Suktam | सुक्तम्
Suktam/Shri Suktam (सुक्तम्) : An aphorism is a short, pithy statement containing a truth of general import, an axiom is a statement of self-evident truth, a theorem is a demonstrable proposition in science or mathematics; an epigram is like an aphorism, but lacking in general import.
Maxim and saying can be used as synonyms for aphorism. It is a concise statement of a principle. It is a terse saying embodying a general truth or astute observation, as “Art is long, life is short.” It is also defined as tersely phrased statement of a truth or opinion; an adage.
“सम्पूर्णमृषिवाक्यं तु सूक्तमित्यसभिधीयते”
अर्थात् मन्त्र ऋषि के सम्पूर्ण वाक्य को सूक्त कहते हैँ, जिसमेँ एक और अनेक मन्त्रों में देवताओं के नाम दिखाई देते है।
वेदों के मंत्रों एवं सूक्तों का जाप पूरी तरह पवित्र होकर स्वच्छता के साथ करना चाहिये, वैसे तो इनका पाठ कभी भी किया जा सकता है, और यदि पाठ शाम के समय किआ जाए तो बहुत अच्छा है।
सूक्तों के पाठ करने से पूर्व जन्म के कर्मों, सत्-असत्, पाप-पुण्य फल मिलता है, देवता शीघ्र पसान होते है, संकल्प किये हुए काम शीघ्र पुरे होते है। जहाँ सूक्तों का पाठ किया जाता है वहां का वातावरण सकारात्मक हो जाता है।
दुख-समस्या, हारी-बीमारी, परेशानियों से मुक्ति के लिए साधक-जातक को सूक्तों का श्रवण, अध्ययन, पठन-पाठन पूरी श्रद्धा-भक्ति के साथ करना चाहिये।