Urdhva Sarvangasana Benefits, ऊर्ध्व सर्वांगासन

Urdhva Sarvangasana Benefits | ऊर्ध्व सर्वांगासन के लाभ

Method of Urdhva Sarvangasana Benefits (ऊर्ध्व सर्वांगासन): Lie on the ground by the backside. Keep all the body drag and drop. Keep both palms near the thigh on the ground. Now put pressure on both hands and to gradually 45˚ before both feet, again up to 90˚. Now fold the two axes and hold the waist and keep it straight. The thumb of the feet should be in front of both eyes.

Note: High blood pressure, heart disease, gut growth patients must not do this posture.

Urdhva Sarvangasana Benefits:

  • This Urdhva Sarvangasana posture dilutes the body.
  • The sound of musicians becomes more harmonious by practicing every day of this posture.
  • This seat makes the waist strong and beautiful and beautiful to the buttocks.
  • This Urdhva Sarvangasana posture removes the deodorant of sweat from the body.
  • The digestion power increases through the practice of this Urdhva Sarvangasana .
  • This posture benefits the headlines.
  • This posture improves the throat and removes eye defects.

Urdhva Sarvangasana Benefits, ऊर्ध्व सर्वांगासन

ऊर्ध्व सर्वांगासन के लाभ | Urdhva Sarvangasana Benefits

ऊर्ध्व सर्वांगासन विधि: पीठ के बल जमीन पर लेटकर सारे शरीर को खींच कर दोनों हथेलियों को जमीन पर जांघ के पास रखो अब दोनों हथेलियों पर दबाव डालते हुए धीरे धीरे दोनों पैरों को पहले 45˚ तक, फिर 90˚ तक ऊपर कर दोनों कोहनियाँ मोड़ कर कमर को पकड़ो और सीधा रखो, पैरों के अंगूठे दोनों आँखों के सामने रहने चाहिए।

नोट: उच्च रक्त चाप, ह्रदय रोग, आंत वृद्धि के रोगी इस आसन को न करें।

ऊर्ध्व सर्वांगासन के लाभ:

  • यह ऊर्ध्व सर्वांगासन शरीर को पतला करता है।
  • इस आसन का प्रतिदिन अभ्यास करने से संगीतज्ञों की आवाज अधिक सुरीली हो जाती है।
  • यह ऊर्ध्व सर्वांगासन कमर को शक्तिशाली तथा नितम्ब को सुंदर और सुडौल बनाता है।
  • यह आसन शरीर से पसीने की दुर्गन्ध को दूर करता है।
  • इस ऊर्ध्व सर्वांगासन (Urdhva Sarvangasana Benefits) के अभ्यास द्वारा पाचन शक्ति बढती है।
  • इस आसन द्वारा शीर्षासन के लाभ प्राप्त होते है।
  • यह ऊर्ध्व सर्वांगासन  गला बढना तथा नेत्र दोष को दूर करता है।