What is Dhandata Yantra?
Dhandata Yantra (धनदाता यंत्र) made of Sabar Mantras is very unique in itself. This Yantra has been built on the basis of Dhanda Damar Tantra. By worshiping, practicing and using it, all kinds of problems related to money get resolved and moreover, the stalled works get resolved. Success starts coming, new ways of getting sudden money start automatically. If there is a debt, the debt starts getting repaid, the desired work starts getting completed. There is no shortage of money with the Sadhak. Besides, there is peace in the mind.
How to Energized Dhandata Yantra?
According to Dhanada Tantra, this Yantra is proven on the day of Thrayodashi of Krishna Paksha. Dhanada Yakshini Kuber resides in it. The person who uses this Dhanada Yantra, all his money related problems solves.
How To Install Dhandata Yantra?
Place this Yantra on any Friday night between 9 to 12 o’clock in the temple at home in front of Goddess Lakshmi. Write ‘Shrim’ on a plate with a Roli and make a heap of a handful of Akshat on top of the Shrim and install Dhanda Yantra on that heap. Burn camphor on a pot. Chant the following mantra 11 times using Kamalgatta Rosary by showing incense and lamp.
The Spell of Dhandata Yantra:
|| Om Ram Shreem Kleem Dham Dhande Ratipriyaye Swaha ||
Benefits of Dhandata Yantra:
- By worshiping it, all kinds of problems related to money get removed and success in work starts.
- Money starts coming in a sudden way and new ways of getting money start opening.
- Debt starts paying off.
- Get success in shares, gambling and betting.
- Desired tasks start getting completed.
Precautions of Dhandata Yantra:
- Do not touch the device with dirty hands.
- Women should not touch this Yantra from the time of menstruation.
- Stay away from consumption of intoxication and vindictive food while worshiping the Yantra.
धनदाता यंत्र क्या है?
साबर मन्त्रों से बना धनदाता यंत्र अपने आप में बहुत ही विलक्षण है। इस यंत्र को धनदा डामर तंत्र के आधार पर निर्माण किया गया है। इसकी पूजा, साधना और प्रयोग से सभी प्रकार की धन से जूड़ी हुई समस्या दूर होने लगती है और रुके हुए कार्यो में सफलता मिलने लगती है, आकस्मिक धन प्राप्ति के नये-नये तरीके खुलने लगते है, कर्जा हो तो कर्जा उतरने लगता है, मनोवांछित कार्य पूर्ण होने लगते है। पैसे की कमी नहीं रहती मन में शांति बनी रहती है।
धनदाता यंत्र कैसे सिद्ध करे?
दरिद्रता के नाश करने के लिए धनदा तंत्र के अनुसार इस यंत्र को कृष्ण पक्ष के त्रयोदशी के दिन सिद्ध किया जाता है। इसमें धनदा यक्षिणी कुबेर का वास होता है। जो व्यक्ति इस धनदा यंत्र का उपयोग करता है, उसकी सभी धन सम्बन्धी सभी समस्या दूर हो जाती है।
धनदाता यंत्र को कैसे स्थापित करे?
इस यंत्र को किसी शुक्रवार रात्रि के 9 से 12 बजे के बीच में मंदिर में माँ लक्ष्मी के सामने, किसी थाली में में रोली से श्रीं लिखें और श्रीं के ऊपर एक मुट्ठी अक्षत के ढेरी बनाये उस ढेरी पर धनदा यंत्र को स्थापित करें। कपूर की धूप और दीप दिखाकर निम्न मंत्र का कमलगट्टे के माला से 11 माला जाप करें।
धनदाता यंत्र का मंत्र:
|| ॐ रं श्रीं क्लीं धं धनदे रतिप्रिये स्वाहा ||
धनदाता यंत्र के लाभ:
- इसकी पूजा साधना प्रयोग से सभी प्रकार की धन से जूड़ी समस्या दूर होने लगती है और कार्यो में सफलता मिलने लगती है
- आकस्मिक तरीके से धन लाभ होने लगता है और धन प्राप्ति के नये नये रास्ते खुलने लगते है।
- कर्जा उतरने लगता है।
- शेयर, जुए और सट्टे के कामो में सफलता मिलती है।
धनदाता यंत्र की सावधानियाँ:
- यन्त्र को गंदे हाथों से न छुएं।
- रजस्वला समय से स्त्रियाँ इस यंत्र को हाथ न लगायें।
- यन्त्र की पूजा-साधना के समय नशा व तामसिक भोजन के सेवन से दूर रहे।
- मनोवांछित कार्य पूर्ण होने लगते है।
Dhandata Yantra Details:
Weight: 0.005 gm Approx.
Size: “2” x “2” Inch
Metal: Copper
Yantra Types: Puja Yantra
Energized: Dhandata Beej Mantra
Shipping: Within 4-5 Days in India
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