Veerasana Benefits | वीरासन के लाभ
Method of Veerasana Benefits (वीरासन): Stand on the ground with the left leg stretched backwards and the right knee bent. The fists of the hands should be clenched, with the thumbs tucked inside them. The right arm should be stretched forward in front of the chest and the left arm bent back. The trunk should be stretched backwards with full strength and the leg should be kept straight. Both eyes should be kept open without blinking.
Veerasana Benefits:
- The practice of this Veerasana generates unprecedented strength, vigor, courage, fortitude, and power. It also removes lethargy.
- Those prone to excessive sleep must practice this asana. It is believed that (Veerasana) Laksmana went without any sleep for twelve years with Sri Rama in the forest on account of the effect of Veerasana.
- It controls over sleep.
- It removes semen problems.
- Veerasana (Veerasana Benefits) enhances power in legs and thighs.
वीरासन के लाभ | Veerasana Benefits
वीरासन विधि: जमीन पर खड़े होकर दाएं पैर को जहाँ तक हो सके आगे रखो फिर बाएं पैर को उल्टा कर घुटने को मोडते हुए, जहां तक हो सके पैर को पीछे की ओर कुछ कड़ा करते हुए ले जाओ और दोनों हाथ के अंगूठों को अंदर रखते हुए मुट्ठी बंद कर लो फिर दाएं हाथ को छाती के सामने सीधा करके हाथ को इस प्रकार मोड़ो कि 90˚ का कोण बन जाए फिर कमर के ऊपरी भाग को पूरी तरह बल लगाकर पीछे की ओर खींचो, बाएं पैर के पंजे से लेकर जंघाओं तक के सारे भाग को भीतरी शक्ति द्वारा सीधा दोनों आँखों से टिकटिकी लगा कर देखो। दाएं पैर को पीछे और बाएं पैर को आगे और हाथ की स्थिति को बदल कर पुन: इस आसन को करो। यह आसन कई प्रकार का होता है।
वीरासन के लाभ:
- यह वीरासन कमर को पतली और छाती को चौड़ी करता है।
- इस आसन में बैठकर धनुष बाण चलाने का अभ्यास किया जाता है।
- इस वीरासन (Veerasana Benefits) द्वारा शरीर में असीम शक्ति का संचार होता है। साहस और धैर्य में वृद्धि होती है। आलस्य दूर होता है।
- निद्रा पर विजय प्राप्त होती है।
- वीर्य विकार दूर होता है।
- यह वीरासन सम्पूर्ण भुजा, जंघा और पैरों में बल बढाता है।