Siddhidatri Devi Kavach | सिद्धिदात्री देवी कवच
Siddhidatri Devi Kavach (सिद्धिदात्री देवी कवच): The ninth day of Navratri is dedicated to Goddess Siddhidatri Devi, Maa Siddhidatri fulfills all the wishes of the person. The person starts attaining all the Siddhis, by reciting this kavach. If a person is struggling with sorrow poverty for a long time, there is a great lack of wealth and prosperity in his life, Debt is still pending, due to which the family members are facing a lot of trouble. There is no possibility of getting financial help from anywhere, which can help in getting rid of the debt, so in such a situation, Siddhidatri Devi Kavach must be recites. Gets rid of poverty and debt, gets economic progress, by reciting this kavach.
Every task is accomplished, by reciting this kavach. If a person is worried about not getting a job, is not getting a job even after giving repeated interviews, is facing disappointment, then in such a situation, by reciting Siddhidatri Devi Kavach along with wearing Siddhidatri Gutika, one gets success in the interview, chances of getting a good job are created, new avenues of success start opening up in career, success is achieved. If a person wants to achieve success in any work, or wants to accomplish any of his tasks, so in such a situation, reciting Siddhidatri Devi Kavach is considered very fruitful for him.
सिद्धिदात्री देवी कवच | Siddhidatri Devi Kavach
ॐ कारः पातु शीर्षो माँ, ऐं बीजम् माँ हृदयो।
हीं बीजम् सदापातु नभो गृहो च पादयो॥
ललाट कर्णो श्रीं बीजम् पातु क्लीं बीजम् माँ नेत्रम् घ्राणो।
कपोल चिबुको हसौ पातु जगत्प्रसूत्यै माँ सर्ववदनो॥
Siddhidatri Devi Kavach | सिद्धिदात्री देवी कवच
Om Karah Patu Shirsho Maan, Aidam Bijam Maan Hridayo।
Him Bijam Sadapatu Nabho Griho Ch Padayo॥
Lalat Karno Shrim Bijam Patu Clim Bijam Maan Netram Ghrano।
Kapol Chibuko Hasau Patu Jagatprasutyai Maan Sarvavadano॥
सिद्धिदात्री देवी कवच के लाभ:
नवरात्री के नौवें दिन देवी सिद्धिदात्री देवी को समर्पित हैं, माँ सिद्धिदात्री व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं। इस कवच का पाठ करने से व्यक्ति को समस्त सिद्धियां प्राप्त होने लगती हैं। यदि कोई व्यक्ति काफी लम्बे समय से दुःख दरिद्रता से जूझ रहा हैं, उसके जीवन में धन, सम्पन्नता की अत्यंत कमी हैं, कर्ज़ बना हुआ हैं, जिसके कारण परिवार के सदस्य अत्यंत परेशानी का सामना कर रहे हैं, कहीं से भी आर्थिक सहायता मिलने की कोई सम्भावना नही हैं, जिससे कर्ज़ दूर हो सके, तो ऐसे में सिद्धिदात्री देवी कवच का पाठ अवश्य ही करना चाहिए। इस कवच का पाठ करने से दरिद्रता और कर्ज़ से छुटकारा मिलने लगता हैं, आर्थिक तरक्की होती हैं।
इस कवच का पाठ करने से प्रत्येक कार्य सिद्ध होता हैं। यदि कोई व्यक्ति नौकरी न लगने से परेशान हैं, बार-बार इंटरव्यू देने के बाद भी नौकरी नही मिल रही हैं, निराशा का सामना करना पड़ रहा हैं, तो ऐसे में, सिद्धिदात्री देवी कवच का पाठ करने के साथ सिद्धिदात्री गुटिका धारण करने से इंटरव्यू में सफलता मिलने लगती हैं, अच्छी नौकरी के योग बनते हैं, करियर में सफलता के नए-नए रास्ते खुलने लगते हैं, सफलता प्राप्त होती हैं। अगर कोई व्यक्ति किसी भी कार्य में सफलता प्राप्त करना चाहता हैं, या अपना कोई भी कार्य सिद्ध करना चाहता हैं, तो ऐसे में, उसके लिए सिद्धिदात्री देवी कवच का पाठ करना अत्यंत फलदायक माना जाता हैं।