Rahu Graha Kavacham | राहु ग्रह कवच
Rahu Graha Kavacham (राहु ग्रह कवच) is a powerful Maha kavach, all the defects caused by the planet Rahu in the horoscope of the person such as, Rahu Mahadasha defect, Kalsarp defect, Poverty defect, Solar Eclipse defect etc., start getting cured by reciting this kavach. If the condition of Rahu planet is inauspicious in a person’s horoscope, then some random accident starts happening to him repeatedly. Such as, one steps out of the house something happens, an accident happens with a vehicle, falls on the road gets injured, due to which he has to visit the hospital every day, he has to face extreme trouble. So in such a situation, that person must wear Rahu Rosary along with reciting Rahu Graha Kavach.
A person protects from all accidents by wearing this rosary. Due to the inauspicious condition of Rahu planet in the horoscope of a person, he fears the sudden death of one of his parents, one of them may die at any time. Due to which the person remains very scared and stressed, in such a situation, to get rid of this problem, a person must recite Rahu Graha Kavach. All the defects related to the planet Rahu in the horoscope of the person start getting removed and he gets protected from the pain caused by the planet Rahu by doing this recitation.
राहु ग्रह कवच | Rahu Graha Kavacham
अथ
अस्य श्रीराहुकवचस्तोत्रमंत्रस्य चंद्रमा ऋषिः ।
अनुष्टुप छन्दः । रां बीजं । नमः शक्तिः ।
स्वाहा कीलकम् । राहुप्रीत्यर्थं जपे विनियोगः ॥
प्रणमामि सदा राहुं शूर्पाकारं किरीटिन् ॥
सैन्हिकेयं करालास्यं लोकानाम भयप्रदम् ॥ १ ॥
निलांबरः शिरः पातु ललाटं लोकवन्दितः ।
चक्षुषी पातु मे राहुः श्रोत्रे त्वर्धशरीरवान् ॥ २ ॥
नासिकां मे धूम्रवर्णः शूलपाणिर्मुखं मम ।
जिव्हां मे सिंहिकासूनुः कंठं मे कठिनांघ्रीकः ॥ ३ ॥
भुजङ्गेशो भुजौ पातु निलमाल्याम्बरः करौ ।
पातु वक्षःस्थलं मंत्री पातु कुक्षिं विधुंतुदः ॥ ४ ॥
कटिं मे विकटः पातु ऊरु मे सुरपूजितः ।
स्वर्भानुर्जानुनी पातु जंघे मे पातु जाड्यहा ॥ ५ ॥
गुल्फ़ौ ग्रहपतिः पातु पादौ मे भीषणाकृतिः ।
सर्वाणि अंगानि मे पातु निलश्चंदनभूषण: ॥ ६ ॥
राहोरिदं कवचमृद्धिदवस्तुदं यो ।
भक्ता पठत्यनुदिनं नियतः शुचिः सन् ।
प्राप्नोति कीर्तिमतुलां श्रियमृद्धिमायु
रारोग्यमात्मविजयं च हि तत्प्रसादात् ॥ ७ ॥
॥ इति राहु कवच संपूर्णं ॥
Rahu Graha Kavacham | राहु ग्रह कवच
Ath
Asya Shrirahukavachastotramantrasya Chandrama Rishih:।
Anushtup Chhandah:। Ram Bijam। Namah: Shaktih:।
Svahaa Kilakam । Rahuprityartham Jape Viniyogah:॥
Pranamaami Sada Rahum Shurpakaram Kiritin॥
Sainhikeyam Karaalasyam Lokaanam Bhayapradam॥ 1 ॥
Nilamber Shirah Patu Lalatam Lokavanditah।
Chakshushi Patu Me Rahuh Shrotre Tvardhashariravan॥ 2 ॥
Nasikam Me Dhumravarnah Shulpanirmukham Mam।
Jivam Me Sinhikasunuh Kantham Me Kathinanghrikah॥ 3 ॥
Bhujangesho Bhujau Patu Nilamalyamber Karau।
Patu Vakshahsthalam Mantri Patu Kukshim Vidhuntudah ॥ 4 ॥
Katim Me Vikatah Patu Uru Me Surapujitah।
Svarbhanurjanuni Patu Janghe Me Patu Jadyaha॥ 5 ॥
Gulfau Grahapatih Patu Padau Me Bhishanaakrutih ।
Sarvani Angani Me Patu Nilaschandanabhushan:॥ 6 ॥
Rahoridam Kavachamruddhidavastudam Yo।
Bhakta Pathatyanudinam Niyatah Shuchih San।
Prapnoti Kirtimatulam Shriyamruddhimayu
Rarogyamatmavijayam Ch Hi Tatprasadat॥ 7 ॥
॥ Iti Rahu Kavach Sampurnam॥
राहु ग्रह कवच के लाभ:
राहु कवच एक शक्तिशाली महाकवच है, इस कवच का पाठ करने से व्यक्ति की जन्मकुंडली में राहु ग्रह के कारण बने सभी दोष जैसे, राहु महादशा दोष, काल सर्प दोष, दारिद्रता दोष, सूर्य ग्रहण दोष आदि ठीक होने लगते हैं। यदि किसी व्यक्ति की जन्मकुंडली में राहु ग्रह की दशा अशुभ हो, तो उसके साथ बार-बार कोई न कोई आकस्मिक दुर्घटना होने लगती हैं, जैसे घर से बाहर निकलते ही कुछ न कुछ घटित हो रहा हैं, किसी वाहन से दुर्घटना हो रही हैं, कहीं सड़क पर गिरने से शरीर पर चोटें लग रही हैं, जिसके कारण प्रतिदिन अस्पताल के चक्कर काटने पड़ रहे हैं, अत्यंत परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं, तो ऐसी स्थिति में, उस व्यक्ति को राहु ग्रह कवच का पाठ करने के साथ राहु माला अवश्य ही धारण करनी चाहिए।
इस माला को धारण करने से व्यक्ति की समस्त दुर्घटनाओं से रक्षा होती हैं। व्यक्ति की जन्मकुंडली में राहु ग्रह की अशुभ दशा के कारण उसे, उसके माता-पिता में से किसी एक की अचानक मृत्यु होने का भय लगा रहता हैं, दोनों में से किसी एक की कभी भी मृत्यु होने लगती हैं, जिसके कारण व्यक्ति को बहुत अधिक भय और तनाव बना रहता हैं, ऐसे में, इस समस्या से छुटकारा प्राप्त करने के लिए राहु ग्रह कवच का पाठ अवश्य करे। इस पाठ को करने से व्यक्ति की जन्मकुंडली में बने राहु ग्रह से संबंधित सभी दोष दूर होने लगते हैं, तथा राहु ग्रह की पीड़ा से रक्षा होती हैं।