Vastu Plot Shape | वास्तु प्लाट साइज़
Vastu Plot Shape (वास्तु प्लाट साइज़): When purchasing any land, the land should be tested. The type of land , whether it is slope, auspicious, background etc. should be examined. According to the Vastu Plot Shape, the angles of land are of the importance. When selecting a land (Vastu Plot Shape), its size should not be forgotten.
To build a house, the land of different types of sizes can be seen, such as the square, rectangular, round, triangular etc. According to the Vastu Plot Shape, the properties of the land of different sizes are reported, currently the land or house selection is also becoming a major problem, but as far as possible, it is possible to buy only after seeing the size of the house or the land.
Square Land and house according to the Vastu Plot Shape:
The land that is equal to the length and width of the house and the four angles are 90 degrees or the four sides are equal, then it is called square. These square land or home are considered best. Staying at home has been considered as very beneficial.
Rectangular Land and House according to the Vastu Plot Shape:
The house or land (Vastu Plot Shape) on which two sides are big and two small and the four angles are 90 degrees, it is called rectangular land or house. A rectangular house or land is superior. Staying a house on this land is wealth, affirmation and progress. To say it means that money benefits, health, and all work are proven.
Vastu Plot Shape Note: According to the Vastu Plot Shape, the ratio of length of the rectangular land or house and the width should be in 1: 2, ie the width is 10 meters, then the length is approximately 20 meters or the length is 10 meters, then the width is about 5 meters.
Circular land or house according to Vastu Plot Shape:
Whatever land or house is like a circle, it is called circular land or house. Circular land or house is best. Building on this land provides all kinds of auspicious results. This land (Vastu Plot Shape) or house gives wealth and knowledge. It is beneficial to take this land to build a house.
According to Vastu Plot Shape other auspicious size:
The following are special auspicious views, making the building in these are auspicious.
- Quadricular
- Hexagonal
- Octagonal
- Gomukh shape
- Lion faced
- Bhadrasan
- Crow faced
Quadrangular land or house according to the Vastu Plot Shape:
The four angles (Vastu Plot Shape) are called quadrangular. Making a home on this land brings happiness.
Hexagonal land or house according to the Vastu Plot Shape:
The land with six angles or six sides is called hexagon. Building on this land makes progress and success.
Octagonal house to the Vastu Plot Shape and the size:
The land with an octagonal or octagonal side is called octagonal. Having a house on this land gets respect in life.
Gomukh shaped land to Vastu Plot Shape:
The land which is smaller in the front and wider in the back, is called the Gomukhkar land or the house; living in this land by building a house is of great benefit, it is a beneficial land from a business perspective.
According to Vastu Plot Shape, Lion faced house:
The land or house that is smaller in the back side and wider in the front is called a lion faced land or a house. Living in such a land or house increases business establishments, it is auspicious for land or house.
According to Vastu Plot Shape, land or house Bhadrasan shape:
The land or house which is equal to the length and breadth of the house and its middle part is flat, it is called Bhadrasan land or house, making a house on such land brings all kind of welfare.
According to the Vastu Plot Shape, Crow faced land or house:
The ground floor or house is further narrower and wide than the back. This is the opposite of a subtle land or house. Living on this land is happy and prosperous.
