Yoga | भारतीय योग
Yoga/भारतीय योग: is a Hindu spiritual and ascetic discipline, a part of which, including breath control, simple meditation, and the adoption of specific bodily postures, is widely practised for health and relaxation. It is a practical aid, not a religion. It is an ancient art based on a harmonizing system of development for the body, mind, and spirit. The continued practice of yoga will lead you to a sense of peace and well-being, and also a feeling of being at one with their environment. This is a simple definition.
In the practice of this the ultimate aim is one of self-development and self-realization.
It is a group of physical, mental, and spiritual practices or disciplines which originated in ancient India.
There is a broad variety of schools, practices, and goals in Hinduism, Buddhism, and Jainism. Among the most well-known types of are Hatha and Read more..
भारतीय योग क्या है ?
“भारतीय योग” ‘युज’ शब्द धातु से बना है। इसका अर्थ है “मिलाना, जोड़ना“ दो वस्तुओं का मिलना ही योग कहलाता है। शरीर में प्राण को अपान से मिलाना ही योग है। प्राण ह्रदय में स्थित होते है और अपान गुदा में स्थित होता है। इन दोनों को योग कर सहस्त्र चक्र में इसको ले जाना ही योग है।
भारतीय योग की परिभाषाएं:
भारत के विद्वानों ने आत्मशक्ति द्वारा संसार को योग विज्ञान से परिचित करवाया और उन्हें यह बताया कि मनुष्य का शरीर तथा मन एक दूसरे से अलग है। यह उसे अलग अलग दिशा में खींचते है जिसके कारण मनुष्य की शारीरिक तथा मानसिक शक्तियों का विकास रुक जाता है। शरीर तथा मन को एकाग्र करके परमात्मा से एक सुर होने के मार्ग को योग नाम से जाना जाता है।
योग वह क्रिया है, जिसके द्वारा हम अपनी आत्मा को परमात्मा से मिला सकते है। प्रसिद्ध विद्वान् महर्षि पतंजली ने Read more..
YOGA FOR DISEASE
Cure by is an ancient system which not only cures the diseases but also provides energy naturally. Anyone can adopt this system and can remain healthy and enjoy the longer life.
It’ is an accomplishment and a system by which the cure of ailments is absolutely different from the other clinical and medicinal systems. Many posture of yoga are very simple and adopting those and practicing continuously can eradicate the diseases from the roots. This act keeps a person mentally and physically healthy and pleasant.
The detailed descriptions on yoga and its utility are given in the page which enables to cure a terminal case even. Read more..
योगासनों द्वारा रोग मुक्ति
योगासनों द्वारा चिकित्सा पद्धति अत्यंत प्राचीन है, जो रोगों का मात्र निवारण ही नहीं करती, अपितु स्वभाविक रूप से शक्ति का संचार भी करती है। आप भी इन्हें अपनाकर अपने शरीर को स्वस्थ, हष्टपुष्ट व् दीर्घजीवी बना सकते है –
‘योगासन’ योग साधना का एक महत्त्वपूर्ण अंग है, जिसके द्वारा की जाने वाली चिकित्सा पद्धति संसार की समस्त चिकित्सा प्रणालियों से अलग व् अपने आप में अनूठी है। योग की अनेक मुद्राएँ अत्यंत सरल है, जो सतत अभ्यास करने से शरीर स्थित व्याधियों को जड़ से उखाड़ फेंकती है। इस अदभुत प्रक्रिया में तन और मन दोनों ही स्वस्थ व आनन्दमय बने रहते है।
विभिन्न प्रकार के रोगों में किन–किन योगासनों के अभ्यास से लाभ प्राप्त होता है, उनका नाम हम आगे की पंक्तियों में दे रहे है, जिनको करने से असाध्य से असाध्य रोग की मुक्ति संभव है। Read more..
