Virgo Zodiac Sign 2025
Virgo Zodiac Sign 2025 (कन्या राशिफल 2025) has been specially prepared keeping in mind the people of Virgo zodiac so that you can get the answer to the question of how your condition can be in the year 2025. What are the planets and stars saying for Virgo people? When may you need to be careful in education, love and business? If you want to know more about this topic, then read Virgo Zodiac Sign 2025 today.Read..
Virgo | कन्या राशि (Pa, Pi, Poo, Pe, Po, Sh, Na Ta and Th)
The Virgo is concerned about a girl. In the sky this sign shows that a girl is sitting on a boat with a lighted lamp in hand. Meteorologist’s images prove it. This Virgo zodiac remains on stomach from 150 degree to 180 degree. This Virgo zodiac remains for 5 Ghati and 4 moments, it is an even zodiac. The ruler of this zodiac is Mercury. On this zodiac Sun remains for 30 days 29 Ghatis and 4 moments. This Virgo zodiac denotes women hood, yellowish skin colour, and unpredictable behaviour and with little offspring. Education and art work is their natural ability they are very particular about their career.
Qualities of Virgo:
The Virgos are of average height, have a pale skin complexion, high forehead, beautiful eyes and a sensitive mouth. They have a delicate body, and long, elegant arms, but can be very fidgety. The split at the end of the nose, gap in the front teeth and cheek pouches mark them out. Their expression and attitude suggest that they prefer to remain low-profile. They are serious, discreet, rather studious and elegant. Their sartorial sense is refined and they detest showing off.
Methodical, meticulous, analytical and mentally astute, the Virgo natives are perfectionists to the core, or at least, they like to believe that they are. They are excellent managers, and may even ruthlessly ensure that the work is done well. Fastidious to the tee, they may be perceived as narrow in their outlook, critical and quarrelsome by many. Yet, unperturbed by the others’ view of them, they will go on doing what they feel is right, quietly and with a dogged determination.
The Virgos can make an obsession out of their need to keep themselves and their surroundings neat, clean and organised. This habit is actually rooted in a fear of filth. What they need to understand is that it is more important to feel good than to look good. Occasionally, they need to indulge in messy activities just to realize the fun element in them.
They have an inferiority complex in them. Even in the petty matters they get this complex. But they also overcome the effect of this complex very soon. These people are usually successful.
Their 4th, 16th, 22nd, 36th and 55th ages are full of problems. In the old age they may suffer from T.B.
Suitable profession of Virgo:
Writer, psychologist, clerk, doctor, pilot, editor, navy, beautician and stationery shop are suitable to them.
Possible diseases of Virgo:
Stomach disorder, bische, Typhoid, gall bladder stone, skin diseases, scabies’, etc. are the possible diseases for them.
Fortunate Years:
12th, 20th, 25th, 32nd, 49th and 62nd ages are fortunate to them.
Ominous years:
4th, 16th, 22nd, 36th, 43rd and 55th ages are ominous years.
Providential dates:
5th, 14th and 23rd dates are auspicious for them.
Providential Days:
Sunday, Wednesday and Monday
Auspicious directions:
North, East, North-East and South-West are the favourable directions.
Friendly Zodiac Sign:
Gemini, Taurus, Libra, Leo are the friendly zodiacs.
Enemy Zodiac signs:
Scorpio, Aries, Sagittarius and Aquarius
Horoscope Circle:
Pure circle (Vishuddha Chakra).
Lent of Virgo:
When Mercury is in the time of setting, or in a mean status, the person will suffer from trouble, and worries. During that period observe the Lent of Wednesday.
Spell of Virgo:
॥ ॐ ऐं स्त्रीं श्रीं बुधाय नम: ॥
॥ Om Ainm Streem, shreem Budhaye Namah॥
Donation for Virgo:
Donate Brass alloy, Ghee, Sugar, Camphor etc.
कन्या राशिफल 2025
कन्या राशिफल 2025 का विशेष ध्यान कन्या राशि के जातकों को ध्यान में रखकर बनाया गया है ताकि आप वर्ष 2025 में आपका हाल कैसा हो सकता है, इस सवाल का उत्तर प्राप्त कर सकें। कन्या राशि वालों के लिए ग्रह-नक्षत्र क्या कह रहे हैं? शिक्षा, प्रेम और व्यापार में सावधान रहने की जरूरत कब हो सकती है? इस विषय में अधिक जानना चाहते हैं तो आज ही कन्या राशिफल 2025 पढ़ें।Read..
