Shree Satyanarayan Aarti, सत्यनारायण आरती

Satyanarayan Aarti | सत्यनारायण आरती

Satyanarayan Aarti (सत्यनारायण आरती): Lord Satyanarayan is considered to be a form of Vishnu. Manglik Dosh gets removed and marriage related problems go away by reciting Satyanarayan Aarti. The sorrows and troubles prevailing in the seeker’s life start going away. Happiness, and prosperity also start coming in the house by regularly reciting Satyanarayan Aarti. Recitation of Satyanarayan Aarti improves physical and mental health.

If you worship Vishnu Idol along with reciting this aarti, then there will be peace and harmony in your house and the negativity around you starts going away and also the Vaastu defects start going away. Chanting Vishnu Rosary is also considered very beneficial. The anger of the devotee starts going away by this rosary. A feeling of humility towards everyone comes in the mind of the seeker.

सत्यनारायण आरती | Satyanarayan Aarti

ॐ जय लक्ष्मी रमणा, श्री जय लक्ष्मी रमणा

सत्यनारायण स्वामी, जन पातक हरणा

। ॐ जय लक्ष्मी रमणा .. ।

रत्न जड़ित सिंहासन, अदभुत छवि राजे

नारद करत नीराजन, घंटा ध्वनि बाजे

। ॐ जय लक्ष्मी रमणा .. ।

प्रकट भए कलि कारण, द्विज को दरश दियो

बूढ़ो ब्राह्मण बनके, कंचन महल कियो

। ॐ जय लक्ष्मी रमणा .. ।

दुर्बल भील कराल, जिन पर कृपा करी

चंद्रचूड़ एक राजा, तिनकी विपत्ति हरि

। ॐ जय लक्ष्मी रमणा .. ।

वैश्य मनोरथ पायो, श्रद्धा तज दीन्ही

सो फल भाग्यो प्रभुजी, फिर स्तुति किन्ही

। ॐ जय लक्ष्मी रमणा .. ।

भाव भक्ति के कारण, छिन-छिन रूप धरयो

श्रद्धा धारण किन्ही, तिनको काज सरयो

। ॐ जय लक्ष्मी रमणा .. ।

ग्वाल-बाल संग राजा, वन में भक्ति करी

मनवांछित फल दीन्हो, दीन दयालु हरि

। ॐ जय लक्ष्मी रमणा .. ।

चढ़त प्रसाद सवायो, कदली फल मेवा

धूप-दीप-तुलसी से, राजी सत्यदेवा

। ॐ जय लक्ष्मी रमणा .. ।

श्री सत्यनारायणजी की आरती जो कोई नर गावे

कहत शिवानंद स्वामी मनवांछित फल पावे

। ॐ जय लक्ष्मी रमणा .. ।

॥ इति श्री सत्यनारायण आरती ॥

Satyanarayan Aarti | सत्यनारायण आरती

Om Jai Laxmi Ramana, Shri Jai Laxmi Ramana

Satyanarayan Swami, Jan Paatak Harana

। Om Jai Laxmi Ramana.. ।

Ratna Jadit Sinhasan, Adbhut Chhavi Raaje

Naarad Karat Niraajan,Ghanta Dhvani Baaje

। Om Jai Laxmi Ramana.. ।

Prakat Bhaye Kali Kaaran,Dwij Ko Darash Diyo

Budho Braahaman Banake,Kanchan Mahal Kiyo

। Om Jai Laxmi Ramana.. ।

Durbal Bheel Karaal,Jin Par Kripa Kari

CHandrachood Ek Raja,Tinaki Vipatti Hari

। Om Jai Laxmi Ramana.. ।

Vaishy Manorath Payo,Shraddha Taj Dinhi

So Phal Bhaagyo Prabhuji, Phir Stuti Kinhi

। Om Jai Laxmi Ramana.. ।

Bhaav Bhakti Ke Kaaran,Chhin-Chhin Roop Dharyo

Shraddha Dhaaran Kinhi,Tinako Kaaj Saryo

। Om Jai Laxmi Ramana.. ।

Gvaal-Baal Sang Raja, Van Me Bhakti Kari

Manavaanchhit Phal Dinhi,Deen Dayaal Hari

। Om Jai Laxmi Ramana.. ।

Chadhat Prasad Savaayo,Kadali Pahl Meva

Dhoop-Deep-Tulasi Se,Raaji Satyadeva

। Om Jai Laxmi Ramana.. ।

Sri Satyanarayanaji Ki Aarti, Jo Koi Nar Gaave

Kahat SHivanand Svaami, Manavaanchhit Phal Paave

। Om Jai Laxmi Ramana.. ।

॥ Iti Shree Satyanarayan Aarti॥

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सत्यनारायण आरती के लाभ: 

भगवान सत्यनारायण को विष्णु का ही रूप माना जाता हैं। सत्यनारायण आरती का पाठ करने से मांगलिक दोष दूर हो जाता हैं तथा विवाह संबंधित समस्याएँ दूर हो जाती हैं। सत्यनारायण आरती का नियमित रूप से पाठ करने से साधक के जीवन में व्याप्त दुःख और संकट दूर होने लगते हैं तथा घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली आने लगती हैं। सत्यनारायण आरती का पाठ शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करता हैं

इस आरती का पाठ करने के साथ यदि आप विष्णु प्रतिमा की पूजा करते हैं, तो आपके घर में शांति और सद्भाव बना रहता हैं तथा आपके आस-पास की नकारात्मकता दूर होने लगती हैं साथ ही, वास्तु दोष भी दूर होने लगते है। विष्णु माला का जाप करना भी अत्यंत लाभकारी माना जाता हैं, इस माला का जाप करने से साधक का क्रोध दूर होने लगता हैं तथा साधक के मन में सभी के प्रति निम्रता का भाव आ जाता हैं।