वास्तु प्लाट साइज़ | Vastu Plot Shape
वास्तु प्लाट साइज़ (Vastu Plot Shape): किसी भी भूमि को खरीदते समय उसका भूमि परीक्षण कर लेना चाहिए। भूमि का प्रकार ढलान, शुभा-शुभ, पृष्ठादि एवं भूमि की परीक्षा करनी चाहिए। वास्तु साइज़ अनुसार भूमि के “कोणों” का महत्व होता है। किसी भूमि का चयन करते समय उसके आकार को नहीं भूलना चाहिए।
घर बनाने के लिए विभन्न प्रकार के साइज़ की भूमि देखने को मिलती है, जैसे-वर्गाकार, आयताकार, गोल, त्रिकोण आदि वास्तु साइज़ अनुसार विभिन्न आकार की भूमि के अपने-अपने गुण दोष व फल बताए गए है, वर्तमान में भूमि या घर का चयन कर पाना भी एक बड़ी समस्या बनती जा रही है, पर जहां तक हो सके घर या भूमि का आकार देखकर ही खरीदना चाहिए।
वास्तु साइज़ अनुसार वर्गाकार भूमि या घर:
जिस भूमि या घर की लम्बाई-चौडाई समान हो और चारों कोण 90 अंश के हों या चारों भुजाएं समान हो, तो उसे वर्गाकार कहते है। ये वर्गाकार भूमि या घर सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। इस पर घर बनवाकर रहना बहुत ही लाभदायक माना गया है। वास्तु प्लाट साइज़
वास्तु साइज़ अनुसार आयताकार भूमि या घर:
जिस घर या भूमि की दो भुजाएं बड़ी व दो छोटी हों व चारों कोण 90 अंश के हों तो उसे आयताकार भूमि या घर कहते है। आयताकार घर या भूमि श्रेष्ठ होती है। इस भूमि पर घर बनवाकर रहना धन, पुष्टि व सिद्धि वर्धक होता है। कहने का तात्पर्य है कि धन लाभ, स्वास्थ्य ठीक एवं सभी कार्य सिद्ध होते है।
ध्यान दे: वास्तु साइज़ अनुसार आयताकार भूमि या घर की लम्बाई चौडाई का 1:2 होना चाहिए अर्थात मान लो चौडाई 10 मीटर है तो लम्बाई लगभग 20 मीटर हो या लम्बाई 10 मीटर है तो चौडाई लगभग 5 मीटर हो।
वास्तु साइज़ अनुसार वृत्ताकार भूमि या घर:
जो भूमि या घर गोले की तरह हो, उसे वृत्ताकार भूमि या घर कहते है। वृत्ताकार भूमि या घर उत्तम होता है। इस भूमि पर भवन निर्माण करने से सभी प्रकार के शुभ फल मिलते है। यह भूमि या घर धनदायक व ज्ञानवर्धक होता है। घर बनाने के लिए यह भूमि ही लेना लाभदायक होता है।
वास्तु साइज़ अनुसार अन्य शुभ आकार:
निम्नलिखित विशेष दृष्टि कोणों से शुभ होते है, इन पर भवन बनाना अत्यधिक शुभ होता है–
- चतुष्कोणाकार
- षट्कोणाकार
- अष्टकोणाकार
- गोमुखाकार
- सिंहमुखाकार
- भद्रासन
- काकमुखी
वास्तु साइज़ अनुसार भूमि या घर चतुष्कोणाकार:
चार कोणों वाली भूमि को चतुष्कोणाकार कहते है। इस भूमि पर घर बनाने से सुख की प्राप्ति होती है।
वास्तु साइज़ अनुसार भूमि या घर षट्कोणाकार:
छह कोण या छह भुजाओं वाली भूमि को षट्कोणाकार कहते है। इस भूमि पर घर बनवाकर रहने से उन्नति व सफलता होती है।
वास्तु साइज़ अनुसार भूमि या घर अष्टकोणाकार आकार:
अष्ट कोण या अष्ट भुजाओं वाली भूमि को अष्टकोणाकार कहते है। इस भूमि पर घर बनवाकर रहने से जीवन में सम्मान प्राप्त होता है।
वास्तु साइज़ अनुसार भूमि या घर गोमुखाकार:
जो भूमि सामने से कम व पीछे से अधिक हो, उसे गोमुखाकार भूमि या घर कहते है, ऐसी भूमि पर घर बनाकर रहने से बहुत ही लाभ होता है, यह व्यापारिक दृष्टिकोण से लाभदायक भूमि होती है।
वास्तु साइज़ अनुसार भूमि या घर सिंहमुखाकार:
जो भूमि या घर सामने से ज्यादा व पीछे से कम हो, उसे सिंहमुखाकार भूमि या घर कहते है। ऐसी भूमि या घर में रहने से व्यापारिक प्रतिष्ठान बढ़ता है, यह भूमि या घर शुभ होता है।
वास्तु साइज़ अनुसार भूमि या घर भद्रासन आकार:
जिस भूमि या घर की लम्बाई व चौडाई समान हो तथा उसका मध्य भाग समतल हो, उसे भद्रासन भूमि या घर कहते है, ऐसी भूमि पर घर बनवाकर रहने से सभी प्रकार का कल्याण होता है।
वास्तु साइज़ अनुसार भूमि या घर काकमुखीआकार:
काकमुखी भूमि या घर आगे से संकरा और पीछे से चौड़ा होता है। यह सूपाकार भूमि या घर का उल्टा होता है। इस भूमि पर घर बनवाकर रहने वाला सुखी व सम्पन्न होता है।