Dwadash Jyotirling Mahamrityunjay Yantra (द्वादश ज्योतिर्लिंग महामृत्युंजय यन्त्र): Mahamrityunjaya Yantra is a trustworthy way to remove all obstacles through the path of Lord Shiva devotees. This powerful instrument is called to eliminate the evil effects of bad planets and to provide the person who seeks his blessings with great fortune. Twelve Jyotirlinga is the most sacred or honor form of Shiva. The witness of all twelve Jyotirlingas is a spiritual dream of every devotee. Dwadash Jyotirling Shlok, defining the presence and beauty of all twelve Jyotirlingas. This Sanskrit poem reveals the specific blessings shown in these Jyotirlingas. Mahamrityunjaya Mantra is also known as Sanjivani Vidya.
Prior to the use of this mantra, the seeker should establish Mahamrityunjaya Yantra and sitting in front of this Dwadash Jyotirling Mahamrityunjay Yantra on the sacred seat. Meditate Lord Shiva and chant this mantra. With the influence of this mantra. The fear of sudden death ends, and by doing recitation or rituals of this mantra. It is possible to get rid of all diseases, as well as liberation from all kinds of house clichés. This mantra of Lord Shiva is considers to be the most powerful. For centuries, this mantra has been described in different Vedas and Purana. Many people worship the Mahamrityunjaya with the mantra. Dwadash Jyotirling Mahamrityunjay Yantra supplied by us are duly sanctified and energized by the team of expert Pundits and Sages of astromantra.com for instant effects and ready to use.
द्वादश ज्योतिर्लिंग महामृत्युंजय यन्त्र/Dwadash Jyotirling Mahamrityunjay Yantra
महामृत्युंजय यंत्र भगवान शिव के भक्तों के मार्ग से सभी बाधाओं को दूर करने का एक भरोसेमंद तरीका है। इस शक्तिशाली यंत्र को बुरे ग्रहों के दुष्प्रभाव को खत्म करने और महान भाग्य के साथ अपने आशीर्वाद की तलाश करने वाले व्यक्ति को प्रदान करने के लिए कहा जाता है। बारह ज्योतिर्लिंग, शिवलिंग का सबसे पवित्र या सम्मानित रूप है। सभी बारह ज्योतिर्लिंग का साक्षी हर शिव भक्त का आध्यात्मिक सपना है। द्वादश ज्योतिर्लिंग श्लोक: सभी बारह ज्योतिर्लिंगों की उपस्थिति और सुंदरता की जगह को परिभाषित करते हुए, यह संस्कृत कविता इन ज्योतिर्लिंगों को देखने के साथ दिखाए गए विशिष्ट आशीर्वाद बताती है। महामृत्युंजय मंत्र को संजीवनी विद्या के नाम से भी जाना जाता है|
इस मंत्र के उपयोग से पहले साधक को महामृत्युंजय यन्त्र की स्थापना करनी चाहिए और इस महामृत्युंजय यन्त्र के सम्मुख पवित्र आसन पर विराजमान होकर भगवान शिव का ध्यान करते हुए इस मंत्र का जाप करना चाहिए | इस मंत्र के प्रभाव से अकालमृत्यु का भय समाप्त हो जाता है, और इस मंत्र का पाठ या अनुष्ठान करने से सभी तरह के रोगों और व्याधियों से छुटकारा तो मिलता ही है साथ ही साथ सभी तरह के गृहक्लेशों से मुक्ति भी मिलती है। भगवान शिव के इस मंत्र को सबसे शक्तिशाली माना जाता है। सदियों से इस मंत्र का वर्णन अलग-अलग वेदों और पुराणों में किया गया है। मंत्र के साथ कई लोग महामृत्युंजय यंत्र की पूजा भी करते हैं।
Dwadash Jyotirling Mahamrityunjay Yantra Details:
Size: “6” x “6” Inch
Weight: 80 gm Approx.
Metal: Gold Plated Yantra
Yantra Types: Puja Yantra
Energized: Mahamrityunjay Beej Mantra
Shipping: Within 4-5 Days in India
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