What is Narsingh Yantram?
Narsingh Yantram (नरसिंह यंत्रम) is a powerful yantra, Lord Narsingh resides in this yantra. Narsingh is consider to the fierce incarnation of Lord Vishnu. He is the fourth incarnation among the ten incarnations of Lord Vishnu. According to the name “Narsingh”, half the form of Lord Vishnu is male and the other half is lion.
By regularly practicing Narsingh Yantram, one gets protection from Fear, Sorrow, Pain, Planetary Afflictions and all Tantra-Mantra-Yantras and complete victory over the biggest enemies is achieved. With this yantra the enemy cannot do any harm. There is no bigger yantra in the whole world than this to achieve complete success in lawsuits and defeat the enemies. The person who wants progress without any obstacles must worship Narsingh Yantram.
How is Narsingh Yantram Energized?
On the night of Narsingh Jayanti, Narsingh Yantram is energized to be pran pratishtha by pushcharan it with the Mantras of Lord Narsingh, In which there is a complex ritual, which is generally not possible to be done through today’s pundits. This process can be performed only by high level seekers. When energized, this yantra becomes completely effective and shows its effect soon.
This yantra can be obtained from Astro Mantra Institute through fast delivery and can be used directly. Through this yantra, Narsingh Prayog, Narsingh Sadhana, Narsingh Tantra Sabar Prayog can be easily done. If you do not have complete knowledge of its usage and meditation, then you can install this yantra in your home, shop or office by the method given below.
How to Install Narsingh Yantram?
On Navratri, Holi, Shivratri, Eclipse or any Saturday, take bath etc. between 9:30 pm to 11 pm. Sit on a yellow woolen seat facing the east or the direction in which your temple is facing. After that, place the idol of Lord Vishnu in the temple or on your yellow clothes. Make a Triangle in a plate in front of the idol, write “Shrom” in it with vermilion.
Install Narsingh Yantram on it, light a lamp of pure ghee in front of the Yantra. After burning it, while reciting Narsingh Mantra, apply turmeric tikka on the yantra 10 times, worship with yellow flowers, yellow fruits and sweets. After this, chant the following mantra 10 times with Haldi Rosary or Narsingh Rosary or do it as per your sadhana.
Narsingh Mantra:
॥ Om Ugran Veeram Mahavishnu Jwalantam Sarvatomukham.
Naṛsimham Bhishanam Bhadram Mrityu Mrityum Namamyaham ॥
Benefits of Narsingh Yantram:
- By regularly practicing this Narsingh Yantram, one is protected from fear, sorrow, distress, planetary afflictions and all tantra-mantra-yantras. With this yantra the enemy cannot do any harm.
- There is no other yantra like Narsingh Yantram, which can show its effect quickly.
- There is no bigger yantra in the entire world than this to achieve complete success in lawsuits and defeat enemies.
- If a person wants progress without any obstacles, he must worship Narsingh Yantram.
- Additionally, this yantra removes fear from a person’s mind.
- By doing sadhana of this yantra, poverty starts going away.
- By worshiping Narsingh Yantram, a person remains safe from upcoming accidents.
- Besides, by worshiping this Yantra all the wishes are fulfil.
Precautions of Narsingh Yantram:
- Do not touch the Narsingh Yantram with dirty hands.
- Women should not touch this Narsingh Yantram during menstruation.
- While worshiping Narsingh Yantram, stay away from intoxicants and consumption of Tamasic food.
- Keep or install this Narsingh Yantram covered with yellow mustard seeds and yellow cloth.
- Always keep the benefits obtained from Narsingh Yantram a secret.
नरसिंह यंत्रम क्या है?
नरसिंह यंत्रम एक शक्तिशाली यंत्र है, इस यंत्र में भगवान नरसिंह जी का वास है। नरसिंह जी को भगवान विष्णु का रौद्र अवतार माना जाता है, वह विष्णु जी के दस अवतारों में चौथा अवतार है। “नरसिंह नाम” के अनुसार इनमे भगवान विष्णु का आधा रूप नर यानि मनुष्य का है और आधा रूप सिंह यानि शेर का है। नरसिंह यंत्रम की नित्य रूप से साधना करने से भय, दुःख, कष्ट, ग्रह पीड़ा और सभी तंत्र-मन्त्र-यंत्र से रक्षा होती है, बड़े-बड़े शत्रु पर पूर्ण विजय प्राप्त होती है।
इस यंत्र के होते हुए शत्रु कुछ नही बिगाड़ सकता। मुक़दमों में पूर्ण सफलता पाने के लिए और शत्रुओं को पराजित करने के लिए इससे बड़ा कोई यंत्र पुरे विश्व में नही है। जो व्यक्ति बिना किसी बाधाओं के उन्नति चाहता है, उसें नरसिंह यंत्रम की पूजा अवश्य ही करनी चाहियें।
नरसिंह यंत्रम कैसे सिद्ध होता है?