कन्या राशि | Virgo [टो पा पि पू ष ण ठ पे पो]
कन्या राशि का सीधा सादा तात्पर्य “कन्या” से है। यदि हम कन्या खण्ड की निहारिका के पुंज को देखें तो वस्तुत: ऐसा लगेगा जैसे कोई कुमारी दीप लिए हुए नौका पर बैठी हो। वेधशालाओं से इस खण्ड के जो चित्र लिए है, उनको देखने से ही इस कथन की पुष्टि होती है। यह राशि डिग्री 150° से 180° तक अमाशय पर रहती है और उतनी ही डिग्री तक उस पर प्रभाव डालती है। अंग्रेजी में इसे ‘Virgo’ कहते है।
यह राशि 5 घड़ी और 4 पल की होती है। यह सम-राशि कहलाती है। इसका स्वामी ”बुध” है। बुध इस राशि पर उच्च का स्वग्रही होता है। इस पर सूर्य 30 दिन, 29 घड़ी और 4 पल रहता है। यह स्त्री जाति, शीतोष्ण स्वभाव, पिंगल वर्ण, पृथ्वी तत्व, रात्रिबली, शीत प्रक्रति और अल्प सन्तान वाली है। विद्याव्यसन एवं शिल्प-दक्षता इसका प्राक्रतिक गुण है। अपनी उन्नति का यह राशि विशेष ध्यान रखती है। इससे पेट-सम्बन्धी बीमारियों का ज्ञान किया जाता है।
कन्या राशि के गुण:
कन्या राशि के व्यक्तियों का रंग सुनहरा या रक्तता लिए गेहुएं रंग का होता है, खिलता हुआ रंग व्यक्तित्व का परिचायक होता है, मध्यम कद, सुंदर बनावट, उन्नत ललाट, पैनी लम्बी और काली आँखें, पतला और तीखा उठा हुआ नाक, पतले पतले होंठ और उभरी हुई ठोड़ी इनके व्यक्तित्व में देखी जा सकती है। ये बड़े ही हंसमुख, चतुर और सफल मित्र सिद्ध होते है।
जिस व्यक्ति की कन्या राशि होती है उनमें स्त्री चित कोमलता सहज ही पाई जाती है। रचनात्मक कार्यो में उसकी प्रव्रत्ति विशेष रूप से रमती है, वे आदर्शवादी होते है और आर्द्रा लोक में ही जीवित रहते है, उनके दिमाग में समाज का, देश का और स्वयं का एक निश्चित मापदण्ड या आदर्श होता है। एक निश्चित ध्येय और जीवन की एक विशेष परिपाटी होती है। उनका स्वयं का एक लक्ष्य होता है, जिस पर वे शनैः शनैः अग्रसर होते रहते है।
ऐसे व्यक्ति भावना प्रधान मनोवैज्ञानिक होते है, मनुष्य को परखने और कुछ ही क्षणों में उसके अंतर में बैठने की इनमें गजब की शक्ति होती है। अपने सिद्धांतों को सर्वोपरी समझते है एवं इन सिद्धांतों के आधार पर ही दूसरों को देखने का प्रयत्न करते है।
इनकी प्रव्रत्तियां कलाकारों जैसी होती है, अपनी सजावट की ओर विशेष ध्यान रखते है और कपड़ों का चुनाव सावधानी पूर्वक करते है। बातचीत करने में कुशल होने के साथ साथ ये सम्मोहक व्यक्तित्व के धनी होते है। अधिकतर ये व्यक्ति अपने आप में ही मस्त रहते है, दूसरे इनके बारे में क्या सोचते है या कहते है अथवा क्या धारणा बनाते है, इसकी ये प्रवाह नहीं करते और न दूसरों के सुझाए पथ को स्वीकार ही करते है। ये तो वही कार्य करते है, जो इनको ठीक लगता है।
यदि ऐसे व्यक्ति राजनितिक क्षेत्र में होते है, तो सफल होते है। जनता पर अपने विचारों को जमा देना या भीड़ को अपने पक्ष में कर लेना अथवा जनता को वाणी के माध्यम से अपने अनुकूल बना लेना इनके लिए सुगम होता है। भाषण करने की इनमें सहज शक्ति विद्यमान रहती है, फिर भी ये सफल नेता सिद्ध हो, ऐसा नहीं कहा जा सकता। हां, इस प्रकार के व्यक्ति सफल विरोधी पक्ष के लीडर बन सकते है। न्यायप्रियता में इनकी गहरी आस्था होती है। शान्ति कार्यो में ये सफल होते है। ऐसे व्यक्ति डाक्टरी, नर्स, निर्णय प्रधान कार्य आदि में सफलता प्राप्त कर सकते है।
