कुण्डलिनि शक्ति जाग्रत होने लगती है, उसका पूरा शारीर उर्जावान बन जाता है।
- इस यन्त्र की साधना से साधक त्रिकालदर्शी बनता है, भविष्य सिद्धि देने में यह यंत्र रामबाण है।
- यह यन्त्र आज्ञा चक्र को जाग्रत करता, दिव्यदृष्टी प्राप्त होती है।
- यौगिक क्रियोओं में यह यन्त्र पूर्ण लाभकारी माना गया है।
- यह यन्त्र भविष्य में होने वाली बुरी दुर्घटनाओं का संकेत प्रदान करता है।
आज्ञा चक्र जागरण यंत्र की सावधानिया:
- आज्ञा चक्र जागरण यन्त्र को गंदे हाथों से न छुएं।
- रजस्वला समय से स्त्रियाँ इस यंत्र को हाथ न लगायें।
- यन्त्र की पूजा-साधना के समय नशा व तामसिक भोजन के सेवन से दूर रहे।
- इस आज्ञा चक्र जागरण यन्त्र यंत्र को लाल वस्त्र में ढक कर रखें या स्थापित करें।
- आज्ञा चक्र जागरण यन्त्र से मिलने वाले लाभ को सदा गुप्त रखें, भविष्य के संकेतों को कर किसी को न बतायें, ज्यदा जरुरी लगे तभी किसी को बताकर उसका भला करें।
Aagya Chakra Jagran Yantra Details:
Weight: 0.009 gm Approx.
Size: “2” x “2” Inch
Metal: Copper Yantra
Yantra Types: Puja Yantra
Energized: Kundalini Chakra Mantra
Shipping: Within 4-5 Days in India
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