YOGA FOR RULES
Yoga Rules/योग नियम: In the Patanjali systems five rules are described in which are as under-
Defecation: Cleanliness
Satisfaction: Gratification means whatever you get, be satisfied.
Tenacity: Voluntarily bearing the heat, cold, hunger, thirst etc.
Self study: To learn the religious text.
Faith in god: To keep belief on god. Attempt to get the presence of god. Devote yourself to the god. Read more..
योग के नियम:
पतंजलि सूत्र में योग के लिए निम्न पांच नियमों का वर्णन किया है –
शौच: स्वच्छता ।
संतोष: तृप्ति अर्थात् जो कुछ मिले उसमें प्रसन्न रहना।
तप: स्वेच्छा से गर्मी, सर्दी, भूख, प्यास, कष्ट आदि को सहना।
स्वाध्याय: धर्म-ग्रन्थों का अध्ययन करना।
ईश्वर प्रणिधान: ईश्वर के अस्तित्व में अटूट विश्वास रखना, उसकी प्राप्ति का भरसक प्रयत्न करना, अपने आप को ईश्वर की इच्छा पर छोड़ना। Read more..
YOGASANA LIST A TO G
- Akarna Dhanurasana/आकर्णधनु..
- Ardh Matsyendrasana/मत्स्येन्द्रासन
- Ashwathasana/अश्त्थासन
- Baddha Padmasana/वद्ध पदमासन
- Bakasana/बकासन
- Bhadrasana/भद्रासन
- Bhujangasana/भुजंगासन
- Bhunamanasana/भूनमनासन
- Brahmacharyasana/ब्रह्मचर्यासन
- Chakrasana/चक्रासन
- Dhanurasana/धनुरासन
- Garbhasana/गर्भासन
- Garudasana/गरुडासन
- Gomukhasana/गोमुखासन
- Gorakshasana/गोरक्षासन
YOGASANA LIST G TO P
- Guptasana/गुप्तासन
- Hasta Padangusthasana/हस्तपा..
- Kandpidasana/कंदपीड़ासन
- Konasana/कोणासन
- Kukkutasana/कुक्कुटासन
- Kurmasana/कूर्मासन
- Makarasana/मकरासन
- Mandukasana/मंडूकासन
- Matsyasana/मत्स्यासन
- Matsyendrasana/मत्स्येन्द्रासन
- Mayurasana/मयूरासन
- Mrigasana/मृगासन
- Muktasana/मुक्तासन
- Naukasana/नौकासन
- Pranvasana/प्रणवासन
YOGASANA LIST P TO T
- Padangusthasana/पादांगुष्ठासन
- Padmasana/पद्मासन
- Parvatasana/पर्वतासन
- Paschimottanasana/पश्चिमोत्तान..
- Pawanmuktasana/पवनमुक्तासन
- Supt Pawanmuktasana/सुप्त पवन.
- Sankatasana/संकटासन
- Sarvangasana/सर्वांगासन
- Savasana/शवासन
- Shalabhasana/शलभासन
- Shirshchakrasana/शीर्षचक्रासन
- Siddhasana /सिद्धासन
- Simhasana/सिंहासन
- Svastikasana/स्वास्तिकासन
- Tittbhasana/टिट्टभासन
YOGASANA LIST T TO Z
- Urdhava Hastotanasana/ऊर्ध्व..
- Urdhva Sarvangasana/ऊर्ध्वसर्वांग..
- Ushtrasana/उष्ट्रासन
- Utkatasana/उत्कटासन
- Uttan Mandukasana/उत्तानमण्ड..
- Uttana Kurmasana/उत्तान कूर्मासन
- Uttanpadasana/उत्तानपादासन
- Utthita Padmasana/उत्थितपद..
- Vajrasana/वज्रासन
- Viktasana/विकटासन
- Vipritshirshdd/विपरीतशीर्षद्ध
- Veerasana/वीरासन
- Vrakshasana/वृक्षासन
- Vrishbhasana/वृषभासन
- Yogasana/योगासन