नरसिंह यंत्रम को नरसिंह जयंती की रात्रि में भगवान नरसिंह के मंत्रों से पुशचरण कर, प्राण-प्रतिष्ठित सिद्ध किया जाता है, जिसमे जो की एक जटिल विधान है, सामान्य रूप से आजकल के पंडितों के माध्यम से करना संभव नही है, इस क्रिया को उच्चकोटि के साधक ही संपन्न कर सकते है। सिद्ध होने पर यह यंत्र पूर्ण प्रभावशाली बनता है, शीघ्र ही अपना प्रभाव दिखाता है।
इस यंत्र को एस्ट्रो मंत्रा संस्थान से फ़ास्ट डिलीवरी के माध्यम से, प्राप्त कर सीधा ही उपयोग किया जा सकता है, इस यन्त्र के माध्यम से नरसिंह प्रयोग, नरसिंह साधना, नरसिंह तंत्र साबर प्रयोग आसानी से किये जा सकते है। यदि प्रयोग और साधना की पूरी जानकारी न हो, तो नीचे दी हुई विधि से आप इस यन्त्र को घर, दूकान या ऑफिस में स्थपित कर सकते है।
नरसिंह यंत्रम कैसे स्थापित करें?
नवरात्रि, होली, शिवरात्रि, ग्रहण या किसी भी शनिवार को स्नान आदि करके रात्रि के समय 9:30 बजे से 11 बजे के बीच, पीले ऊनि आसन पर पूर्व दिशा की तरफ मुख करके या फिर आपका मंदिर जिस दिशा की तरफ हो, उस दिशा की ओर मुह करके बैठ जाए। उसके बाद, मंदिर में या अपने पीले वस्त्र पर, भगवान विष्णु जी की मूर्ति रखें।
मूर्ति के सामने एक थाली में त्रिकोण बनाकर, उसमें सिंदूर से “क्षों“ लिखें, उस पर नरसिंह यंत्रम को स्थापित करें, यंत्र के सामने शुद्ध घी का दीपक जलाकर, नरसिंह मन्त्र बोलते हुए, यंत्र पर 10 बार हल्दी का टिका लगायें, पीले पुष्प, पीले फल, मिठाई से पूजन करें। इसके बाद, निम्नलिखित मन्त्र का 10 माला का जाप हल्दी माला या नरसिंह माला से करें या अपनी साधना के अनुसार करे।
नरसिंह मन्त्र:
॥ ॐ उग्रं वीरं महाविष्णुं ज्वलन्तं सर्वतोमुखम्।
नृसिंहं भीषणं भद्रं मृत्यु मृत्युं नमाम्यहम् ॥
नरसिंह यंत्रम के लाभ:
- इस नरसिंह यंत्रम की नित्य रूप से साधना करने से, भय, दुःख, कष्ट, ग्रह पीड़ा और सभी तंत्र-मन्त्र-यंत्र से रक्षा होती है। इस यंत्र के होते हुए शत्रु कुछ नही बिगाड़ सकता।
- नरसिंह यंत्रम के समान और कोई अन्य यंत्र नहीं है, जो कि शीघ्र अपना प्रभाव दिखा सके।
- मुक़दमों में पूर्ण सफलता पाने के लिए और शत्रुओं को पराजित करने के लिए इससे बड़ा कोई यंत्र पुरे विश्व में नही है।
- यदि व्यक्ति बिना किसी बाधाओं के उन्नति चाहता है, उसें नरसिंह यंत्रम की पूजा अवश्य ही करनी चाहियें।
- यह यंत्र व्यक्ति के मन के भय को दूर करता है।
- इस यंत्र की साधना करने से दरिद्रता दूर होने लगती है।
- नरसिंह यंत्रम की पूजा-साधना से व्यक्ति आने वाली दुर्घटनाओं से बचा रहता है।
- इस यंत्र की साधना करने से समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
नरसिंह यंत्रम की सावधानियाँ:
- नरसिंह यंत्रम को गंदे हाथों से न छुएं।
- रजस्वला समय से स्त्रियाँ इस नरसिंह यंत्रम को हाथ न लगायें।
- नरसिंह यंत्रम की पूजा-साधना के समय नशा व तामसिक भोजन के सेवन से दूर रहे।
- इस नरसिंह यंत्रम कोपीली सरसों के साथ और पीले वस्त्र में ढक कर रखें या स्थापित करें।
- नरसिंह यंत्रम से मिलने वाले लाभ को सदा गुप्त रखें।
Narsingh Yantram Details
Size: “4” x “3.5” Inch
Weight: 0.036 gm Approx.
Metal: Gold Plated
Yantra Types: Puja Yantra
Energized: Narsingh Mantra
Shipping: Within 4-5 Days in India
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