प्रेम के क्षेत्र में अत्यधिक भावुक होते है तथा विपरीत लिंग मैत्री में ये अपना सर्वस्व भी देने में हिचकिचाहट अनुभव नहीं करते। मित्रता के नाम पर ये बड़े से बड़ा त्याग करने को प्रस्तुत रहते है। इस प्रकार के व्यक्ति एक सफल प्रेमी, सफल कवि, सफल दार्शनिक और सफल मित्र सिद्ध होते है।
जहां तक मैं समझता हूँ, ये अपने पथ से यदाकदा विचलित अवश्य हो जाते है। परन्तु फिर घूमकर ये सत्य, ईमानदारी और कल्पना का रास्ता पकड़ लेते है और इन्हीं क्षेत्रों में ये सफल होते भी है।
ईमानदारी भी इनके जीवन का ध्येय होता है। स्त्रियोचित सुकुमारता, कोमलता, लज्जा, भावुकता और प्रेम, स्नेह और गुण सहज ही इनमें पाए जाते है। अधिकारियों के सामने ये दृढ़ता नहीं रख पाते। यद्यपि ये अपने से ऊपर के अधिकारियों के प्रिय पात्र होते है।
हीनता की भावना भी सहज ही पाई जाती है। जरा सा भी अप्रिय या रूचि के विपरीत कार्य हो जाता है, तो ये अपने आप में हीनता सी अनुभव करने लग जाते है। यद्यपि ये शीघ्र ही इस भावना से अपना पीछा भी छुड़ा लेते है। ऐसे व्यक्ति सफल कहे जा सकते है।
जबकि 4, 16, 22, 36 और 55 वें वर्ष कष्टप्रद होते हैं। जीवन के अंतिम चरण में टी. बी. हो सकती है।
कन्या राशि के उपयुक्त व्यवसाय:
लेखाकार, मनोचिकित्सक, क्लर्क, डॉक्टर, पायलट, संपादक, नेवी, सौन्दर्य कार्य और लेखक, स्टेशनरी की दुकान के कार्य।
कन्या राशि के संभावित रोग:
पेट के रोग, पेचिश, टायफायड, पथरी, स्किन, खुजली, स्वास संबंधित रोग, आदि संभाव्य रोग है। यह व्यक्ति नाममात्र की व्याधि होने पर भी डॉक्टर के पास चले जाते हैं।
कन्या राशि के सौभाग्यशाली वर्ष:
12, 20, 25, 32, 49 और 62 वां वर्ष का समय सौभाग्यशाली होता है।
कन्या राशि के कष्टकारी वर्ष:
4, 16, 22, 36, 43 और 55 वां वर्ष का समय कष्टकारी होता है।
कन्या राशि की शुभ तारीखें:
5, 14 और 23
कन्या राशि के शुभ दिन:
रविवार, बुधवार और सोमवार
कन्या राशि की शुभ दिशा:
पूर्व, उत्तर, ईशान और वायव्य कोण
कन्या राशि की मित्र राशि:
मिथुन, वृष, तुला, सिंह
कन्या राशि की शत्रु राशि:
वृश्चिक, मेष, धनु और कुंभ राशि
कन्या राशि का तत्व:
पृथ्वी तत्व
कन्या राशि का कुंडली चक्र:
विशुद्ध चक्र
कन्या राशि का व्रत:
जब भी गगनमण्डल में बुध ग्रह अस्त, वक्री या व्यभिचारी मान में होगा तब-तब इनके जीवन में परेशानियाँ, चिन्ताएँ एवं समस्याएँ बढ़ जाएँगी। उस समय बुधवार का व्रत करें।
कन्या राशि का मंत्र:
यदि संभव हो तो निम्न तंत्रोक्त मंत्र का 8,000 जप भी करे या योग्य ब्राह्मण से कराये—
तंत्रोक्त मंत्र –
॥ ॐ ऐं स्त्रीं श्रीं बुधाय नम: ॥
कन्या राशि का दान:
यथा संभव इन्हें काँसा, घृत, शक्कर, कपूर आदि का दान करना चाहिए।