Wrist Yoga Benefits, कलाई योग

Wrist Yoga Benefits/कलाई योग के लाभ

Exercise 1 (कलाई योग/Wrist Yoga Benefits):

Method of Wrist Yoga : Join your feet and keep your body straight. Spread the hand front side parallel to ground straight.

1st: Close the fist and forcibly bring it up and down and try to contact the biceps. Stiff the arm as much as possible. Repeat this Wrist Yoga asana 5 times.

2nd: Fold the hand and clench the fist and bring the biceps towards the chest so that elbow is at 350˚ angle and make the fist up and down and try to touch the fist with bicep. Repeat this Wrist Yoga (Wrist Yoga Benefits) for 5 times.

Exercise part 2:

Method of Wrist Yoga: Join your feet and keep your body straight. Spread the hand front side parallel to ground straight.

Turn the palm upside down.

Bend the elbow and do this Wrist Yoga (Wrist Yoga Benefits) asana.

Exercise part 3:

Method of Wrist Yoga (Wrist Yoga Benefits): Join your feet and keep your body straight. Spread the hand front side parallel to ground straight. Spread your fingers and keep on standing.

Bring forcibly your fist up and down and try to touch the bicep with fingers.

Remain on previous stage, bend your elbow and keep away the fingers and bring up and down. This will appear that fingers are touching the bicep.

Garudasana

कलाई योग के लाभ/Wrist Yoga Benefits

व्यायाम भाग – 1:

कलाई योग (Wrist Yoga Benefits) विधि: अपने दोनों पैर आपस में मिलाकर पैरों से सिर तक का भाग सीधा रख दोनों भुजाओं को वक्षस्थल के सामने पृथ्वी के समानांतर छाती की चौडाई के समान फैला कर खड़े रहो।

प्रथम: अपनी हाथों की मुट्ठी को ढीला बांधकर बलपूर्वक कलाई को ऊपर और नीचे लाओ, ऊपर लाते समय मुट्ठी के आगे के भाग को भुजाबल्ली से मिलाने का यत्न करो और नीचे लाते समय भी मुट्ठी के मुंह को भुजाबल्ली से मिलाने का यत्न करो और जहां तक हो सके भुजा को कड़ा रखो। यह कलाई व्यायाम (Wrist Yoga Benefits) आरम्भ में 5 बार दोहराओ।

द्वितीय: भुजाबंध को कंधे के सामने रख भुजाबल्लियों को समेट कर वक्षस्थल की ओर ऐसे लाओ ताकि भुजाबल्ली भुजाबंध के साथ कोहनी के स्थान पर 350˚ का कोण बनाए और बल लगाकर कलाई (Wrist Yoga Benefits) को व्यायाम (1) जैसे ऊपर लाओ तथा नीचे ले जाओ और ऊपर से नीचे ले जाते समय मुट्ठी के आगे वाले भाग को भुजाबल्ली से मिलाने का यत्न करो। यह कलाई व्यायाम (Wrist Yoga Benefits) आरम्भ में 5 बार दोहराओ।

व्यायाम भाग – 2:

कलाई योग (Wrist Yoga Benefits) विधि: अपने दोनों पैरों को आपस में मिलाकर पैरो से सिर तक का भाग सीधा रख दोनों हथेलियाँ खोलकर अंगुलियाँ आपस में जुडी होनी चाहिए। भुजाओं को पृथ्वी के समानांतर वक्ष स्थल के सामने रख कर खड़े रहो।

अपनी कलाई के आगे वाले भाग को ऊपर नीचे ले जाओ।

कोहनी मोड़ कर इस कलाई व्यायाम (Wrist Yoga Benefits) को करना चाहिए।

व्यायाम भाग – 3:

कलाई योग (Wrist Yoga Benefits) विधि: अपने दोनों पैरों को आपस में मिलाकर पैरों से सिर तक का भाग सीधा रख हाथ के पंजों को अच्छी प्रकार खोलकर अँगुलियों को अलग रख कर पृथ्वी के समानांतर वक्ष स्थल के सामने भुजाओं को फैलाकर खड़े रहो।

अपनी कलाई (Wrist Yoga Benefits) से आगे वाले भाग को बल लगाकर ऊपर नीचे लाओ तथा ऐसे करते समय अँगुलियों के आगे के भाग को भुजाबल्ली से मिलाने का यत्न करो।

पहले वाली स्थिति में खड़े होकर कोहनी को मोड़ो तथा अँगुलियों को अलग रखो ऊपर नीचे लाओ। यह क्रिया ऐसी दिखाई देनी चाहिए जैसे अंगुलियाँ भुजाबल्ली से मिल रही हों।